झलकने लगी है पूर्व सीएम चम्पई सोरेन की टीस,भाजपा उसे हवा देकर नेरेटिव सेट करने के मुहीम में जूटे
झा डेस्क
चम्पई सोरेन मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद पहली बार जब अपने गृह जिला सरायकेला पहुंचे तो चंपई सोरेन का स्वागत भारी संख्यां में कार्यकर्त्ता जूट कर किया. इस मौक़े पर उनके समर्थकों की भीड़ जूट गयी.
कार्यकर्ताओं की भीड़ देखकर वे बहुत अहल्लादित हुए और कहा कि अगर और समय मिलता तो राज्य के विकास के लिए और कुछ काम करता.उनके मन का टीस बाहर आया, उनके भाव भंगिमा से यह साफ झलकने लगा कि उन्हें पद से हटाए जाने से तकलीफ है.
चम्पई ने क्या कहा...?
हेमंत सोरेन सरकार को मुख्यमंत्री बनने के बाद उनसे पूछे गए सवाल पर चंपई ने कहा कि उन्हें पद की लालसा नहीं है. जनता के बीच रहकर ही जनता की सेवा करना चाहता हूं. कैबिनेट विस्तार के बारे में पूछे जाने पर कहा कि महागठबंधन जो भी निर्णय लेगा, मैं उसका स्वागत करूंगा. लोगों का प्यार देखकर एक बार चंपई भावुक भी हुए.इस अवसर पर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि काम करने वाले व्यक्ति की इच्छाएं कभी पूरी नहीं होती.
थोड़ा और समय मिलता तो राज्य के विकास के लिए और भी बहुत कुछ कर पाता, लेकिन सार्वजनिक जीवन में संगठन, अनुशासन, मर्यादा, नैतिकता का धर्म निभाना ज्यादा महत्वपूर्ण होता है.
चंपई ने अपने कार्यकाल का दिया लेखा-जोखा
चम्पई ने अपने कार्यकाल का लेख लेखा-जोखा देते हुए चंपई ने कहा कि उन्होंने सीमित समय में राज्य को विकास के पथ पर अग्रसर करने का भरसक प्रयास किया। उनके नेतृत्व में पुलिस भर्ती, शिक्षक भर्ती और रोज़गार से जुड़े कई महत्वपूर्ण कार्य शुरू किए गए.
चंपई ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति के साथ-साथ अन्य विभागों में भी रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की गई थी. युवाओं को नियुक्ति पत्र खुद के हाथों से देने की तमन्ना थी, जो अधूरी रह गई.
कार्यकाल को बताया सफल
अपने पांच महीने के कार्यकाल को सफल बताते हुए चंपई ने कहा कि इस दौरान शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और बुनियादी ढांचे के विकास को प्राथमिकता दी गई। शिक्षक बहाली, पुलिस विभाग में भर्ती, जनजातीय भाषाओं पर आधारित शिक्षकों की भर्ती और मुख्यमंत्री अबुआ स्वास्थ्य बीमा योजना जैसी कई जनकल्याणकारी योजनाएं शुरू की गईं।
चंपई ने यह भी बताया कि उनके गृह जिला सरायकेला में लंबे समय से ग्रामीण क्षेत्रों में डिग्री कॉलेज की मांग को देखते हुए दो नए डिग्री कॉलेज खोलने की घोषणा की गई।
चम्पई को मुख्यमंत्री पद से हटाने के बाद क्या होगा साइड इफेक्ट..?
पूर्व सीएम चम्पई कोल्हान क्षेत्र के प्रभावशाली नेता माने जाते हैं, इसी लिए वे लगातार जीत कर विधानसभा में आते रहे हैं, जमीन से उठे, साधारण परिवार में पले बढे चम्पई आज भी साधारण व्यक्ति के तरह जीवन जीते हैं.
उन्होंने अपने मुख्यमंत्रितव कल में जिस तरह काम किया उसमे अनुभव का छाप स्पष्ट दीखता है. उन्हें सीएम पद से हटते हीं एक नेरेटिव भाजपा ने सेट करना शुरू कर दिया कि चम्पई को हटा कर पून:सत्ता कि बागडोर एक परिवार के हाथ में आ गया, अब देखना है कि इस नेरेटिव को भाजपा आगामी चुनाव में किस तरह भुना पाती है.
Jul 09 2024, 09:34