सरायकेला जिला के नीमडीह थाना स्थित आदिवासी बहुल टेंगाडीह गांव के अमृत सरोवर में एक बूंद भी नहीं है पानी।
सरायकेला :देश में 24 अप्रैल, 2022 को स्वतंत्रता के 75वें वर्ष पर भारत की "आज़ादी का अमृत महोत्सव" समारोह के हिस्से के रूप में मिशन अमृत सरोवर शुरू किया गया और 15 अगस्त 2023 को पूरा हुआ। इस मिशन का लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों में जल संकट की समस्या को दूर करने के लिये भारत के प्रत्येक जिले में कम-से-कम 75 अमृत सरोवरों का निर्माण या पुनरुद्धार करना है।
इन जल निकायों का लक्ष्य स्थानीय स्तर पर जल स्थिरता सुनिश्चित करना है। आठ केंद्रीय मंत्रालयों व विभागों का मिशन के कार्यान्वयन में सक्रिय योगदान है जिनमें ग्रामीण विकास विभाग, भूमि संसाधन विभाग, पेयजल और स्वच्छता विभाग, जल संसाधन विभाग, पंचायती राज मंत्रालय, वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, रेल मंत्रालय, सड़क, परिवहन तथा राजमार्ग मंत्रालय शामिल हैं।
सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत नीमडीह प्रखंड क्षेत्र के दलमा पर्वत की तराई बसे आदिवासी बहुल टेंगाडीह गांव के अमृत सरोवर में एक बूंद भी पानी नहीं है। यह अमृत सरोवर शोभा की वस्तु बनकर रह गया है। गांव में लगभग 350 परिवार है। चार सोलर सिस्टम जलमीनार है जिसमें एक खराब है। 10 चापानल है जिसमें दो खराब है। गांव में चार छोटा तालाब या पोखर एवं एक डोभा है। गांव के जिस तरफ बुलान कुली में अमृत सरोवर का निर्माण किया गया उस क्षेत्र के कुछ दूर में एक डोभा है। उस डोभा के दूषित पानी में 40 से अधिक परिवार स्नान करने के लिए विवश है।
अमृत सरोवर के किनारे नौ पौधे लगाया गया है, तालाब का घेराबंदी नहीं किया गया है। सौंदर्यकरण और लाईट का व्यवस्था नहीं है, पंचायत लगाने या बैठक करने की सुविधा उपलब्ध नहीं है। किसी जलस्रोत से पानी पहुँचाने की व्यवस्था नहीं किया गया है। अमृत सरोवर निर्माण का प्राक्कलन राशि 15 लाख 35 हजार चार सौ पचास रूपये है।
टेंगाडीह निवासी प्रदीप सिंह सरदार ने बताया कि प्राक्कलन के अनुसार दस फिट खुदाई करना है लेकिन मात्र पांच - छह फिट खुदाई किया गया। विजय सिंह ने बताया कि काम चलने के दौरान जिला के उपायुक्त से काम में अनियमितता बरतने की लिखित शिकायत किया गया था लेकिन सरकारी स्तर पर कुछ कार्रवाई नहीं हुआ। कोकिल सिंह ने बताया कि सरकारी सम्बंधित पदाधिकारी, अभियंता व जनप्रतिनिधि द्वारा मनमानी रूप से काम किया गया। मृत्युंजय सिंह ने बताया कि गांव भीषण जल संकट उत्पन्न हो गया है।
Jun 25 2024, 13:47