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नक्सलियों के गढ़ में भोक्ता समाज का हुआ सम्मेलन, कहा गया समाज भटके बच्चों को शिक्षा से जोड़ने की जरूरत

गया : जिले के नक्सल प्रभावित इलाका डुमरिया प्रखंड क्षेत्र के छकरबंधा पंचायत अंतर्गत तारचुआ गांव में खरवार भोक्ता समाज विकास संघ की आज रविवार को सम्मेलन आयोजित हुई। इस सम्मेलन का शुभारंभ मुख्य अतिथि स्थानिक पूर्व मुखिया हरिहर सिंह भोक्ता और पूर्व सरपंच पुणे सिंह भोक्ता सहित अन्य लोगों ने संयुक्त रूप से दीपप्रज्वलित और फिता काट कर किया। 

इस दौरान वक्ताओं ने लोग को संबोधित करते हुए कहा कि समाज को जगाने की जरूरत है। भोक्ता समाज की संस्कृति मजबूत होने के बावजूद कमजोर पड़ रही है। इसके लिए संगठन को मजबूत करना होगा। समाज में फैली कुरीतियों को दूर कर शिक्षा पर विशेष ध्यान देना होगा। क्योंकि यह क्षेत्र नक्सल ग्रस्त इलाका है। एक समय था इस क्षेत्र में नक्सलियों के बंदूके गरजने की आवाज और लाल सलाम की गूंज सुनाई दिया करती थी। आज भी कभी-कभार नक्सलियों की बंदूक के गरजने और बम धमाका की आवाज सुनाई देता है। 

कहा कि इस क्षेत्र के बच्चों को खासकर अशिक्षित हैं। यहां पर अच्छी शैक्षणिक शिक्षा की व्यवस्था नहीं है। इस गांव में स्कूल है लेकिन अच्छे शिक्षक नहीं है। एका-दुका सरकारी विद्यालय से ही यहां के बच्चे किसी तरह से शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। इस क्षेत्र में कुछ बदलाव हुआ है। लेकिन हम लोग सरकार से मांग करते हैं कि ऐसे सुदूरवर्ती व नक्सल प्रभावित इस क्षेत्र के समाज से भटके बच्चों को शिक्षा के अलख जगाकर बच्चों को उज्जवल शिक्षा दे और युवाओं और बच्चियों को शिक्षित बनाकर स्वरोजगार जोड़ें। इसके प्रति सरकार विशेष ध्यान दें इसका हम लोग मांग करते हैं।

वही समाज के अतिथियों ने कहा कि हमको अपने बच्चों को शिक्षित और सरल बनाने के लिए समाज के एक-एक व्यक्ति को जागरूक करने की आवश्यकता है। इसके लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। वहीं इस संबंध में भगवती सिंह भोक्ता बताते हैं कि या क्षेत्र वर्षों से उपेक्षित रहा है। यह क्षेत्र नक्सल ग्रस्त एवं सुदूरवर्ती गांव हैं इस गांव में आज भी नक्सलियों की कनक धमक की दहशत रहा करती है। पहले कभी यहां नक्सलियों के बंदूके गरजने की आवाज और लाल सलाम की गंज सुनाई दिया करती थी। और नक्सली में किस समानांतर सरकार का फरमान जारी होता था। आज केंद्र और बिहार सरकार की कई कल्याणकारी उपलब्धि के कारण यहां के लोग कुछ शिक्षित हुए हैं। अब यहां पर पूरे दिन कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। आज भोक्ता समाज के उत्थान को लेकर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इस दौरान मुख्य रूप से समाज की उत्थान के प्रति और बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए बात की गई है। यहां पर शिक्षा की घोर कमी है। यहां पर अच्छी शैक्षणिक व्यवस्था नहीं है। एक या दो सरकारी विद्यालय है लेकिन उसमें नाम मात्र की शिक्षा व्यवस्था है। सरकार लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए कई योजना चला रही हैं। लेकिन यहां पर इनकी कोई योजना धरातल पर नहीं है। अगर सरकार शिक्षा पर विशेष फोकस करें तो यहां की जो बच्चे समाज से भटक कर इधर-उधर चले जाते हैं वह समाज से जुड़े रहेंगे। हम लोग आज इसी उद्देश्य के साथ यह सम्मेलन आयोजित कर समाज से भटके बच्चों को शिक्षा से जोड़ने की बात कर रहे हैं। हम अपने समाज के लोगों से कहें कि आप अपने बच्चों को अच्छे शिक्षा दें ताकि आपके बच्चे गांव परिवार के साथ देश का नाम रोशन करें। 

वहीं मौक पर मथुरा सिंह भोक्ता ने बताया कि हमें अपनी जाति को मजबूत करने एवं विकास के लिए शिक्षा पर विशेष ध्यान देना होगा। शिक्षा की बदौलत हम समाज को मजबूत कर सकते हैं। जिससे आगे बढ़ सकते हैं। आज इस गांव में बच्चों कुछ बनाने के लिए अच्छे आवासीय विद्यालय और स्कूल होनी चाहिए ताकि हमारे बच्चे अच्छे शिक्षा ग्रहण कर सकें, यहां पर शिक्षा के साथ-साथ रोजगार और स्वास्थ्य की व्यवस्था भी करने की हम मांग सरकार से करते हैं। पहले यहां के लोग समाज से भड़क कर कहीं चले जाते थे लेकिन अब धीरे-धीरे बदलाव हो रहा है। अभी भी जो कुछ लोग आज शिक्षा के कारण भटके हुए हैं उन्हें जोड़ने के लिए सरकार कई योजनाएं चलाकर मुख्य धारा से जोड़ रही है। लेकिन उनको चाहीए की बच्चों को शिक्षित बनाने के लिए अच्छे शैक्षिक व्यवस्था जरूरी है। इसलिए सरकार से हम मांग करते हैं कि यहां पर जल्द से जल्द अच्छे शैक्षणिक व्यवस्था सरकार करें। वहीं इस दौरान छात्र प्रतिभा कुमारी और खुशबू कुमारी बताती है कि यहां पर अच्छी संस्था व्यवस्था नहीं है। हम सरकार से मांग करते हैं कि यहां पर अच्छे स्कूल और कोचिंग व्यवस्था होनी चाहिए ताकि हम लोग को अच्छे शिक्षा मिल सके और हम लोगों को अपने जीवन को कुशल लक्ष्य पानी की सफलता मिल सके। इस दौरान बिहार एवं झारखंड से आए कई भक्तों ने अपने समाज की उत्थान के प्रति कई बातें कही। 

इस मौके पर अनिल सिंह भोक्ता, मदन सिंह भोक्ता, पूर्व मुखिया हरिहर सिंह भोक्ता और पूर्व सरपंच पुणे सिंह भोक्ता सहित अन्य सैकड़ों लोग मौजूद थे।

गया से मनीष कुमार

डोभी के बुधनी बाजार स्थित मां क्लिनिक में गर्भपात के दौरान महिला की मौत, संचालक फरार

गया/डोभी। डोभी चतरा सड़क मार्ग स्थित बुधनी बाजार के समीप अवैध रूप से संचालित मां क्लिनिक में 32 वर्षीय महिला की गर्भपात के दौरान शनिवार के दिन मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार डोभी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत खरांटी के इन बोरवा गांव निवासी महेश मांझी की 32 वर्षीय पत्नी अनीता देवी को परिजन डोभी के बुधनी बाजार स्थित मां क्लीनिक नामक निजी नर्सिंग होम में पेट में दर्द होने के बाद बीते शुक्रवार को इलाज करवाने आई थी। मां क्लीनिक के संचालक पवन कुमार के द्वारा महिला का गर्भपात कर दिया गया। बताया गया कि महिला का गर्भपात के दौरान रक्तस्राव अधिक होने लगा।

शनिवार की सुबह को महिला की स्थिति काफी खराब होने के बाद अवैध नर्सिंग होम के संचालक पवन कुमार के द्वारा एंबुलेंस बुलाकर गया ले जाया गया। गया ले जाने के दौरान महिला की मौत रास्ते में ही हो गई। अवैध नर्सिंग होम के संचालक महिला के परिजनों को उलझा कर वह फरार हो गया। महिला के परिजनों के द्वारा अवैध नर्सिंग होम मां क्लीनिक के बाहर शव को रखकर आरोपी अवैध क्लिनिक के संचालक पवन कुमार के गिरफ्तारी को लेकर हंगामा करने लगे। सूचना पर डोभी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए गया के मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल भेजा है।

घटना के बाद नर्सिंग होम के कर्मी नर्सिंग होम में लगे बैनर पोस्टर को हटा दिया । बैनर पोस्टर के हट जाने से क्लीनिक का कुछ आता पता नहीं चल सक रहा है। बैनर पोस्टर को हटाकर क्लीनिक में कार्यरत सभी स्टाफ सहित डॉक्टर फरार बताए जाते हैं।

रिपोर्ट: महेंद्र कुमार।

डोभी थाने की पुलिस ने धनवंतरी नर्सिंग होम के संचालक को किया गिरफ्तार, प्रसूता की मौत पर पुलिस ने की कार्रवाई

गया/डोभी। डोभी थाने की पुलिस ने शनिवार की सुबह को धनवंतरी नर्सिंग होम के संचालक को डोभी थाना क्षेत्र के पोखरा पर से गिरफ्तार किया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार बीते शुक्रवार के दिन झारखंड के चतरा जिले के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के वशी भैरात गांव के रहने वाले सहेंद्र पासवान की 25 वर्षीय पत्नी पूनम देवी प्रसूता की मौत हो गई थी। डोभी थाने की पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाया था। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया था।

मृतक प्रसूता पूनम देवी के परिजनों के द्वारा डोभी थाना क्षेत्र के पोखरा पर धनवंतरी अवैध नर्सिंग के संचालक सतनारायण साव एवं प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न झोलाछाप डॉक्टरो के साथ मामला को रफा दफा करने के लिए शनिवार की सुबह को डील चल रही थी। इसी बीच पुलिस को गुप्त सूचना प्राप्त हुई। पुलिस ने पोखरा पर गांव में घेराबंदी कर आरोपी अवैध नर्सिंग होम के संचालक सतनारायण को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस को देख मौजूद सभी इधर-उधर भागने लगे। वही अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया। इस मामले में थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने बताया संचालक को पूर्व के मामले में गिरफ्तार किया गया है। 

बताते चले की धनवंतरी अवैध नर्सिंग होम के संचालक सतनारायण साव के विरुद्ध प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीव कुमार झा, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुनील कुमार के द्वारा बीते 8 माह पूर्व डोभी प्रखंड क्षेत्र में अवैध नर्सिंग होम के संचालक को लेकर संयुक्त रूप से छापेमारी की जा रही थी। 

छापेमारी के दौरान डोभी में स्थित धनवंतरी अवैध नर्सिंग होम के संचालक के विरुद्ध डोभी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।

 बीते शुक्रवार के दिन प्रसूता की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग के किसी भी अधिकारी के द्वारा अवैध नर्सिंग होम के संचालक के विरुद्ध किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। ना हीं अवैध नर्सिंग होम को सील किया गया है। मृतक प्रसूता के परिजनों के द्वारा शनिवार की शाम तक अवैध नर्सिंग होम के संचालक के विरुद्ध डोभी थाने में किसी प्रकार की कोई शिकायत नहीं की गई है।

रिपोर्ट: महेंद्र कुमार।

गया में हार्ड वेयर कारोबारी की पत्नी ने अपार्टमेंट के चौथा मंजिला से कूद कर दी जान, सिर के बल जमीन पर गिरी, जांच में जुटी पुलिस

गया। गया शहर के रामपुर थाना क्षेत्र के गेवाल बीघा के समीप एक अपार्टमेंट के चौथा मंजिला से कूद कर एक महिला ने जान दे दिया है। मृतक महिला हार्डवेयर कारोबारी की पत्नी ऋचा सेठ है। सूचना के बाद मौके पर रामपुर थाना की पुलिस पहुंची और मृतक महिला की शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया है। 

दरअसल, चौथा मंजिला से महिला को कूद जाने से सिर के बल जमीन पर गिरी और सिर फट गया। इसी वजह से उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। बताया जाता है कि घटना के वक्त मृतक महिला का पति राजन सेठ वॉशरूम में था, तभी उसकी पत्नी ने चौथा मंजिला से कूद कर अपनी जान दे दी। मृतक महिला का 4 वर्ष का एक लड़का भी है।

इस मामले में मृतक महिला के पति राजन सेठ कुछ भी बताने से इंकार कर रहा है और वह क्रोधित हो जा रहा है। वहीं घटना के बाद मौके पर राजन सेठ के घर वाले नहीं पहुंचे थे, जबकि ससुराल वाले मौके पर पहुंचे थे। वह भी मीडिया से दूरी बनाए हुए हैं। खास बात यह भी की राजन सेठ के ससुराल वाले उसके फ्लेट में नहीं गए थे। वे फर्स्ट फ्लोर की सीढ़ियों पर ही बैठे थे। चौथी मंजिल के 403 नम्बर प्लैट में राजन सेठ अपनी पत्नी के साथ रहते थे। 

जानकारी के अनुसार राजन सेठ बीते कुछ दिनों से बिजनेस टूर पर थे।

बताया जा रहा है कि वे दिल्ली गए हुए थे। वे कल ही रात दिल्ली से वापस लौटे थे। रात भर में ऐसा क्या हुआ कि सुबह में उसकी पत्नी ऋचा सेठ ने सुसाइड करने का मन बना लिया। यह सवाल राजन सेठ के जानने वालों के बीच कौंध रहा है। यही नहीं किचन में खून के धब्बे भी गिरे पड़े मिले हैं। यह भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है। हालांकि राजन के जानने वाले भी आन रिकार्ड कुछ भी बोलने से कन्नी काट रहे हैं। लोगों का यह भी कहना है कि राजन सेठ का हार्डवेयर का अच्छा कारोबार है। उसका अपना पैतृक घर रेलवे सिनेमा घर के पास है। लेकिन वह वहाँ बीते कुछ वर्षों से नहीं रह रहा था। 

पिता से उसकी अनबन हो गई थी। दोनों के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे। लोगों का कहना है कि राजन थोड़ा गर्म दिमाग का है। उसने पिता से झगड़ा कर के अपना सिर 4 वर्ष पूर्व मुंडवा लिया था। बीते दिनों वह लोन के लिए बैंक का भी चक्कर लगा रहा था। वहीं, अपार्टमेंट के लोगों का कहना है कि ऋचा को शुक्रवार को अपने बच्चे के साथ कैम्पस में मस्ती करते हुए देखा गया था। उस समय तो सबकुछ ठीक लग रहा था। यही नहीं घटना से पहले सुबह के समय राजन सेठ को भी अपने 4 साल के बच्चे के साथ खेलते हुए देखा गया था। उस समय भी सबकुछ सामान्य लग रहा था। वहीं कुछ लोगों का कहना है कि ऋचा डिप्रेशन की शिकार भी थी। उसे बीते एक वर्ष से कोई बीमारी थी, जो ठीक नहीं हो रहा था। 

इधर, रामपुर पुलिस इंस्पेक्टर का कहना है कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अब तक इस मामले में मृतका पक्ष से किसी का आवेदन नहीं आया है। पुलिस अपने स्तर से जांच कर रही है। लोगों से पूछताछ कर रही है। कोई ठोस जानकारी मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

धीरजापुल से उत्पाद विभाग की टीम ने भारी मात्रा में केन बीयर लदी इंडिगो कार को किया जप्त, तस्कर फरार

गया/डोभी। उत्पाद विभाग की टीम ने धीरजा पुल से वाहन जांच के दौरान भारी मात्रा में एक कार से केन बीयर बरामद किया है। वही मौके से कार का चालक भागने में सफल रहा।

यह घटना डोभी चतरा सड़क मार्ग के धीरजा पुल बाजार के समीप की है। घटना की जानकारी उत्पाद विभाग के उपायुक्त प्रिय रंजन ने जानकारी देते हुए बताया वाहन जांच के दौरान कार की जांच की गई। जिसमें वाहन में रखे भारी मात्रा में केन बीयर बरामद हुई है।केन बीयर की कुल 500 एमएल का 96 बोतल जिसकी कुल मात्रा 40 लीटर शराब बरामद हुई है।

इस कार्रवाई में शराब से लदी टाटा कंपनी की इंडिगो कार जिसका रजिस्ट्रेशन संख्या बीआर 10एन/7823 को मौके से जप्त किया गया है। इस घटना में तस्कर सह चालक अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा। उत्पाद विभाग की पुलिस उक्त वाहन को समेकित जांच चौकी सूर्यमंडल पर सुरक्षित रखा है। उत्पाद विभाग की इस करवाई में एसआई प्रमोद कुमार ,एएसआई उत्तम कुमार, होमगार्ड एवं सैफ के जवान शामिल थे।

रिपोर्ट: महेंद्र कुमार।

गया में विष्णुपद देवघाट पर जेष्ठ माह शुक्ल पूर्णिमा के शुभ अवसर पर फल्गु महाआरती कार्यक्रम का हुआ आयोजन, हजारों भक्तों की रही भीड़

गया। गया शहर के विष्णुपद स्थित देवघाट पर शुक्रवार को जेष्ठ माह शुक्ल पूर्णिमा के शुभ अवसर पर फल्गु महाआरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह फल्गु महा आरती का कार्यक्रम का आयोजन फल्गु सेवा समिति के बैनर तले किया गया, जिसकी अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष मुन्ना लाल पाठक धोकड़ी की अध्यक्षता में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। 

संस्था के अध्यक्ष मुन्नालाल पाठक धोकड़ी ने बताया कि जेष्ठ माह शुक्ल पूर्णिमा के शुभ अवसर पर फल्गु महाआरती कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें पांच गयापाल ब्रह्मामण सागर अग्निवार, किशोर गुर्दा, मानस भैया, बलदेव गायब, रंगनाथ बिट्ठल के द्वारा फल्गु महा आरती सम्पन्न किया गया। इस दौरान फल्गु महा आरती को देखने के लिए हजारों की संख्या में भक्तों की भीड़ लगी रही। 

पूर्व में गंगा दशहरा व निर्जला एकादशी के शुभ अवसर पर भी श्रीफल्गु जी की महाआरती की गई।

आज के इस पावन दिवस पर गयाजी में हजारों की संख्या मे भक्तों का आगमन हुआ। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार आज के दिन श्रीभगवान विष्णु नारायण का पूजन, यजन कर जो भक्त निराहार रहते है वो एक साल के सम्पूर्ण एकादशी का फल प्राप्त कर यश कीर्ति वैभव के अधिकारी होते है।

ज्येष्ठ मास भगवान विष्णु का प्रिय मास है। इस मास में भगवान विष्णु की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। नारायण विष्णुपाद श्रीफल्गु कृपा से इस विश्व का कल्याण हो, हम सभी का मंगल हो फल्गु सेवा समिति यही कामना करती है। आज विशेष अतिथि के रूप में राजकीय रेल थाना प्रभारी राजेश कुमार सिंह शामिल हुए। इस महाआरती के पुण्य के भागी बने।

इस मौके पर सदस्य मनी लाल बारीक़, कमल बारीक़, आशीष कटरियार, अजय कटरियार शशी हल, मुन्नू दूबे, माधव धोकडी, गोपी धोकडी, शम्भू गुर्दा, बैजू चौधरी, बाबू गुर्दा, मुन्ना गुर्दा, जीतू गुर्दा, छोटू बारीक़ और गोकूल दुबे शामिल रहे।

गया में ग्रामीण चिकित्सक की लापरवाही से प्रसूता की हुई मौत, पुलिस मामले की जांच में जुटी

गया : जिले के डोभी प्रखंड क्षेत्र में कई अवैध नर्सिंग होम संचालित है। प्रशासन के घोर लापरवाही के कारण यह समस्या डोभी बाजारवासी के साथ आस पास के लोग झेल रहे हैं। ऐसा ही मामला धनवंतरी नर्सिंग होम डोभी में हुआ है।

ग्रामीण चिकित्सक सतनारायण साव के द्वारा गर्भवती महिला का बड़ा ऑपरेशन किया गया जिसके बाद एक बच्चे का जन्म हुआ। वहीं दो दिन बाद प्रसूता की अचानक नर्सिंग होम में भर्ती के दौरान तबीयत खराब हुआ और प्रसूता की मौत हो गई। प्रसूता पूनम देवी (उम्र 25 वर्ष) झारखंड के चतरा जिला अंतर्गत प्रतापपुर थाना क्षेत्र के बंसी मोड़ के समीप भौरज गांव के निवासी के साथ हुआ है।

प्रसूता के पति सहेंद्र पासवान ने इस घटना के बाद स्थानीय थाने को सूचना दिया। इसके बाद पुलिस शव को कब्ज में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा है। वही नर्सिंग होम में इस घटना के बाद चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मी फरार बताए जाते हैं। परिजनों ने बताया प्रसूता की मौत के बाद ग्रामीण चिकित्सक सतनारायण ने शव को छिपाने के लिए एंबुलेंस से रेफर कर इलाज को लेकर गया ले जा रहा था। 

रास्ते में ही परिजनों ने हल्ला हंगामा शुरू कर दिया तो चिकित्सक शव को छोड़कर भागने में सफल रहा। फिर परिजन शव को नर्सिंग होम में रखे। मौके पर पुलिस पहुंचकर छानबीन में जुटी है। मालूम हो कि धनवंतरी नर्सिंग होम के ग्रामीण चिकित्सक सतनारायण पर कई बार इस तरह के आरोप लग चुके है। इस तरह की घटना पर उक्त चिकित्सक पर डोभी थाने में कई प्राथमिकी भी दर्ज किया गया है, परंतु अब तक पुलिस प्रशासन के द्वारा कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है। 

गौरतलब है कि विगत वर्ष भी इस नर्सिंग होम को प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीव कुमार झा एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा पदाधिकारी सुनील कुमार प्रसाद के द्वारा सील भी किया गया था। परंतु कारवाई अबतक शून्य है।

रिपोर्ट : महेंद्र कुमार

गया रेलवे जंक्शन पर चलती ट्रेन के नीचे आयी एक महिला यात्री, आरपीएफ जवान ने दौड़कर बचाई जान

गया : बिहार के गया में गया रेलवे जंक्शन पर चलती ट्रेन के नीचे एक महिला यात्री आकर गिरने लगी, तभी आरपीएफ जवान ने दौड़कर जान बचाई है। 

दरअसल, गया रेलवे जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 1 पर शुक्रवार को दून एक्सप्रेस ट्रेन पर चलती ट्रेन में एक महिला यात्री ट्रेन पर चढ़ने का प्रयास कर रही थी, इसी क्रम में वह असंतुलित हो गई और वह गिरने लगी। इसी दौरान मौके पर वहां मौजूद रहे आरपीएफ जवान की नजर उस पर पड़ी और दौड़कर महिला यात्री को गिरने से बचा लिया। इस बीच स्टेशन मास्टर ने ट्रेन को रुकवा दी। 

आरपीएफ पोस्ट के प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश ने बताया कि आफ पोस्ट के अधिकारी स्टाफ-अप पावर डाउन से आने वाली ट्रेनों को सुरक्षित पास करा रहे थे। इसी क्रम में ट्रेन संख्या 13009 दून एक्सप्रेस 5:00 बजे खुली और चलती ट्रेन में चढ़ने लगी, दौरान महिला यात्री पायदान से लटक गई। जिसकी जान बचाई गई, उसके बाद इस महिला यात्री को उसी ट्रेन में बैठाया गया और समय के अभाव के कारण यात्री का यात्रा विवरण नहीं लिया जा सका। 

रिपोर्ट: मनीष कुमार

जीडी गोयनका स्कूल में 2 साल पहले छात्र के पीटकर हत्या मामले में कोर्ट ने सुनाया बड़ा फैसला : आरोपी शिक्षक को दोषी करार देते हुए सुनाया 6 साल कारावास की सजा


गया : बिहार के गया में जीडी गोयनका स्कूल में 2 साल पहले एक छात्र के साथ स्कूल परिसर में ही पीट कर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में गया सिविल कोर्ट ने एक बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने आरोपी स्कूल के शिक्षक शुभेंदु जतति को दोषी करार दिया है। वहीं आरोपी को 6 साल कारावास की सजा और 50 हजार रुपए अर्थ दंड लगाया है। हालांकि, इस फैसले से मृत छात्र का परिवार बिल्कुल सन्तुष्ट नहीं है। उनका कहना है कि मैंने अपना बेटा खोया है। बावजूद इसके हम पूरा परिवार न्यायालय के फैसले का सम्मान करते हैं।

गौरतलब है कि 16 फरवरी 2022 को गया-पटना रोड स्थित जीडी गोयनका स्कूल में 9वीं क्लास में पढ़ने वाले छात्र कृष्ण चन्द्र की मौत हो गई थी। कृष्ण चन्द्र के पिता चन्द्र प्रकाश ने स्कूल के शिक्षक के खिलाफ बेरहमी से पीट पीट कर हत्या किए जाने का केस दर्ज कराया था। तब से यह मामला कोर्ट में चल रहा था।

छात्र की मौत को लेकर शहर के लोगों के बीच स्कूल प्रबंधन के खिलाफ जबरदस्त रोष था। स्कूल प्रबंधन और पुलिस प्रशासन के खिलाफ लोगों ने कैंडिल मार्च और हस्ताक्षर अभियान भी चलाया था। इसके बाद से कोर्ट में लगातार सुनवाई चल रही थी।

संबंधित मामले में गुरुवार को एडीजे 3 रंजीत कुमार द्वितीय की अदालत ने शिक्षक शुभेंदु को दोषी करार दिया था। इस मामले में सजा की बिंदु शुक्रवार यानि 21 जून को निर्धारित थी। जिसमें आज 21 जून को एडीजे 3 रंजीत कुमार द्वितीय की अदालत ने धारा 304 पार्ट 2 तहत दोषी करार दिया है। साथ ही 6 साल की जेल और 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है। जुर्माना नहीं देने पर दो महीने की अतिरिक्त सजा का आदेश दिया है।

इधर, पीड़ित पिता चन्द्र प्रकाश का कहना है कि हमने स्कूल अपने बच्चे को पढ़ने के लिए भेजा था। लेकिन स्कूल के शिक्षक ने बेरहमी से पिटाई कर उसकी हत्या कर दी। यह घटना जीवन भर के लिए किसी भी पिता के लिए कष्ट भरा है। न्यायालय ने जो फैसला दिया है। उसका हम सम्मान करते हैं। हालांकि हमारी अपेक्षा न्यायालय से अधिक थी। अब हमारी जीत हुई है। आगे की लड़ाई जारी रहेगी।

वही, अपर लोक अभियोजक (एपीपी) राजीव नारायण का कहना है कि न्यायालय ने जो भी फैसला दिया है। वह उचित है।

गया से मनीष कुमार

विश्व योग दिवस के अवसर पर 29वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल परिसर में एक साथ मिलकर किया गया योगाभ्यास

गया : विश्व योग दिवस के अवसर पर 29वीं वाहिनी सशस्त्र सीमा बल के अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी एवं जवानों ने वाहिनी मुख्यालय के परिसर में एक साथ मिलकर योग का अभ्यास किया। योग का अभ्यास एक बेहतर इंसान बनने के साथ एक तेज दिमाग, स्वस्थ दिल और एक सुकून भरे शरीर को पाने के तरीकों में से एक है। योग अपने अद्भुत स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। 

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2015 में आरंभ होने के बाद, हर साल 21 जून को मनाया जाता है। यह हमारे जीवन में इस प्राचीन भारतीय कला को अनमोल करने के महत्व पर बल देने का एक महान प्रयास है। योग, मन, शरीर और आत्मा की एकता को सक्षम बनाता है। योग के विभिन्न रूपों से हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को अलग-अलग तरीकों से लाभ मिलता है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को इस अनूठी कला का आनंद लेने के लिए मनाया जाता है। हमारे दैनिक जीवन में योग को जन्म देने से हमारे जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है। यह हमारे तनावपूर्ण जीवन के लिए एक बड़ी राहत प्रदान करता है। योग व्यायाम का ऐसा प्रभावशाली प्रकार है, जिसके माध्यम से न केवल शरीर के अंगों बल्कि मन, मस्तिष्क और आत्मा में संतुलन बनाया जाता है। यही कारण है कि योग से शा‍रीरिक व्याधियों के अलावा मानसिक समस्याओं से भी निजात पाई जा सकती है।

संन्यासियों व योगियों द्वारा योग सभ्यता को शुरू से ही अपनाया गया था, परंतु आम लोगों में इस विधा का विस्तार हुए अभी ज्यादा समय नहीं बीता है। बावजुद इसके, योग की महिमा और महत्व को जानकर इसे स्वस्थ्य जीवनशैली हेतु बड़े पैमाने पर अपनाया जा रहा है, जिसका प्रमुख कारण है व्यस्त, तनावपूर्ण और अस्वस्थ दिनचर्या में इसके सकारात्मक प्रभाव है।  

इस कार्यक्रम के दौरान 29वीं वाहिनी के अंजय रजक, द्वितीय कमान अधिकारी, टी. राजेश पॉल, द्वितीय कमान अधिकारी, रवि शंकर कुमार, उप कमांडेंट, ज्ञानेन्द्र कुमार, उप कमांडेंट, आशीष कुमार, उप कमांडेंट, एवं अन्य बलकर्मी भी उपस्थित रहे।

गया से मनीष कुमार