*जिला पोषण समिति की समीक्षा बैठक सम्पन्न, जिलाधिकारी ने दिए आवश्यक दिशा निर्देश*
पंकज कुमार श्रीवास्तव
कन्नौज- जिलाधिकारी शुभ्रान्त शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट गांधी सभागार में जिला पोषण समिति की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि माह मई-2024 तक सैम 732 और मैम 3092 बच्चे मिले हैं उनकी देखभाल के लिए सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएं जिससे बच्चों का विकास किसी भी रूप में बाधित न हो।
इस दौरान उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिये कि सीडीपीओ, सुपरवाइजर, आंगनवाडी सहायिका की टीम बनाकर जिस ग्राम में ज्यादा संख्या में सैम बच्चे मिल रहे है, उस ग्राम का घर-घर बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए। कहा कि बच्चों का चिन्हांकन कर लंबाई, वजन, स्वास्थ्य परीक्षण आदि सही से होना चाहिए। उन्होने कहा कि जिन सैम व मैम बच्चो का वजन कम है उन्हे सरकारी अस्पताल में 14 दिनो के लिये भर्ती कराकर स्वास्थ्य चिकित्सा मुहैया करायी जाये। बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराते समय वजन किया जाए और डिस्चार्ज करते समय भी वजन किया जाएद्य वजन बढ़ने पर ही डिस्चार्ज किया जाये। सैम और मैम बच्चों का ट्रीटमेंट समय से हो इसके लिए सबको जागरूक होना चाहिएै। परियोजना पोषण ट्रेकर पर आधार वैरीफाई कुल 205931 लाभार्थियो के सापेक्ष 205913 लाभार्थियो का हुआ है, शेष 18 आधार वैरीफाई पेडिंग है, जिसे समय से शतप्रतिशत कराया जाये। उन्होने निर्देश दिये कि पोषण ट्रैकर पर आधार अनवैरिफाई 18 रह गये है और 10 एरर दिख रहे है तथा मोबाइल नम्बर सत्यापन हेतु 26835 का होना है,जिसे शीघ्र पूर्ण किया जाये। इसमें किसी प्रकार की हीलाहवाली न की जाये, अन्यथा संबंधित की जिम्मेदारी तय की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिए की लेक्टिंग मदर और 0 से 6 माह के बच्चों में जो 1754 का अंतर है उसेक सही से ठीक किया जाए। कहा कि बच्चों का महीने के प्रथम मंगलवार को वजन समय से कराया जाए। छूटे हुए बच्चों का वजन जल्द से जल्द किया जाए
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि आरबीएसके टीम द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रो का समय-समय से भ्रमण किया जाए और जिन केंद्रो में बच्चों की उपस्थिति कम पाई गई है उनमें उपस्थित पढ़ाई जाए। बच्चों की उपस्थित 90 प्रतिशत होनी चाहिए। किसी भी प्रकार की फर्जी रिपोर्ट न बनाई जाए। कहा कि आँगनवाडी केन्द्र से समन्वय स्थापित कर 11 से 14 वर्ष की 755 किशोरियों को जो विद्यालय नही जाती है उन्हें चिन्हित कर आयरन सप्लीमेंट की किट उपलब्ध करायें। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं की नियमित जांच कर दवाये/पोषाहार उपलब्ध कराये, जिससे होने वाला बच्चा कुपोषण मुक्त हो।
हॉट कुक्ड मील के अंतर्गत 03-06 वर्ष के बच्चों को गर्म पका भोजन पी0एम0 पोषण योजना के मेन्यू की भांति ही दिया जाए। सभी केंद्रों में राशन वितरण समय से होना चाहिएद्य समस्त सीडीपीओ रिव्यू करें कि किस दिनांक तक राशन मिलेगा। एक सिस्टम बनाएं और सिस्टम के आधार पर राशन वितरण किया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी राम कृपाल चौधरी, जिला विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश वर्मा आदि उपस्थित रहें।
Jun 23 2024, 11:09