मॉब लिंचिंग; सड़क पर उतरा मुस्लिम समाज, आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से भड़के
रायपुर- छत्तीसगढ़ के रायपुर में मॉब लिंचिंग में 3 युवाओं की हत्या के बाद मुस्लिम समाज का गुस्सा फूट पड़ा है। रायपुर में शुक्रवार को बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोग सड़क पर उतर आए। प्रदर्शन कर लोग गिरफ्तारी देने के लिए आगे बढ़ रहे थे। इस दौरान पुलिसकर्मियों और समाज के लोगों के बीच धक्का-मुक्की भी हुई।
हालात को देखते हुए मौके पर 3 ASP, 4 CSP और 8 थानेदार समेत भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद है। पूरे प्रदर्शन की ड्रोन से निगरानी हो रही थी। मुस्लिम समाज के लोग वारदात के 14 दिन बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज हैं।
राजनीतिक दबाव में आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने का आरोप
बताया जा रहा है कि वारदात के विरोध और कार्रवाई की मांग पर करीब 300 से 400 लोगों ने सांकेतिक गिरफ्तारियां दी हैं। इस दौरान साथ ही ADM रायपुर देवेंद्र पटेल को ज्ञापन सौंपा है। हुसैनी सेना के अध्यक्ष राहिल राउफी का आरोप है कि राजनीति दबाव के चलते आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है।
इससे पहले बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज समिति के बैनर तले समाज के प्रतिनिधि और लोग बंजारी वाला बाबा मजार के बाहर एकत्र हो गए। वहां धरना और प्रदर्शन करने के बाद हाथों में तिरंगा लिए सुभाष स्टेडियम की ओर बढ़ रहे थे। इस दौरान धार्मिक नारे लगाए जाते रहे। स्टेडियम के बाद पुलिस और समाज के लोगों में धक्का-मुक्की हुई। हालांकि फिर उन्हें अंदर जाने दिया गया। स्टेडियम के अंदर प्रदर्शन और नारेबाजी जारी है।
तीन दिन पहले तीसरे युवक ने भी तोड़ दिया था दम
मॉब लिंचिंग मामले में तीसरे युवक सद्दाम कुरैशी ने भी मंगलवार को दम तोड़ दिया। सद्दाम पिछले 12 दिनों से गंभीर हालत में रायपुर के अस्पताल में भर्ती था। शासन ने इस मामले में SIT का गठन किया था, लेकिन उसके बयान लेने से पहले ही सद्दाम की मौत हो गई। इस वारदात में 2 युवकों की पहले ही मौत हो चुकी है। सद्दाम वारदात का इकलौता गवाह था।
Jun 21 2024, 20:17