विकास कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता स्वीकार्य नहीं: जिलाधिकारी
विश्वनाथ प्रताप सिंह,प्रयागराज। जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल की अध्यक्षता में संगम सभागार में 50 लाख रुपए से अधिक की लागत वाले निर्माण कार्यों एवं विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने पीडब्लूडी, सेतु निगम, यू0पी0 सिड़को, यूपीपीसीएल यूपीआरएनएसएस, आवास-विकास परिषद, सी0एण्ड0डी0एस0, राजकीय निर्माण निगम, उ0प्र0 जल निगम ग्रामीण सहित अन्य कार्यदायी संस्थाओं के कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं से उनसे सम्बंधित प्रोजेक्ट की प्रगति के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि जो भी निर्माण कार्य चल रहे है, वे सभी कार्य गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण हो। किसी भी दशा में रिवाइज इस्टीमेट की स्थिति न होने पाये। जिलाधिकारी ने पूर्ण हुए भवनों/निर्माण कार्यों की थर्ड पार्टी से जांच अनिवार्य रूप से कराये जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि मानक के अनुसार ही सभी कार्यों के पूर्ण होने के बाद हस्तातंरण की कार्यवाही पूर्ण हो, इसके साथ ही उन्होंने निर्माण कार्य जिस विभाग से सम्बंधित हो, उनके विभागीय अधिकारियों को भी आगामी बैठक में उपस्थित रहकर निर्माण कार्य की प्रगति से अवगत कराये जाने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि जो प्रोजेक्ट पूर्ण हो चुके है और यदि उनमें कुछ कमियां रह गयी है, तो उन्हें अविलम्ब दूर कराकर उसकी हस्तांतरण की कार्यवाही सम्पादित की जाये।
जिलाधिकारी ने सेतु निगम के कार्यों की समीक्षा करते हुए सभी निमार्णाधीन कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय से पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि सभी कार्य प्रत्येक दशा में निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करा लिए जाये। उन्होंने अलोपीबाग में निमार्णाधीन ओवरब्रिज के उस हिस्से को, जिससे जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है, उसे शीर्ष प्राथमिकता पर पूर्ण कराये जाने के लिए कहा है। जल निगम के कार्यों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के तहत कराये जा रहे कार्यों को शीघ्रता से पूर्ण कराने के साथ ही साथ उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि पीडब्लूडी के द्वारा निर्धारित मानक दूरी पर ही सड़कों के किनारे खुदायी का कार्य किया जाये साथ ही साथ उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि जैसी स्थिति में सड़के रही है, कार्य के बाद उसी स्थिति में पुन: बनाना सुनिश्चित करें। उन्होंने सड़क निर्माण से सम्बंधित विभागों से उन सड़कों को चिन्हित कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा है, जहां पर सड़क की खुदायी के पश्चात मानक के अनुरूप सड़क का निर्माण कार्य नहीं किया गया है। उन्होंने प्रत्येक विभाग से निर्माण कार्यों में जमीन की उपलब्धता व जमीन अधिग्रहण से सम्बंधित कार्यवाही में आ रही समस्या के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए सम्बंधित उपजिलाधिकारी से समन्वय बनाकर समस्याओं के निराकरण के लिए कहा है।
जिलाधिकारी ने योजनाओं की समीक्षा करते हुए सभी सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत प्रगति सुनिश्चित रहें। उन्होंने कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी। जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को आईजीआरएस से सम्बंधित शिकायतों को अनिवार्य रूप से गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयसीमा से पूर्व ही निस्तारित किए जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने अधिकारियों को प्रतिदिन अपने विभाग से सम्बंधित आईजीआरएस पोर्टल की समीक्षा करते रहने के निर्देश दिए है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि समय सीमा के अन्तर्गत शिकायतों का निस्तारण नहीं किया गया, तो सम्बंधित अधिकारियों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी।
जिलाधिकारी ने मुख्य पशुचिकित्साधिकारी से अण्डा उत्पादन, निराश्रित गोवंश का संरक्षण, कृत्रिम गभार्धान, निराश्रित गोवंश की सुपुर्दगी, ईयर टैगिंग की जानकारी प्राप्त करते हुए लक्ष्य के सापेक्ष पशुओं का टीकाकरण सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने पीडब्लूडी विभाग के अधिकारियों से नई सड़कों के निर्माण की प्रगति के बारे में जानकारी लेते हुए सड़कों का निर्माण कार्य गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूर्ण करने एवं सड़कों के सुदृढ़ीकरण/मरम्तीकरण के कार्य को इसी माह पूर्ण करने के लिए कहा है। उन्होंने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना, राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन, कौशल विकास, प्रोजेक्ट अलंकार, प्रधानमंत्री वनसम्पदा योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, आपरेशन कायाकल्प, मनरेगा, निपुण लक्ष्य, पर्यटन व अल्पसंख्यक विभाग से सम्बंधित योजनाओं के बारे में विस्तार से बिंदुवार समीक्षा करते हुए सभी सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, परियोजना निदेशक अशोक कुमार मौर्या सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे ।
Jun 21 2024, 15:38