खूंटी जिला प्रशासन की अनूठी पहल,सिकलसेल मरीजों को पहली बार पेंशन का दिया जायेगा लाभ
■ बेहतर स्वास्थ्य सुविधा राज्य सरकार और जिला प्रशासन की प्राथमिकता है...!!
■ सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित लोगों के लिए नई उम्मीद, स्वामी विवेकानंद निशक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना के तहत कुल 9 लोगों के लिए पेंशन की स्वीकृति...
■ बेहतर इलाज और जागरूकता की दिशा में भी हो रहा है काम
झारखंड डेस्क
रांची: उपायुक्त श्री लोकेश मिश्रा की पहल पर जिले में पहली बार जिला सामाजिक सुरक्षा कोषांग, खूंटी द्वारा स्वामी विवेकानंद निशक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना के तहत सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित व्यक्तियों के लिए पेंशन की स्वीकृति दी गई है।
प्रथम चरण में 09 व्यक्तियों को शामिल किया जाएगा, जिनमें खूंटी प्रखंड के 3, कर्रा के 3, मुरहू के 2 तथा तोरपा के 1 व्यक्ति शामिल हैं। इस योजना के तहत लाभुकों को आजीवन 1000 रुपये प्रतिमाह की राशि दी जाएगी। यदि बाद में कोई सिकलसेल का मामला प्रकाश में आता है या उसकी पहचान होती है तो उसे इस योजना के तहत शामिल किया जाएगा।
अब तक जिले में 99165 व्यक्तियों की सिकलसेल जांच
जिले में अब तक 99165 व्यक्तियों की सिकलसेल जांच
की गई है, जिसमें से 114 सिकलसेल के वाहक पाए गए तथा कुल 46 व्यक्ति सिकलसेल एनीमिया-थैलेसीमिया रोग से ग्रसित पाए गए।
जिसमें से 9 व्यक्ति जो 40 प्रतिशत या उससे अधिक सिकलसेल एनीमिया-थैलेसीमिया रोग से ग्रसित हैं, उन्हें विकलांगता प्रमाण पत्र के आधार पर स्वामी विवेकानंद निशक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन योजना के तहत पेंशन दी जा रही है।
यह एक वंशानुगत रक्त संबंधी बीमारी है,
वर्तमान में जहां एक ओर स्वास्थ्य सुविधाओं के कारण लोगों की जीवन प्रत्याशा बढ़ी है, वहीं दूसरी ओर आदिवासी आबादी विभिन्न बीमारियों से ग्रसित है। इनमें सिकल सेल एनीमिया बहुत व्यापक है। यह एक वंशानुगत रक्त संबंधी बीमारी है, यह विकारों का एक समूह है जो हीमोग्लोबिन के उत्पादन को प्रभावित करता है। गंभीर एनीमिया, पीलिया, विकास में देरी और संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। सिकल सेल एनीमिया एक गंभीर बीमारी है, इसके उपचार की जानकारी सुदूर क्षेत्रों तक पहुंचाना हम सभी की जिम्मेदारी है। इसके लिए जिले के सभी प्रखंडों में सिकल सेल एनीमिया-थैलेसीमिया जांच/जांच शिविर का आयोजन किया गया।
सरकार सजग कर रही हैं शिविर लगा कर किया जा रहा जागरूक
जिले से सिकल सेल मोबाइल मेडिकल वैन लगातार सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर सिकल सेल जांच कर रही है। साथ हीं लोगों को सजग कर जागरूक किया जा रहा है.
सदर अस्पताल, खूंटी में बनाया गया सेंटर हो रही इलाज़
सिकल सेल एनीमिया-थैलेसीमिया-डे केयर सेंटर का संचालन सदर अस्पताल, खूंटी में सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित लोगों को समुचित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
हर महीने सिकल सेल एनीमिया-थैलेसीमिया से पीड़ित औसतन 15 लोगों को परामर्श, उपचार, दवाइयां और रक्त उपलब्ध कराया जा रहा है।
Jun 19 2024, 14:25