झारखंड से दो सांसदों को मंत्रिमंडल में मिली जगह, अन्नपूर्ण देवी केंद्रीय तो संजय सेठ ने राज्यमंत्री की ली शपथ,
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रांची। केंद्र में 9 जून को मोदी मंत्रिमंडल में कुल 72 मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। वहीं, झारखंड की राजनीति में एक बड़े नाम के रूप में अपनी पहचान बनाने वाली अन्नपूर्णा देवी को एनडीए सरकार में पदोन्नति मिली है। रविवार शाम को राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में कैबिनेट मंत्री के रूप में अन्नपूर्णा देवी ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। केंद्र की पिछली मोदी सरकार में अन्नपूर्णा देवी शिक्षा राज्यमंत्री के पद पर रह चुकी थीं। ये दूसरी बार मंत्री बनी हैं। इस बार इन्हें प्रमोशन देकर केंद्रीय मंत्री बनाया गया है।
वहीं, रांची संसदीय क्षेत्र से लगातार दूसरी बार निर्वाचित संजय सेठ को मंत्री बनाकर यहां के वैश्यों को साधने का प्रयास किया गया है। उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली है। संजय सेठ पहली बार मंत्री बने हैं। उनके मंत्री बनने के बाद रांची की की जनता में खासा उत्साह देखने को मिला।उनका कहना था की रांची राजधानी होने के नाते उन्हें मंत्री पद मिला जरूरी था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने झारखंड से अन्नपूर्णा देवी तथा संजय सेठ को केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह देकर केंद्र सरकार राज्य में ओबीसी आबादी को साधने का प्रयास कर रही है। झारखंड की बात करें तो यहां भी 55 प्रतिशत आबादी ओबीसी की है तथा सभी दलों के एजेंडे में यह समाज अनिवार्य रूप से होता है। झारखंड में यादवों की आबादी 14 प्रतिशत है, जबकि वैश्यों की आबादी 40 प्रतिशत है। अगले छह माह में झारखंड में विधानसभा चुनाव भी होना है। तो इससे यह कह सकते है कि इसे ध्यान में रखते हुए यह रणनीति चुनाव में कारगर साबित हो सकती है।
जानकारी के मुताबिक, चंद्रप्रकाश चौधरी को भी मंत्री बनाया जाना था। लेकिन जमशेदपुर के सांसद बिद्युत वरण महतो बाधक बने, क्योंकि उनकी उपेक्षा कर कुर्मी जाति से चंद्रप्रकाश को मंत्री बनाना मुश्किल था। बिद्युत वरण लगातार तीसरी बार चुनाव जीते हैं। हालांकि उन्हें भी इस बार मंत्री नहीं बनाया गया। इसी तरह, गोड्डा से लगातार चौथी बार चुनाव जीतनेवाले निशिकांत दूबे को इस बार मंत्री बनाए जाने की संभावना व्यक्त की जा रही थी, लेकिन उन्हें भी मौका नहीं मिला।
Jun 10 2024, 16:22