/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496467143592709.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496467143592709.png StreetBuzz संताल परगना की तीन सीटों पर आज थम जाएगा चुनाव प्रचार अभियान , इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर Jharkhand
संताल परगना की तीन सीटों पर आज थम जाएगा चुनाव प्रचार अभियान , इन दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर

झारखंड डेस्क

लोकसभा 2024 के अंतिम चरण के चुनाव में एक जून को झारखंड के संताल परगना की तीन लोकसभा सीटों के लिए वोट डाले जायेंगे। आज यानी गुरुवार की शाम गोड्डा, दुमका और राजमहल लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार थम जायेगा।

ऐसे में बुधवार को दुमका और गोड्डा लोकसभा क्षेत्र में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभा और रोड शो किया। वहीं भाजपा के दो-दो राज्यों के सीएम छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव सोय और मध्य प्रदेश के सीएम मोहन यादव, पूर्व सीएम सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कमाल संभाली।

विपक्ष की बात करें, तो झामुमो की कल्पना सोरेन और मंत्री बसंत सोरेन, मंत्री हफीजुल ने धुआंधार प्रचार किया। इनके अलावा सुप्रीयो भट्टाचार्या, विनोद पांडेय समेत अन्य नेताओं ने चुनाव प्रचार किया। कांग्रेस की ओर से मंत्री बादल, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता समेत कई नेता बैठकें कर रहे हैं, सभाएं कर रहे हैं।

अंतिम चरण में एक जून को तीनों लोकसभा सीटों पर वोटिंग होगी और इसी के साथ दुमका और गोड्डा के 19-19 और राजमहल के 14 उम्मीदवारों यानी कुल 52 प्रत्याशियों की किस्मत इवीएम में बंद हो जायेगी। वोटिंग सुबह सात से शाम पांच बजे तक होगी।

गोड्डा से भाजपा के डॉ निशिकांत दुबे, कांग्रेस से प्रदीप यादव, बसपा से बजरंगी महथा समेत 16 निर्दलीय प्रत्याशी, दुमका से भाजपा की सीता सोरेन और झामुमो के नलिन सोरेन और राजमहल लोकसभा सीट से झामुमो के विजय हांसदा, भाजपा के ताला मरांडी और निर्दलीय में झामुमो के बागी प्रत्याशी लोबिन हेंब्रम मैदान में हैं।

सरयू बनाम ढुलू मामला : धनबाद उपायुक्त के पास पहुंचा संयुक्त सचिव का पत्र ;जाँच करते हुए यथाशीघ्र कार्रवाई के दिए निर्देश


धनबाद: 25 अप्रैल को सरयू राय ने झारखंड के राज्यपाल को पत्र लिख की शिकायत

जमीनों पर जबरदस्ती कब्ज़ा करने का सरयू ने ढुलू पर लगाया आरोप

संयुक्त सचिव अर्चना मेहता ने धनबाद उपायुक्त को मामले में यथाशीघ्र जांच कर कार्रवाई के दिये निर्देश।

विधायक सरयू राय और बाघमारा विधायक सह धनबाद भाजपा प्रत्याशी ढुलू महतो के बीच आरोप प्रत्यारोप के बाद मामला लिखित रूप में शिकायत तक जा पहुंची है। बता दें कि सरयू राय लगातार ढुलू महतो पर हमलावर रहें हैं टिकट मिलने से लेकर अबतक वो ढुलू महतो पर कई आरोप लगा चुके हैं जबकि खुले मंच से भी उनकी छवि को लेकर कई बात रख चुके हैं।

25 अप्रैल को सरयू राय ने झारखंड के राज्यपाल को पत्र लिख की शिकायत । वहीं सरयू राय ने झारखंड के राज्यपाल को पत्र के माध्यम से ढुलू के ख़िलाफ 25 अप्रैल को शिकायत की थी जिसमें उन्होंने बाघमारा विधायक ढुलू महतो पर आरोप लगाते हुए लिखा है कि बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में भ्रमण के दौरान उन्हें यह ज्ञात हुआ कि उक्त क्षेत्र के वर्तमान विधायक एवं धनबाद लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ढुलू महतो द्वारा वहाँ के लोगों पर दबंगई एवं अत्याचार कर परेशान किया जा रहा है।जमीनों पर जबरदस्ती कब्ज़ा करने का सरयू ने ढुलू पर लगाया आरोप है।

पत्र में राज्यपाल को बताया कि ढुलू महतो महतो द्वारा जबरन वहाँ के लोगों की निजी जमीन, रैयती एवं सरकारी ज़मीनों पर भी कब्जा किया जा रहा है। ग्रामीणों की शिकायतों के बावजूद भी सरकार एवं पुलिस- प्रशासन के अधिकारियों द्वारा उचित कार्रवाई नहीं की जा रही है।

संयुक्त सचिव अर्चना मेहता ने धनबाद उपायुक्त को मामले में यथाशीघ्र जांच कर कार्रवाई के दिये निर्देश।

इसी पत्र के आलोक में झारखण्ड के राज्यपाल सचिवालय से संयुक्त सचिव अर्चना मेहता द्वारा धनबाद के उपायुक्त के नाम पत्र निर्गत करते हुए अनुरोध किया गया है कि मामले की सम्पूर्ण जाँच करते हुए यथाशीघ्र विधिसम्मत कार्रवाई करने की कृपा की जाय।

हथियारबंद उग्रवादियों ने मैक्लुस्कीगंज मे बीएसएनएल के ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के काम में लगे एक कंटेनर को फूंका,एक मज़दूर को भी जला दिया जिंदा




झारखंड में हथियारबंद उग्रवादियों ने एक बड़ी घटना को अंजाम दे दिया. भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के काम में लगे एक कंटेनर को फूंक दिया, जिसमें एक मजदूर जिंदा जल गया. ग्रामीण एसपी, एसएसपी ने मैक्लुस्कीगंज पहुंचकर मामले की पड़ताल की. फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम भी मैक्लुस्कीगंज पहुंच गई है. घटना रांची जिले के मैक्लुस्कीगंज के दुल्ली करम कोचा की है. ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने बुधवार (29 मई) को घटनास्थल का दौरा किया और वहां मौजूद लोगों से पूछताछ की. बताया कि मैक्लुस्कीगंज थाना क्षेत्र के दुल्ली करम कोचा में एसआईपीएल कंपनी बीएसएनल का ऑप्टिकल फाइबर बिछाने का काम कर रही है. घटना के बारे मे बतया जाता है मंगलवार (28 मई) की रात करीब 9:43 बजे चार अज्ञात हथियारबंद उग्रवादियों ने वहां धावा बोला और कंटेनर में आग लगा दी. जंगल की ओर से आये उग्रवादियों ने पहले फायरिंग करके दहशत फैलाया. बताया जा रहा है कि उग्रवादी बोतल में पेट्रोल भरकर लाये थे. पहले कंटेनर पर पेट्रोल छिड़का और उसके बाद उसमें आग लगा दी. सीसीएल से बुलाई गई रेस्क्यू टीम कंटेनर में आग लगाने के बाद अगले टायर में गोली मार दी. घटना की सूचना मिलने के बाद खलारी डीएसपी आरएन चौधरी, इंस्पेक्टर विजय सिंह, मैक्लुस्कीगंज के थाना प्रभारी गोविंद कुमार घटनास्थल पर पहुंचे. सीसीएल से रेस्क्यू टीम को बुलाया गया. तब तक कंटेनर पूरी तरह से जल गया था. आगजनी में करीब एक करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान उग्रवादियों की आगजनी में कंपनी का कंटेनर और उसके अंदर रखा एचडीडी मशीन, डीजी ट्रैकर सहित अन्य सामान जलकर राख हो गए. लगभग एक करोड़ रुपए के नुकसान का अनुमान है. उग्रवादियों से बचने के लिए कंटेनर में छिप गया था संजय भूइयां घटना के दौरान मौका मिलते ही सारे मजदूर जान बचाकर भाग गए. एक मजदूर संजय भुईयां (25) पिता तुलसी भुईयां ग्राम छल्लीदोहर, मदनपुर, औरंगाबाद निवासी कंटेनर के अंदर ही छुप रह गया. चूंकि उग्रवादियों ने कंटेनर को भी आग के हवाले कर दिया, उसके अंदर छिपा संजय जिंदा जल गया. इन लोगों ने भागकर बचाई अपनी जान ऑपरेटर अखिलेश ठाकुर, मजदूर गुड्डू भुईयां, धर्मेंद्र भुईयां, गोलु भुईयां, सुखल भुईयां और रवि भुईयां (सभी छल्लीदोहर के रहने वाले) और बांकेबाजार निवासी गुड्डू भुईयां साइट पर काम कर रहे थे. उग्रवादियों को देखकर वे वहां से भाग गए. मिसिंग मजदूर संजय भुईयां कंटेनर में मृत मिला ठेकेदार के कर्मचारियों ने बताया कि घटना के बाद बुधवार सुबह जब घटनास्थल पर पहुंचे, तो सबसे पहले मजदूरों को ढूंढ़ा गया. सभी 5 मजदूर सुरक्षित मिले, लेकिन एक मजदूर मिसिंग था. खोजबीन के दौरान मजदूर संजय भुईयां का जला हुआ शव कंटेनर के अंदर देख सभी हतप्रभ रह गए. तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई. माओवादियों ने पहले छोड़ा था धमकी भरा पर्चा संवेदक के कर्मचारी ने बताया कि 19 अप्रैल को चामा के निकट काम के दौरान उग्रवादियों ने संवेदक के नाम एक पर्चा छोड़ा था. भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी कोयल संख जोनल कमेटी के लेटर पैड पर काम बंद करने और संगठन से बात करने की हिदायत दी गई थी. रवींद्र जी के नाम से जारी पर्चा में धमकी दी गई थी कि कि अगर काम बंद नहीं हुआ, तो जान-माल की हानि हो सकती है. यह भी कहा था कि पुलिस को इसकी सूचना दी, तो अंजाम बुरा होगा.
रांची के अनगड़ा प्रखंड में ग्रमीण महिलाओं ने एक 60 वर्षीय व्यक्ति को पीट पीट कर मार डाला,उस व्यक्ति को जादू टोना जानने का आरोप लगा कर मारा गया


झारखंड डेस्क झारखंड की राजधानी रांची में एक विभत्स घटना सामने आयी है.एक बृद्ध को गांव की महिलाओ ने डायन बताकर हत्या कर दी. महिलाओं ने मिलकर लाठी व पत्थर से मार-मारकर उसकी हत्या कर दी. परिजनों पर दबाव बनाकर शव को नदी में फेंकने के लिए मजबूर कर दिया. घटना राजधानी रांची के अनगड़ा प्रखंड की है. बताया जा रहा है कि अनगड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत सुदुर पैका पंचायत के जरगा तेतरटोली में इस वीभत्स घटना हुई. इस संबंध में बताया गया है कि मंगलवार की शाम 6:00 बजे के आसपास बालेश्वर उरांव उर्फ बाया उरांव (60 वर्ष) पड़ोस के घर में सोई एक युवती को जबरन उठा रहा था. बताया जा रहा है कि उस वक्त वह शराब के नशे में धुत था. युवती बालेश्वर की हरकत से परेशान होकर चिल्लाने लगी. उसकी आवाज सुनकर पड़ोस की महिलाएं एकत्रित हो गईं. इसी बीच, बात बढ़ी और महिलाओं ने लाठी व पत्थर से मारकर उसकी हत्या कर दी. बीच बचाव करने के लिए पहुंची बालेश्वर की पत्नी एतवारी देवी को भी महिलाओं ने मारकर घायल कर दिया. बालेश्वर की हत्या करने के बाद महिलाओं ने मृतक के परिजनों को लाश को जल्दी ठिकाने लगाने का फरमान सुनाया. उसके बाद ग्रामीणों के दबाव में बुधवार (29 मई) को तड़के मृतक के दोनों पुत्र और अन्य परिजनों ने शव को राढ़ू नदी में फेंक दिया. इसकी सूचना मिलने पर अनगड़ा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को जब्त किया. मामले में पुलिस ने गांव की दशमी देवी, जुलियानी तिर्की, सोमारी देवी, दुलिया लकड़ा व अनिमा मुंडा को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार महिलाओं ने कहा : जादू-टोना जानता था बालेश्वर कई अन्य लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. गिरफ्तार महिलाओं ने बताया कि मृतक जादू-टोना जानता था. वह काला जादू करके गांव की महिलाओं को मारने की धमकी देता रहता था. उसने जिस युवती को पकड़ा था, उसे भी वह मारने की फिराक में था. गांव वाले जब भी उसे कुछ कहते थे, तो वह थाना में जाकर डायन-भूत मामले में प्रताड़ना का केस दर्ज करा देता था.
झारखंड में ईडी की कार्रवाई से बनता जा रहा है बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल मंत्री और नौकरशाह का ठिकाना

कुछ कार्रवाई पर उठ रही है अंगुली,तो और कारवाई से ईडी जीत रहा है जनता का भरोसा



झारखंड डेस्क रांची का बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल मे इन दिनों माननीय का आवास सा बन गया है। झारखंड जैसे राज्य के लिए यह बहुत गर्व की बात नही है। पिछले कुछ दिनों में जितने भी खुलासे हुए ।जितनी कैश बरामद हुई और इस आरोप में जो लोग भी जेल गये अगर सभी जाँच में सत्यापित हो जाते है और आरोपियों पर दोष सिद्ध हो जाता है तो झारखंड के इतिहास में यह कलंकित अध्याय होगा। आज् बिरसा मुंडा केंद्रीय करागार में झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को भी इडी ने गिरफ्तार कर डाला गया।उनपर लैंड स्केम का आरोप लगाया गया है। हलाकि जिस जमीन के मामले में उन्हे गिरफ्तार किया गया है वह जमीन इनके नाम पर नही है।और सीधा आरोप सिद्ध नही होता है,लेकिन ईडी ने उन्हे आरोपित कर जेल में डाल दिया है।अब मामला नययालय् में है और इस मामले में ईडी इस आरोप को सिद्ध कर पाती है या नही यह समय बताएगा लेकिन झामुमो और राज्य के अधिसंख्य जानता यह मानकर चल रही है कि भारतीय क़ानून व्यवस्था हमारी बहुत मज़बूत है और हेमंत सोरेन बेदाग मुक्त होंगे। लेकिन राज्य में लैंड स्केम के अलाबे बहुत कुछ और ऐसा हुआ है।और ईडी ने खुलासे किये हैँ वह हैरत अंगेज है। जिसके करण ईडी की कुछ कार्रवाई पर भले अंगुली उठे लेकिन कुछ कार्रवाई की सत्यता से उनके पहल की प्रशासा भी हो रही है,और लोग भरोसा भी कर रहे हैं। अभी हाल में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम 15 मई 2024 को गिरफ्तार किये अगर जो अभी इसी जेल में हैँ। उनपर कमीशन स्केम का आरोप ईडी ने लगाया।कमीशन का 35 करोड़ रुपये भी बरामद किया गया।यह बहुत हीं गंभीर मामला है।सरकार में मंत्री पद पर आसीन लोग किस तरह विकास के नाम पर स्वीकृत राशि का बंदरबांट करते हैँ इसका यह बहुत बड़ा उदहारण है।इस तरह सभी मंत्रालय सवालों के घेरा में आ रहा है। उससे पहले आईएएस पूजा सिंघल, छविरंजन, झारखंड प्रशानिक सेवा के अफसर संजीव लाल और ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम गिरफ्तार हुए थे। अभी कुछ और गिरफ्तारियों की आशंका जताई जा रही है। झारखंड टेंडर कमीशन घोटाले में ईडी का जांच दायरा बढ़ता जा रहा है झारखंड के घोटालों के फेहरिस्त में टेंडर कमीशन घोटाला नया अध्याय है। प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारी जहां हाथ डालते हैं, नए-नए घोटालों का राजफाश होने लगा है। यह भी सच है कि ज्यादातर घोटालों के तार पूर्ववर्ती रघुवर दास के कार्यकाल से ही जुड़ते रहे हैं। मनरेगा घोटाले की जांच के लिए ईडी ने पहली बार झारखंड में दबिश दी थी। रघुवर दास के कार्यकाल में खूंटी की उपायुक्त पूजा सिंघल पर मनरेगा घोटाले का आरोप लगा था। ईडी ने जांच शुरू की तो नए-नए घोटालों की परतें खुलती गईं। ईडी को 1250 करोड़ रुपये के पत्थर खनन घोटाला का पता चला तो जमीन घोटालों के मामले भी ईडी ने उजागर उजागर किए। अब ईडी ने टेंडर घोटाले की पोल खोल दी है। *2019 में भी टेंडर घोटाले के मामले आये थे सामने* झारखंड एसीबी की टीम को अब से पांच साल पहले ही टेंडर कमीशन की भनक लग गई थी, जब 10 हजार रिश्वत लेते एसीबी की टीम ने जमशेदपुर में एक जूनियर इंजीनियर सुरेश राम को गिरफ्तार किया था। सुरेश राम एक ठेकेदार से टेंडर के एवज में पैसे ले रहे थे। सुरेश राम ने तब कबूल किया था कि ये पैसे चीफ इंजीनियर वीरेंद्र राम के पास पहुंचाए जाने हैं। तब राज्य में रघुवर दास के नेतृत्व वाली भाजपा की सरकार थी। रघुवर सरकार की सत्ता में पुनर्वापसी नहीं हुई और हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के गठबंधन वाली सरकार ने इस ओर ध्यान ही नहीं दिया। ऐसा जानबूझ कर किया गया या लापरवाही में, पर खामियाजा गठबंधन सरकार को ही अब झेलना पड़ रहा है। *वीरेंद्र के घर से मिले थे 2.66 करोड़* रिश्वत लेने वाले सुरेश राम को लेकर एसीबी की टीम ने जब वीरेंद्र राम के घर पर दबिश दी तो उसके होश उड़ गए। वीरेंद्र के आवास में एसीबी को 2.66 करोड़ नकद मिले थे। इतनी बड़ी रकम बरामद होने के कारण ईडी ने मामले को अपने हाथ ले लिया। चार साल बाद ईडी ने फरवरी 2023 में वीरेंद्र राम के 24 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की तो 30 लाख रुपये के नकद के अलावा अलावा 1.50 करोड़ रुपये जेवरात भी मिले। उनकी 100 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति की भी ईडी को जानकारी मिली। ईडी ने उनसे लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। *साल भर रही चुप्पी उसके बाद फिर जाँच मे आयी तेजी* वीरेंद्र राम की गिरफ्तारी के बाद ईडी ने साल भर चुप्पी साध ली। इधर टेंडर में कमीशनखोरी का धंधा परवान चढ़ता रहा। ईडी ने इसी महीने ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के घर छापा मारा। वहां से नोटों का 'पहाड़' बरामद किया। एक जगह से ईडी को 32 करोड़ से अधिक नकद मिले। फिर संजीव लाल के दफ्तर और उसके करीबियों के आवास पर ईडी ने दबिश दी तो और चार करोड़ रुपये बरामद हुए। ईडी ने संजीव लाल और उसके नौकर को तो उसी दिन गिरफ्तार कर लिया। दो दिन बाद मंत्री आलमगीर आलम को भी ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया। आलमगीर से भी ईडी ने दो दनों तक मैराथन पूछताछ की और उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। इस् बींच जो बातें सामने आयी उसके बाद ईडी को अलग-अलग पूछताछ में उनसे यह जानकारी मिली कि ग्रामीण विकास विभाग के ठेके के एवज में मोटा कमीशन ठेकेदारों से वसूल किया जाता था। फिर इसका बंदरबांट विभाग के ऊपर से नीचे तक के अधिकारियों में होता था। *मंत्री को भी उनका हिस्सा पहुंचता था।* वसूली से आए पैसे रखने का दायित्व संजीव लाल का ही था। उसने अपने नौकर जहांगीर आलम के नाम पर एक फ्लैट ले रखा था, जहां ये पैसे रखे जाते थे। जहांगीर अलग-अलग स्थानों पर जाकर लोगों से पैसे इकट्ठा करता और झोले में लेकर स्कूटी से फ्लैट तक आता। जिस अपार्टमेंट में जहांगीर का फ्लैट है, वहां के लोगों को इसकी तनिक भी भनक नहीं थी कि वहां नोटों का जखीरा रखा गया है। *फ्लैट से नोट और कागजात भी मिले* ईडी ने दो बार जहांगीर आलम के फ्लैट की अब तक तलाशी ली है। पहली बार जब नोट बरामद हुए थे। दूसरी बार शनिवार (25 मई 2024) को ईडी ने जहांगीर के फ्लैट को खंगाला। वहां से जो दस्तावेज और कागजात ईडी के हाथ लगे हैं, उनमें लेन-देन का पूरा ब्यौरा लिखा बताया जाता है। ईडी सूत्रों के मुताबिक, ग्रामीण विकास विभाग के उन अफसरों के नाम उन कागजों में हैं, जिन्हें कमीशन का हिस्सा पहुंचता था। इसके अलावा भी कुछ और सनसनीखेज दस्तावेज बरामद हुए हैं, जो जांच के दायरे को बढ़ाने में मददगार हो सकते हैं। *IAS मनीष का भी आया हिस्सेदारों में नाम* पूछताछ और बरामद कागजात के ब्यौरे से ईडी को यह पता चल चुका है कि ग्रामीण विकास विभाग में सचिव रहे मनीष रंजन भी कमीशन के पैसों में हिस्सेदार हैं। ईडी ने पूछताछ के लिए उन्हें 24 मई को बुलाया था, लेकिन उन्होंने अपनी व्यस्तता बताते हुए तीन सप्ताह की मोहलत मांगी। ईडी ने उन्हें सिर्फ तीन दिन दिन की मोहलत देते हुए 28 मई को हर हाल में हाजिर होने को कहा गया था जिसमे वे हाज़िर हुए। मंत्री आलमगीर आलम दूसरी बार ईडी के रिमांड पर थे। उनके रिमांड की अवधि 27 मई को खत्म हो गयी। ईडी तीसरी बार उनके रिमांड के लिए पीएमएलए कोर्ट से आवेदन करने की तैयारी में है। ईडी की तैयारी आलमगीर और मनीष रंजन को आमने-सामने बिठा कर पूछताछ करने की है। आशंका यह भी जताई जा रही है कि मनीष भी नहीं बचेंगे। *ईडी के रडार पर हैं कई और अफसर* ईडी के हाथ जहांगीर के फ्लैट से जो कागजा हाथ लगे हैं, उनमें लेन-देन का हिसाब कोड वर्ड में लिखा है। संजीव लाल, जहांगीर और मंत्री आलमगीर से पूछताछ में ईडी इन्हें डिकोड कर चुकी है। अब उसके पास कमीशन घोटाले में संलिप्त लोगों के नामों का पता चल चुका है। इसलिए मनीष रंजन के बाद कई और अफसरों को ईडी पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर सकता है। ईडी को जहांगीर के फ्लैट की दोबारा तलाशी में जो कागज मिले हैं, उनमें ठेकेदारों के नाम भी दर्ज हैं, जिनसे ठेके के एवज में कमीशन वसूले गए। *रांची का जेल माननीय का बनता जा रहा है आवास*। रांची की बिरसा मुंडी सेंट्रल जेल में फिलवक्त पूर्व सीएम हेमंत सोरेन जमीन घोटाले में बंद हैं। अब तो ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम भी पहुंच गए हैं। आईएएस पूजा सिंघल, छवि रंजन और मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के अलावा अब मनीष रंजन के भी जेल जाने की स्थिति बनती दिख रही है। यानी सरकार चलाने वाले नेताओं से लेकर अधिकारियों तक का ठिकाना सेंट्रल जेल बनता जा रहा है। टेंडर कमीशन घोटाले में कुछ और अफसरों के भी सेंट्रल जेल जाने के आसार दिख रहे हैं।
झारखंड में आज गर्मी ने तोड़ा रिकॉर्ड, डाल्टेनगंज में पारा पहुंचा 47 °C के पार , रांची में 40.2 °C ,लोगों का हाल बेहाल



झारखंड में आज गर्मी ने सारे रिकार्ड तोड़ कर तापमान 47 डिग्री पार कर गया।इस गर्मी से आज लोग बेहाल रहा। पिछले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 8 डिग्री तक वृद्धि दर्ज की गयी। मौसम विभाग के अनुसार गर्मी ने झारखंड में मई महीने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।28 मई को डाल्टेनगंज का तापमान 47.5 °C दर्ज किया गया। जो मई महीने में डाल्टेनगंज के लिए इस दशक का सर्वाधिक अधिकतम तापमान है। इससे पहले मई में सर्वकालिक अधिकतम तापमान का रिकॉर्ड 47.8° है जो 6 मई 1978 को दर्ज किया गया था। डाल्टेनगंज के अलावा गढ़वा में 47.2, चाईबासा में 43.3 राजधानी रांची में 40.2 °C अधिकतम तापमान दर्ज किया है। पिछले 24 घंटे में राज्य में कहीं-कहीं पर आंधी के साथ हल्के दर्जे की वर्षा हुई। सबसे अधिक वर्षा 6.5 एमएम पाकुड़ में दर्ज की गयी। वहीं सबसे अधिक उच्चतम तापमान 41.5 °C डाल्टेनगंज में, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 23.9 °C गिरिडीह में दर्ज किया है। बुधवार को गढ़वा, पलामू एवं चतरा जिलों में कहीं-कहीं पर भीषण लू चलने की संभावना मौसम विभाग के अनुसार बुधवार को राज्य के गढ़वा, पलामू एवं चतरा जिलों में कहीं-कहीं पर भीषण लू चलने की संभावना है। वहीं 30 मई को राज्य के पश्चिमी, दक्षिणी एवं निकटवर्ती मध्य भागों में कुछ स्थानों पर लू चलने की स्थिति रहेगी। 31 मई को राज्य के उत्तर-पश्चिमी भाग में कहीं-कहीं लू चलने की संभावना कि। विभाग के अनुसार राज्य में अगले 2 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में 3-5 °C की वृद्धि हो सकती कि। राज्य में 31 मई से बारिश होने की संभावना मौसम विभाग के अनुसार 31 मई को राज्य के उत्तर-पूर्वी भाग में कहीं-कहीं पर हल्के दर्जे की वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान राज्य के पूर्वी भागों में कहीं-कहीं पर गर्जन और तेज़ हवाओं का झोंका चलने (अधिकतम गति 30-40 kmph) के साथ वज्रपात होने की संभावना होने की संभावना है। शहरों का अधिकतम व न्यूनतम तापमान रांची 40.2,°C 24.4 °C जमशेदपुर 37.6, 26.8 डाल्टेनगंज 47.5, 8.9 बोकारो 40.3, 26.2 चाईबासा 43.3, 27.0 देवघर 40.8, 25.6 गिरिडीह 40.4, 23.9 गढ़वा 47.2, 30.0 सरायकेला 42.2, 26.5 गोड्डा 37.2, 26.1
राजमहल लोकसभा पर इस बार होगा दिलचस्प मुकाबला,लोबिन हेम्ब्रम ने बढ़ाई इंडी गटबंधन की चिंता,भाजपा के लिए है सुनहरा अवसर..?

झारखंड डेस्क

लोकसभा 2024 के चुनाव में झारखंड का दो सीट था जो मोदी के जबरदस्त लहर के वाबजूद भाजपा को नही मिल पाया।उस दो सीट में एक सिंहभूम से कांग्रेस प्रत्याशी गीता कोड़ा ने झटक ली थी और दूसरा सीट था राजमहल जहां से विजय हांसदा ने झमुमो के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा था।झमुमो ने इस बार भी विजय हांसदा पर भरोसा किया और इस बार भी विजय हांसदा को यहां से टिकट दिया। लेकिन यह लोविंन हेम्ब्रम को नागवार लगा ।क्योंकि लोविन चाहते थे कि टिकट उन्हें मिले। नही मिलने पर लोविंन ने विद्रोह कर दिया और राजमहल से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में दावा थोक दिया।जिसके कारण यह सीट ज्यादा कॉम्प्लिकेटेड हो गया।अब यहां त्रिकोणीय संघर्ष के कारण इस बार भाजपा का रास्ता साफ दिख रहा हैं।इस बार के इस दिलचस्प मुकाबले के लिए राजमहल लोकसभा सीट पर सबकी निगाहें टिकी हुई है।

लोविंन हेम्ब्रम क्यों है जेएमएम के लिए चनोती...?

झामुमो से बरियो विधायक लोबिन हेम्ब्रम का भी उस क्षेत्र में दबदबा है।और उसके खड़े होने से वहां भाजपा और इंडी गठबंधन के बीच सीधा टक्कर नही रहा। वैसे पिछले कुछ सालों से झामुमो से लोबिन हेम्ब्रम नाराज चल रहे हैं।इसलिए झारखंड सरकार के नीति की सत्तापक्ष में रहते हुए आलोचक रहे। उन्होंने 1932 के खतियान को लेकर भी हेमन्त सोरेन का विरोध किया और खतियान आधारित स्थानीय नीति को लेकर न्याय यात्रा पर निकला।इस से भी झामुमो के नेतृत्व को लोबिन हेम्ब्रम से नाराजगी थी कि पार्टी के नीति और फैसला के विपरीत यह कदम पार्टी के हित पर असर डाल रहा है।दूसरी तरफ विजय हांसदा का पारिवारिक पृष्ठभूमि और पिछले चुनाव में उसके रिजल्ट को देखकर उन्हें टिकट दिया गया जबकि लोबिन हेम्ब्रम ने विजय हांसदा को टिकट देने के विरोध में मोर्चा खोल दिया था।और अंततः चुनाव में उतर कर जेएमएम के लिए मुशिकल बढ़ा दी है।

लोबिन हेम्ब्रम की भीड़ ने बढ़ाई इंडी गठबंधन की चिंता

लोबिन के चुनाव प्रचार में उनके पीछे चलने वाला हुजूम किसी पार्टी के भीड़ से कम नहीं रहा है। ऐसे में कहा जा रहा है कि चुनावी मैदान में लोबिन हेम्ब्रम इंडी के प्रत्याशी को प्रभावित जरूर करेंगे और इसका डर भी इंडी गठबंधन को सता रहा है।

चर्चा यह भी है कि के चुनावी मैदान में उतरने से भाजपा को जीत का सुनहरा अवसर मिल गया है। इस बार यदि BJP राजमहल सीट निकाल नहीं पाती है तो शायद ही ऐसा कोई चुनाव होगा जिसमें BJP का कमल खिल पायेगा। जानकार यह बताते हैं कि लोग मोदी को देखकर मतदान करेंगे। उनके क्षेत्र के प्रत्याशी ताला मरांडी महज एक चेहरा है।

राजमहल क्षेत्र में पड़ने वाले विंधानसभा हैं

राजमहल लोकसभा क्षेत्र पूरे साहेबगंज, पाकुड़ जबकि दुमका और गोड्डा जिले के एक-एक प्रखंड को कवर करता है। यह क्षेत्र अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है।

इस लोकसभा सीट के अन्तर्गत छह विधानसभा सीटें (राजमहल, बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़ महेशपुर) आते हैं। इसमें बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा और महेशपुर अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं।

राजमहल सीट पर कब किसने मारी बाजी

1957 – पाइका मुर्मू – कांग्रेस

1962 – ईश्वर मरांडी – झारखंड पार्टी

1967 – ईश्वर मरांडी – झारखंड पार्टी

1971 – ईश्वर मरांडी – कांग्रेस

1977 – एंथोनी मुर्मू – जनता पार्टी

1980 – सेठ हेम्ब्रम – कांग्रेस

1984 – सेठ हेम्ब्रम – कांग्रेस

1989 – साइमन मरांडी – झारखंड मुक्ति मोर्चा

1991 – साइमन मरांडी – झारखंड मुक्ति मोर्चा

1996 – थॉमस हांसदा – कांग्रेस

1998 – सोम मरांडी – भाजपा

1999 – थॉमस हांसदा – कांग्रेस

2004 – हेमलाल मुर्मू – झारखंड मुक्ति मोर्चा

2009 – देवीधन बेसरा – भाजपा

2014 – विजय हांसदा – झारखंड मुक्ति मोर्चा

2019 – विजय हांसदा – झारखंड मुक्ति मोर्चा

टेंडर स्कैम में गिरफ्तार् आलमगीर आलम की रिमांड फिर तीन दिनों के लिए बढ़ाई गयी, ED का आरोप नही दे रहे हैँ ठीक से जवाब


रांची। आलमगीर आलम ED के सवालों का गोलमोल जवाब दे रहे हैं। लिहाजा, मंत्री आलमगीर आलम को कोर्ट ने एक बार फिर से ED की रिमांड पर भेज दिया है। टेंडर स्कैम में गिरफ्त में आये आलमगीर आलम की 5 दिनों की रिमांड पूरी होने के बाद आज उन्हें पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया था। मंत्री आलमगीर आलम की फिर से रिमांड इसलिए मांगी है ताकि कल आईएएस मनीष रंजन के साथ ही उनसे पूछताछ की जा सके। ईडी ने मनीष रंजन को दूसरी बार समन भेज 28 मई को पूछताछ के लिए बुलाया है। आलमगीर आलम की पहले छह दिनों की रिमांड पूरी होने के बाद जब उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, तब उसी दौरान ईडी ने एक डायरी भी कोर्ट के सामने रखी। इसमें कई तरह के कोड वर्ड लिखे हुए थे। ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं कि आईएएस मनीष रंजन के साथ बैठा कर सवाल-जवाब किए जाने के बाद कुछ बातें स्पष्ट हो सकती हैं। ईडी ने कोर्ट को बताया कि आलमगीर आलम पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। अदालत ने सुनवाई के बाद तीन दिनों की और रिमांड दी है। इस तरह ईडी उनसे पूरे 14 दिनों की रिमांड अवधि में पूछताछ करेगी। मंत्री आलमगीर आलम को पहली बार ईडी ने छह दिनों की रिमांड में लिया। इसके बाद पांच दिनों की रिमांड में लेकर पूछताछ की। अब फिर से तीन दिन की रिमांड पर कोर्ट ने भेजा है।
सुप्रीम कोर्ट से याचिका वापस लेने के बाद हेमंत सोरेन ने पुन: हाईकोर्ट में की जमानत के लिए याचिका दायर


झा. डेस्क हेमंत सोरेन ने ED की कार्रवाई और गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। 21-22 मई को सुप्रीम कोर्ट की वेकेशन बेंच ने इस याचिका पर सुनवाई की थी। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने इस बात पर नाराजगी जताई कि सोरेन की ओर से फाइल की गई पिटिशन में इस फैक्ट को छिपाया गया कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED की स्पेशल कोर्ट संज्ञान ले चुकी है। जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में जेल में बंद झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने अब झारखंड हाईकोर्ट में जमानत याचिका दायर की है। इसके पहले 22 मई को उन्होंने ED की कार्रवाई और गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका सुप्रीम कोर्ट की इजाजत के बाद वापस ले ली थी। हाईकोर्ट में सुनवाई के बीच JMM नेता पहुंचे थे सुप्रीम कोर्ट इस मामले में सुनवाई के बाद झारखंड हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था। इसी बीच, हेमंत सोरेन सुप्रीम कोर्ट पहुंचे और जमानत देने का आग्रह किया। हेमंत सोरेन के वकील और ED के वकील की दलीलें सुनने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर नाराजगी जताई कि सीनियर वकील कपिल सिब्बल ने केस से जुड़े तथ्य छुपाए हैं। इसलिए जज ने कहा कि वह याचिका को खारिज करने जा रहे हैं। इस पर कपिल सिब्बल ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए याचिका वापस लेने की अनुमति देने का आग्रह किया। कोर्ट ने उन्हें याचिका वापस लेने की अनुमति दे दी। रांची की स्पेशल PMLA (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) कोर्ट ने 13 मई को हेमंत सोरेन की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। सोरेन की ओर से दाखिल जमानत याचिका में कहा गया है कि उनके खिलाफ जिस 8.86 एकड़ जमीन पर कब्जे का आरोप लगाते हुए ईडी ने कार्रवाई की है, उससे संबंधित एक भी दस्तावेज ED के पास नहीं है। यह झारखंड की सीएनटी के तहत भुईंहरी नेचर की जमीन है, जो किसी भी हाल में किसी व्यक्ति के नाम पर ट्रांसफर नहीं किया जा सकता।
झारखंड के संथाल परगना में राष्ट्रीय नेताओं का जमघठ,आज राजमहल में राजनाथ सिंह तो कल दुमका में पीएम मोदी करेंगे सम्बोधित,30 को आएंगे राहुल गांधी"


झारखंड डेस्क

झारखंड में लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में संताल परगना की 3 सीटों पर चुनाव होना है. गोड्डा, दुमका व राजमहल में एक जून को मतदान है. अब इन सीटों पर जीत के लिए राष्ट्रीय नेताओं के जमघट लग गयी है।

सभी पार्टियों ने अब संताल परगना में पुरा जोर लगा दिया है. एनडीए और इंडिया गठबंधन के बड़े नेता व स्टार प्रचारक संताल परगना पहुंच रहे हैं.

28 मई को पीएम मोदी करेंगे सीता सोरेन के लिए सभा

नरेंद्र मोदी एक बार फिर 28 मई को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी सीता सोरेन के पक्ष में दुमका एयरपोर्ट मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. इससे पहले पीएम मोदी झारखंड में 6 चुनावी सभा कर चुके हैं.

30 मई को कांग्रेस के राहुल गांधी पहुंचेंगें दुमका

इधर, कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता व स्टार प्रचारक राहुल गांधी 30 मई को दुमका पहुंचेंगे. इससे पहले राहुल गांधी झारखंड के चाईबासा और गुमला के बसिया में जनसभा कर चुके हैं. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 29 मई को देवघर में 3 चुनावी सभा को संबोधित कर पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करेंगे.

 आज राजमहल में करेंगे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जनसभा

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी संताल परगना में चुनावी जनसभा करेंगे. उनकी सभा सोमवार (27 मई) को राजमहल में होगी. झारखंड राज्य के प्रमुख नेताओं की भी जनसभाएं संताल परगना में होंगी. प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी व अन्य नेता संताल परगना में जगह-जगह प्रचार अभियान चलाएंगे.

इधर, स्ट्रांग रूम सील, कैमरे की निगरानी में सुरक्षा व्यवस्था

झारखंड के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा है कि छठे चरण के मतदान के बाद सभी ईवीएम स्क्रूटनी के बाद स्ट्रांग रूम में सील कर दिये गये हैं. स्ट्रांग रूम त्रिस्तरीय सुरक्षा में सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में हैं. उन्होंने कहा कि छठे चरण का मतदान पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा.