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डॉक्टरों की लापरवाही से इलाज के अभाव में 8 साल की मासूम ने जिला अस्पताल में तोड़ा दम

पंकज कुमार श्रीवास्तव, कन्नौज।गरीबी का दंश कभी-कभी अभिशाप सा लगने लगता है। मानो ऐसा लगता है कि अगर जेब में रुपए होते तो शायद किसी जरूरतमंद की जान बच सकती थी, इसके अलावा तमाम शासन के दावे और योजनाएं भी तब केबल औपचारिकता मात्र लगती हैं जब सरकार के दावों के बाद भी एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते इलाज के अभाव मे किसी मासूम की जान चली जाती है। तब यही लगता है कि काश ईश्वर ने गरीबी न दी होती और सरकारी अस्पताल की जगह प्राइवेट अस्पताल में कम से कम पैसे देकर उपचार तो मिल जाता तो शायद मरीज की जान भी बच जाती।

ऐसा ही एक मामला कन्नौज जिला अस्पताल में सामने आया, जिसमें मानवता भी शर्मसार होती नजर आई, यहां पेट दर्द के उपचार को लेकर भर्ती कराई गई एक 8 साल की बच्ची ने उपचार के डॉक्टरों के न मिल पाने से इलाज के अभाव में दम तोड दिया। बच्ची का पिता पागलों की तरह बदहवास हालत में जिला अस्पताल मे डॉक्टरों के लिए दौड़ता रहा लेकिन उसकी सुनने वाला शायद कोई नहीं था।

आपको बताते चलें कि हरदोई जिले के निवासी विनोद पुत्र सोनेलाल और मुन्नी देवी एक 8 साल की बच्ची को लेकर कन्नौज के जिला अस्पताल रविवार की दोपहर पहुंचे थे। बच्ची को पेट दर्द की शिकायत थी और उसकी हालत गंभीर थी। बच्ची अस्पताल में भर्ती तो कर ली गई, लेकिन ना तो बच्ची को देखने और उपचार के लिए कोई डॉक्टर था और ना दवाये। अपनी लाडली बेटी को बचाने के लिये बच्ची का पिता पूरे अस्पताल में इधर- उधर देर रात तक डॉक्टरों को देखता हुआ दौड़ता रहा, लेकिन बच्ची के लिये न दवाएं मिल सकीं और ना ही कोई डाक्टर। आखिर पागलों की तरह बदहवास हालत में चीखता चिल्लाता पिता टूट कर रह गया और ईश्वर से खुद को गरीब होने को लेकर कोसता रहा। आखिर में सोमवार की सुबह 4 बजे मासूम बच्ची की इलाज के अभाव में मौत हो गई।

समय पर डॉक्टर न मिलने से मरीज हार जाता है जिंदगी की जंग

मामला पुलिस की जानकारी में आया तो पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया, लेकिन इससे पहले कि पुलिस कोई कार्यवाही करती, बच्ची की मौत से टूट चुका पिता अपनी मृत बेटी के शव को कंधे पर लादकर अपने परिजनों के साथ बिना कार्यवाही के ही हरदोई स्थित अपने गांव के लिये रवाना हो गया। अब सवाल यह उठता है, कि शासन की तमाम योजनाओं के बाद भी निशुल्क उपचार आदि कई योजनाओं का लाभ लोगों को नहीं मिल पाता है। वहीं कई हॉस्पिटल में कही दवा के अभाव तो कहीं डाक्टरों के न मिलने से कई लोग अपनी जिंदगी की जंग तक हार जाते हैं। ऐसा ही एक माजरा जब कन्नौज जिला अस्पताल में सामने आया तो मानवता भी शर्मशार होती नजर आई।

सही समय पर मिल जाता उपचार तो बच गयी होती बच्ची की जान

सरकारी अस्पतालो के लिए सुविधाएं तो दे रही है लेकिन उन सुविधाओं को मरीज तक पहुंचाने वाला डाक्टर जब इलाज करने के लिए न हो तो ऐसी सुविधाओं का क्या फायदा । कन्नौज का जिला अस्पताल ज्यादातर एक रिफर सेंटर बनकर रह गया है और यहाँ हर मरीज को ज़्यादातर कानपुर के लिए रिफर कर दिया जाता है और अगर जो मरीज रिफर न हो तो वह शायद इलाज के अभाव मे दम तोड़ देता है जैसा देखने को मिला कि जिला अस्पताल में उपचार की अभाव और डॉक्टरों के ना मिलने से जिस बच्ची की मौत हुई, उसका कुछ समय पहले एक पैर खेलते वक्त टूट गया था। परिजनों ने प्लास्टर चढ़वाया तो उसी पैर में पस पड़ गया। जिससे पेट दर्द की शिकायत के अलावा बच्ची की पैर में इन्फेक्शन भी हो गया था। जिसका इलाज कराने उनका पिता और परिजन हरदोई जिले के राघौपुर से कन्नौज जिला अस्पताल आये थे। यहां बच्ची की मौत के बाद उसके पिता ने जिला अस्पताल के डॉक्टरों को बेटी की मौत का जिम्मेदार ठहराया है।

रेलवे ट्रैक पर सगे भाइयों का शव मिलने से लोगों में फैली सनसनी

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज जिले में रेलवे ट्रैक पर सगे भाइयों का शव मिलने से लोगों सनसनी फैल गई। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव के पास से मिले आधार कार्ड से पहचान कर परिजनों को सूचना दी। ट्रेन की चपेट में आने से दोनों भाइयों की मौत होने की आशंका चताई जा रही है। पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल कर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

कन्नौज जिले के ग्राम जसोदा स्थित भट्टा गांव के सामने सुबह लगभग 6:00 बजे गुजर रहे लोगों ने रेलवे ट्रैक पर दो लोगों का शव पड़ा देखा। इसकी खबर लगते ही मौके पर स्थानीय लोगों का जमावड़ा लग गया। सूचना पर पहुंचे जसोदा चौकी प्रभारी सुनील कुमार चौधरी ने शव के पास से मिले आधार कार्ड से पहचान की और परिजनों को सूचना दी।

मृतकों की पहचान तालग्राम के मोहल्ला गढ़ी गोखर निवासी सियाराम वाल्मीकि (75) व श्री कृष्णा वाल्मीकि (70) के रूप में की गई। जो सगे भाई हैं। लोगों का मानना है कि सुबह किसी समय ट्रेन की चपेट में आ जाने से दोनों भाइयों की मौत हो गई। पुलिस ने शवो का पंचनामा भरकर विधिक कार्रवाई करते हुए पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। मृतक के भतीजी के पुत्र वीरू वाल्मीकि ने बताया सियाराम को कान से सुनाई नहीं देता था और श्री कृष्णा आंख से अंधे थे। इस कारण दोनों भाइयों ने विवाह भी नहीं किया और साथ ही रहते थे। लगभग 15 वर्ष पूर्व दोनों ने घर मकान छोड़कर भगवा धारण कर लिया था। दोनों के पास कोई चल आचल संपत्ति भी नहीं थी। भीक्षा मांग कर दोनों जीवन यापन करते थे।

दो दिन पहले ही जसोदा में देखे गए थे दोनों

स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों वृद्धो को शनिवार को ही जसोदा में घूमते देखा गया था। दोनों साथ में भोजन, पैसा मांग कर जीवन यापन कर रहे थे। किसी समय रेलवे ट्रैक पर ट्रेन की चपेट में आने से दोनों की मौत होने की आशंका जताई जा रही है।

नहर पुल के पास अनियंत्रित होकर स्कॉर्पियो पलटी , पानी में डूबने से दो की मौत
सुमित मिश्रा ,हसेरन/ कन्नौज। शनिवार देर रात नहर पुल के पास स्कॉर्पियो कर अनियंत्रित होकर पलट गई। नहर में गिरने से दो लोगों की मौत हो गई। सुबह होने पर जानकारी हुई तो हड़कंप मच गया। सूचना पर दो थानों की पुलिस पहुंची। किसी तरह पुलिस ने स्कॉर्पियो कार को बाहर निकलवाया। जिसमें सवार दो लोगों की मौत हो गई। हसेरन चौकी प्रभारी ने पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा। सूचना मिलते ही घर परिवार में कोहराम मच गया।

*नहर में स्कॉर्पियो  कार गिरने से दो की मौत*

हसेरन  कंसुआ  के पास शनिवार देर रात नहर पुल पर अनियंत्रित होकर स्कॉर्पियो कर नहर में गिर गई। गहरे पानी में डूबने से कर सवार दो लोगों की मौत हो गई। सुबह होने पर लोगों की भीड़ लग गई। वहीं इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही दो थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने बड़ी मशक्कत कर स्कॉर्पियो कर को बाहर निकलवाया। पुलिस ने पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा।

मृतक युवकों की पहचान राहुल और उम्र 30 वर्ष पुत्र लंकुश लाल शाक्य द्वितीय युवक अवनीश उम्र 26 वर्ष पुत्र भॊजपाल शाक्य निवासी गांव दीपकपुर छिबरामऊ के रूप में हुई।
वहीं इसकी सूचना उनके घर परिवार के लोगों को  दी। सूचना मिलती ही घर परिवार में कोहराम  मच गया।

*गांव की ही चाचा भतीजे बुआ की बेटी की शादी में आ रहे थे*

दोनों कर सवार चाचा भतीजे बुआ की बेटी की शादी राजपुर में शामिल होने आ रहे थे। राहुल अपनी बहन संगीता पत्नी विनय कुमार निवासी अरुहो के घर जाकर रात करीब 11 बारात में शामिल होने के लिए राजपुर आ रहे थे। तभी कंसुआ नहर पुल पर स्कॉर्पियो कार गिर गई। सुबह होने पर गांव के लोगों की भीड़ लग गई। वहीं इसकी सूचना पुलिस को दी।


मृतक अवनीश दो भाई दो बहने हैं। राहुल तीन बहनों में अकेला है। बहन संगीता , नीतू , रिंकू से सबसे छोटा  अकेला भाई था। राहुल की शादी करीब 2014 में अर्चना के साथ हुई थी। आर्यन 6 वर्ष कनक 3 वर्ष विराट बेटा 6 माह का है। राहुल और अवनीश चाचा भतीजे थे। बौद्ध धर्म के रीत  रिवाज से राजपुर गांव में शादी हो रही थी। शादी में शामिल होने आते समय स्कॉर्पियो कर नहर में गिरने से दोनों युवकों की जान चली गई। जानकारी होते ही घर परिवार में  चीख पुकार मच गई।

*गांव के लोगों ने नहर पुल के पास बैरिकेडिंग , ब्रेकर बनाए जाने की मांग*

सूचना मिलते ही क्षेत्रीय विधायक कैलाश राजपूत मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों ने नहर पुल के आसपास बेरीकेटिंग व ब्रेकर बनवाए जाने की मांग की। जिसे हादसे कम हो। चौकी प्रभारी विनीत वर्मा ने शब का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया।

*कन्नौज मे मासूम बच्ची को लालच देकर युवक ने किया दुराचार, घटना के बाद बच्ची की हालत हुई गंभीर, कानपुर रिफ़र*

पंकज कुमार श्रीवास्तव

यूपी के कन्नौज जिले से एक साढ़े पांच साल की मासूम बच्ची के साथ दुराचार का मामला सामने आया है । अपनी हवस मे एक कमांध युवक ने मासूम बच्ची को बहला फुसलाकर अपने साथ ले जाकर उसके साथ दुराचार किया। पुलिस को इस बात की जानकारी होते ही मौके पर पहुँचकर आरोपी को हिरासत मे ले लिया । घटना के बाद मासूम बच्ची की हालत बिगड़ गई और उसको पुलिस की देख-रेख में कन्नौज के सदर महिला अस्पताल में उपचार हेतु ले जाया गया। जहां से उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने बच्ची को कानपुर के लिए रिफ़र कर भेजा दिया है।

थाना ठठिया क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली एक साढ़े 5 साल की बच्ची अपनी दादी के साथ खेतों पर गई थी। इसी दौरान पास के ही खेत पर मौजूद एक युवक जिसकी उम्र 16/17 साल बताई जा रही है, बच्ची को किसी वस्तु देने का लालच देकर बहला-फुसला कर अपने साथ ले गया, और उसके साथ दुराचार की घटना को अंजाम दिया। इस अमानवीय घटना से बच्ची की हालत बिगड़ गई। काफी देर तक खेत पर काम कर रही दादी को जब बच्ची नजर नहीं आई तो उसकी मां और परिजनों ने आस-पास खोजबीन शुरू की। थोड़ी देर बाद बच्ची पर जब परिजनों की नजर पड़ी तो यह देख उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। बच्ची के साथ दुराचार की घटना को अंजाम दिया गया था। बच्ची की ऐसी हालत देख बच्ची की मां ने थाना ठठिया पहुंचकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस महकमे मे हड़कंप मच गया और आनन- फानन पुलिस ने मामले की जांच-पड़ताल शुरू करते हुए मुकदमा दर्ज कर आरोपी युवक को गिरफ्तार कर लिया।

बच्ची की हालत गंभीर

उधर बच्ची की हालत चिंताजनक देख पुलिस ने आनन फानन परिजनों के साथ एंबुलेंस से कन्नौज के सदर महिला अस्पताल में उपचार हेतु भेजा। यहां पर महिला चिकित्सको ने बच्ची की गंभीर हालत को देखते हुए कानपुर के लिए रिफर कर दिया। इस घटना से क्षेत्र में सनसनी फ़ेल गई । पुलिस पूरे मामले मे सख्त से सख्त कार्रवाई करने मे जुटी हुई है । हॉस्पिटल में सीओ प्रियंका वाजपेई के अलावा बडी संख्या में पुलिस बल मौजूद नजर आया ।

पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार

पूरे मामले की जानकारी देते अपर पुलिस अधीक्षक संसार सिंह ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर तत्काल थाना ठठिया पर मुक़द्दमा पंजीकरत कर लिया गया और अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया गया है । बच्ची को सदर जिला अस्पताल इलाज के लिए भेजा गया जहां से उसको कानपुर के लिए रिफ़र कर दिया गया । पूरे मामले मे कार्रवाई की जा रही है। लायन आर्डर की कोई समस्या नहीं है ।

*आजमगढ़ से दिल्ली जा रही स्लीपर बस ट्रक से टकराकर गहरे खंडक में उतरी, 14 यात्री गंभीर रूप से हुए घायल*

पंकज कुमार श्रीवास्तव

लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे पर प्वाइंट 203 खैरनगर कट पर हुआ हादसा

हादसे के बाद बस में मौजूद 40 सवारियों में मचा कोहराम

तिर्वा मेडिकल कॉलेज लाये गये घायलों के उपचार को कॉलेज के प्रिंसिपल ने खुद संभाला मोर्चा

सुबह 4 बजे मक्का लड़े ट्रक से टकराकर बस हुई अनियंत्रित, बस के दोनों ड्राइवर भी घायल

कन्नौज- जिले में आज शनिवार सुबह 4 बजे के करीब लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे पर एक स्लीपर बस दुर्घटना ग्रस्त हो गई। मक्का लड़े ट्रक से पीछे से टकराई बस टक्कर के बाद अनियंत्रित हो गई और एक्सप्रेस वे से नीचे खंदक में चली गई। दुर्घटना से बस में सवार यात्रियों में हड़कंप मच गया। दुर्घटना में 14 यात्री घायल हुए हैं, जिनको एंबुलेंस और पुलिस की सहायता से तिर्वा के मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिये भर्ती कराया गया है। यात्रियों के मुताबिक ड्राइवर को झपकी आने के चलते उपरोक्त हादसा हुआ है।

जानकारी के मुताबिक आजमगढ़ से एक स्लीपर बस शुक्रवार की देर शाम एक्सप्रेस वे होते हुए दिल्ली के लिये चली थी। सुबह 4 बजे के करीब जैसे ही बस लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे पर कन्नौज जिले के खैरनगर कट प्वाइंट 203 पर पहुंची, तभी आगे चल रहे मक्का से लदे ट्रक से टकरा गई। टक्कर से बस चालक अपना नियंत्रण खो बैठा, जिसके बाद सवारियों से भरी बस एक्सप्रेस वे से नीचे खंदक में उतरती चली गई। बस में 40 सवारियां बताई गई हैं। दुर्घटना के बाद यात्रियों में हड़कंप मच गया। दुर्घटना में बस के दोनों ड्राइवरों सहित 14 सवारियों को घायल होने के कारण मेडिकल कॉलेज तिर्वा में उपचार के लिये भर्ती कराया गया है।

दुर्घटना की सूचना पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य सीoपीo पाल भी मौके पर पहुंचे, और कॉलेज के डाक्टरों की टीम को घायलों के उपचार के लिये लगाया। दुर्घटना में घायलों में विक्रांत सोनकर पुत्र इंद्रजीत 21 वर्ष निवासी बड़हलगंज गोरखपुर के अलावा नरेंद्र पुत्र सत्यप्रकाश 45 वर्ष बदायूं, चंद्रकला पत्नी रणविजय 34 वर्ष आजमगढ़, जानकी विश्वकर्मा पत्नी रामबालक 60 वर्ष आजमगढ़, अर्जुन विश्वकर्मा पुत्र रणविजय 15 वर्ष आजमगढ़, अजय पुत्र रामबालक विश्वकर्मा 32 वर्ष आजमगढ़, सुरेश पुत्र मुनीराम गुप्ता 49 वर्ष पुरानी दिल्ली, संजीव पुत्र सुरेश गुप्ता 25 वर्ष पुरानी दिल्ली, सरोज पुत्र सुरेश गुप्ता 48 वर्ष पुरानी दिल्ली, नृतिक्का पुत्री रणविजय विश्वकर्मा 17 वर्ष आजमगढ़, यतीश चौधरी पुत्र हरी सिंह 30 वर्ष आजमगढ़, हीरावती पत्नी रामनाइक 50 वर्ष सुल्तानपुर के अलावा बस का चालक रमेश पुत्र बदन सिंह 45 वर्ष थाना अहनेरा जिला आगरा, और परिचालक भुवनेश कुमार पुत्र शेर सिंह 30 वर्ष निवासी थाना खैरगढ़ जिला फिरोजाबाद का मेडिकल कॉलेज में उपचार जारी था।

बस दुर्घटना के एक घायल विक्रांत सोनकर निवासी गोरखपुर के पास से मेडिकल कॉलेज के चिकित्साकर्मी रंजीत को 44,500 रुपए की नकदी मिली, तो कॉलेज के प्रिंसिपल सी पी पाल को जानकारी देने के बाद मेडिकल चौकी में मौजूद पुलिस कर्मी देवी सहाय वर्मा के सुपुर्द कर दी गई। मेडिकल कॉलेज में घायलों के उपचार के दौरान हड़कंप का माहौल रहा।पुलिस के मुताबिक दुर्घटना के घायलों के परिजनों को सूचना दे दी गई है।

सोते समय ग्रामीण को गोली मारी, गांव में फैली सनसनी


पंकज कुमार श्रीवास्तव, कन्नौज। जिले के एक गांव में घर पर सो रहे ग्रामीण को अज्ञात हमलावरों ने गोली मार दी। देर रात फायर की आवाज से गांव में सनसनी फैल गई। मौके पर पहुंचे ग्रामीण और परिजन तब दंग रह गये, जब ग्रामीण युवक अपने घर के अंदर बरामदे में चारपाई पर रक्तरंजित अवस्था में लेटा हुआ तड़पता मिला। घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गई है। पुलिस को दी गई सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवक को गंभीर हालत में उपचार के लिये तिर्वा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। देर रात हालत में सुधार ना होने पर युवक को कानपुर भेजा गया है। तिर्वा से वाया बेला /औरैया मार्ग पर उमर्दा कस्बे से मुंगरा होते हुये पुनगरा गांव करीब 19 किलोमीटर दूर स्थित है। मुंगरा गांव का मजरा है पुनगरा। गांव की आबादी करीब 700 से अधिक है।

ठठिया थाना क्षेत्र के गांव पुनगरा निवासी राम सिंह के पुत्र बाबू सिंह के दो पुत्र बड़ा सूरज उम्र 22 वर्ष जो दिल्ली में रहकर नौकरी करता है, इसके अलावा छोटा पुत्र प्रदीप उम्र 16 वर्ष जो अपनी मां विजय कांती के साथ गांव में रहता है। बाबू सिंह की बेटी की शादी हो चुकी है। इस प्रकार गांव में बाबू सिंह अपनी पत्नी और छोटे बेटे के साथ गांव में रहते हैं।बीते गुरुवार को रात खाना पीना करने के बाद बाबू सिंह हैं स्थित अपने घर के बरामदे में चारपाई पर सोने चले गये, जबकि उनकी पत्नी और बेटा घर की छत पर सोने चले गये। घर के दरवाजे का गेट नहीं है, इस कारण घर खुला ही रहता है।रात 12 बजे के करीब गांव में फायर की आवाज पर परिजनों और ग्रामीणों की नींद टूटी तो सनसनी फैल गई।

मौके पर पहुंचे परिजनों और ग्रामीणों ने बाबू सिंह को चारपाई पर रक्त रंजित अवस्था में तड़पता हुआ पड़ा पाया। जिसके बाद हड़कंप मच गया। परिजनों का हाल बेहाल था।आनन फानन में चौकी उमर्दा और थाना ठठिया पुलिस को घटना की सूचना से अवगत कराया गया।घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस की मदद से घायल बाबू सिंह को उपचार के लिये मेडिकल कॉलेज भिजवाया।यहां उपचार के बाद हालत में सुधार ना होते देख डाक्टरों ने बाबू सिंह को कानपुर भेज दिया था।बताते चलें कि बाबू सिंह के सीने में गोली मारे जाने की बात सामने आई है। घटना के पीछे क्या वजह रही, हमलावर कौन थे, घटना को अंजाम क्यों दिया गया, अभि यह सवालियां निशान बन हुआ है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है, कि घटना का सच आखिर है क्या ?पुलिस ने जल्द ही घटना के खुलासे की बात कही है।

वैशाख पूर्णिमा धार्मिक पर्व पर श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई श्रद्धा की डुबकी

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज जिले मे महादेवी गंगा घाट पर आज हिंदू धर्म में वैशाख महीने में पड़ने वाली पूर्णिमा तिथि को लेकर गंगा स्नान करने श्रद्धालु पहुंचे । आज सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ गंगा घाट पर देखने को मिली।

श्रद्धालु पतित पावनी माँ गंगा मे श्रद्धा की डुबकी लगाकर पूजा अर्चना करते दिखे इसके बाद उन्होने साधु संतों को दान पुण्य भी किया । बताया जाता है कि इस वैशाख की पूर्णिमा को पीपल पूर्णिमा भी कहा जाता है और इस दिन बुद्ध पूर्णिमा भी मनाई जाती हैं इस साल वैशाख पूर्णिमा आज गुरुवार 23 मई को है । इस दिन कुछ लाभकारी उपाय करने से जीवन में सुख.समृद्धि बनी रहती हैं। पूर्णिमा तिथि पूजा.पाठ और स्नान.दान के लिए बेहद शुभ मानी गयी है इसलिए लोग आज के दिन गंगा स्नान करके दान पुण्य कर रहे है ।

आज के दिन लोग घर पर भगवान सत्यनारायण की पूजा और कथा भी करते हैं।

वैशाख माह की पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा और पीपल पूर्णिमा के रूप मे भी मनाते है श्रद्धालु

आज के दिन यह धार्मिक मान्यता है कि वैशाख माह पूर्णिमा की शुभ तिथि पर भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था इसलिए इसे बुद्ध जयंती के रूप में भी मनाया जाता है। वैशाख माह में आने वाली पूर्णिमा तिथि को बुद्ध पूर्णिमा और पीपल पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।वैशाख माह की पूर्णिमा के दिन गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था। इसलिए इसे बुद्ध पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है।

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा के दिन गौतम बुद्ध का जन्म हुआ था जिन्हें भगवान विष्णु का दसवां अवतार भी मानते हैं। इसी पूर्णिमा के दिन इन्हें ज्ञान की प्राप्ति भी हुई थी और इसी दिन उन्हें मोक्ष की प्राप्ति भी हुई थी। हिंदू धर्म में गौतम बुद्ध को भगवान विष्णु का दसवां अवतार माना जाता है। आइए जानते हैं इस बार वैशाख पूर्णिमा या बुद्ध पूर्णिमा का व्रत कब रखा जाएगा।

क्या कहते है जानकार

पंडित योगेश कुमार त्रिपाठी ने बताया कि आज बैशाख की पूर्णमासी है। बहुत पुण्यतिथि है। इसमें जो है आज से अन्न का दान करते है। आज के दिन गंगा में स्नान करके लोग पुण्य करते है और अन्न का दान करते है। गंगा स्नान का आज बहुत बड़ा महत्व है। उन्होने वैशाख पूर्णिमा पूजा विधि की जानकारी देते हुए बताया कि इस दिन सुबह जल्दी उठकर गंगा में स्नान करके भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए और फिर दान पुण्य जैसे पानी का घड़ा किसी ब्राह्मण को दान दें, अन्न दान करना चाहिए और इसके बाद शाम के समय सत्यनारायण कथा का पाठ सुने और पढ़े इसके लिए कसार का प्रसाद और चरणामृत जरुर बनाए।

भगवान विष्णु को भोग लगाएं और फिर ब्राह्मण को भोजन कराने के बाद ही अपना व्रत खोलें

प्रसव के दौरान बच्चे की मौत, रास्ते में मां ने भी तोड़ा दम

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज जिले में प्रसव के दौरान तिर्वा नगर के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराई गई महिला के बच्चे की मौत हो गई। हालत बिगड़ने पर महिला को कानपुर ले जाये जाते समय उसने भी दम तोड दिया।

ग्रामीण द्वारा पुलिस को मामले की सूचना दी गई तो पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटना की जांच शुरू करते हुये महिला के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा है।

बताते चलें कि कन्नौज जिले में बडी संख्या में हॉस्पिटल खुले हुये हैं। यहां कई हॉस्पिटल में महिलाओं के प्रसव से लेकर मानकों को ताक पर रखकर अवैध क्रियाकलाप भी जारी रहते हैं। स्वास्थ्य विभाग की जानकारी के बाद भी जिले के कई मानकविहीन हॉस्पिटल पर लगाम नहीं लग सकी है। अधिकारियों की लापरवाही और खाऊ कमाऊ नीति के अलावा राजनैतिक दवाव के चलते इन मानक विहीन हॉस्पिटल पर रोक नहीं लग पाती है।

बड़ा बबाल होने पर यही जिम्मेदार अधिकारी इन हॉस्पिटल पर औपचारिक कार्यवाही करके अपनी कन्नी काट लेते हैं। गुरुवार को एक ऐसा ही मामला सामने आया। जिसमें तिर्वा के एक निजी हॉस्पिटल में परिजनों द्वारा भर्ती कराई गई महिला की प्रसव के दौरान बच्चे की मौत हो गई, जबकि हालत गंभीर होने के चलते कानपुर ले जाये जाते समय महिला ने भी दम तोड दिया।

ठठिया थाना क्षेत्र के गांव भर्ता पुर्वा गांव निवासी दीनदयाल की पत्नी 30 वर्षीय सुनीता गर्भवती थीं।बुधवार को प्रसव पीड़ा होने के चलते परिजनों ने महिला को तिर्वा के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। यहां महिला का प्रसव कराया गया तो बच्चा मृत अवस्था में पैदा हुआ। प्रसव के बाद महिला की हालत भाई बिगड़ गई। महिला की हालत को भांप हॉस्पिटल स्टॉफ द्वारा कन्नी काटने को महिला के परिजनों को महिला को कानपुर ले जाने की बात कहते हुये पल्ला झाड़ लिया गया।

अभी परिजन महिला को लेकर कानपुर जा ही रहे थे कि, सुनीता ने रास्ते में ही दम तोड दिया। परिजन शव लेकर अपने गांव पहुंचे। यहां गांव के किसी ग्रामीण द्वारा पुलिस को मामले की सूचना दी गई तो पुलिस भी मौके पर पहुंची। पुलिस ने घटना की जांच शुरू करते हुये महिला के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा है। महिला की मृत्यु पर परिजनों का हाल बेहाल था।

लव मैरिज के दो माह बाद ही युवक फांसी के फंदे से झूला, कन्नौज जिले के थाना ठठिया के मक्कापुर्वा गांव का मामला

कन्नौज । शादी के दो माह बाद ही एक 24 वर्षीय युवक ने फांसी लगाकर मौत को गले लगा लिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

जानकारी के मुताबिक गांव निवासी रामगोपाल के पुत्र प्रदीप कुमार ने दो माह पूर्व ही फिरोजाबाद जिले की प्रीती से लव मैरिज की थी। बीती सायं प्रदीप अपने जानवर चराने खेत पर गया था। देर सायं अपने घर पर भी वापस लौट आया। जानवरों को पानी देने के बाद एकाएक प्रदीप अचानक घर से लापता हो गया।

पहले तो घर पर मौजूद पत्नी के अलावा भाई, मां, बाप, बहन, आदि परिजन प्रदीप के घर पर ना होने पर कुछ समझ नहीं पाये, लेकिन देर रात तक घर वापस ना लौटने पर चिंतित हो उठे। रात में भी परिजनों और ग्रामीणों की खोजबीन करने के बाद भी प्रदीप का कुछ पता नहीं चल सका। सुबह नित्य क्रिया को निकले गांव के ग्रामीणों ने प्रदीप के घर से एक किलो मीटर दूर खेत में जामुन के पेड़ पर युवक का शव लटका हुआ देखा तो हड़कंप मच गया। जानवर चराने का ही काम देखने वाले प्रदीप का ही यह खेत था। गांव से गायब प्रदीप के परिजनों तक जब उपरोक्त घटना की सूचना पहुंची तो सभी घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। पेड़ से लटका हुआ शव प्रदीप का ही है यह देखकर परिजनों का हाल बेहाल हो गया।

मामले को सूचना पुलिस तक पहुंची तो पुलिस भी मौके पर पहुंची। मृतक प्रदीप के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजे जाने के बाद पुलिस ने मामले को जांच पड़ताल शुरू कर दी थी।प्रदीप ने शादी के दो माह बाद ही मौत का रास्ता क्यों चुना अभी यह सवालिया निशान बना हुआ है। घर का कोई सदस्य कुछ भी कहने को तैयार नहीं है। परिजनों के प्रदीप के शव पर रोने बिलखने का सिलसिला जारी था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच शुरू कर चुकी है। थाना प्रभारी ने जल्द ही घटना के खुलासे की बात कही है।

जहर देकर विकास की हत्या का रचा गया षड्यंत्र, मौत के बाद पत्नी-साले सहित मामा ससुर हुआ फरार

पंकज कुमार श्रीवास्तव,कन्नौज का रहने वाले विकास की उसकी पत्नी ने ही हत्या कर दी। विकास का शव जैसे ही कन्नौज में आया तो परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों की मानें तो विकास को जहर देकर उसकी पत्नी काजल ने ही हत्या कर दी है। जिसकी परिजनों ने पुलिस को सूचना दे दी है, जिसके बाद से मृतक की पत्नी काजल फरार है। पूरे मामले की जांच में पुलिस जुट गयी है।

आपको बताते चलें कि सदर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम मधुपुर पोस्ट मियागंज का रहने वाला 28 वर्षीय विकास कुमार गाजियाबाद में अपने पत्नी काजल के साथ रहकर एक निजी स्पोर्ट्स कम्पनी में काम करता था। इस दौरान उसकी पत्नी काजल के किसी शख्स के साथ अवैध सम्बन्ध हो गये। जिसकी जानकारी के शक में विकास की पत्नी काजल ने अपने भाई और मामा के साथ मिलकर विकास कुमार की हत्या का षड्यंत्र रचा और फिर गाजियाबाद से सोनीपत ले जाकर उसको जहर खिलाकर मौत के घाट उतार दिया। इस बात की जानकारी परिजनों ने देते हुए बताया कि इसके बाद से काजल व उसका भाई और मामा सभी फरार हैं।

भाई के साले और मामा ससुर ने मिलकर दिया जहर

मृतक के भाई सुरजीत कुमार ने बताया कि मेरा भाई दो साल से वहां रहता था और इसकी पत्नी व साले के साथ मामा ससुर भी साथ में रहते थे। इन लोगों ने मेरे भाई को जहर खिलाकर मार दिया। इसकी सूचना इनके मामा ससुर ने दी तो मै सोनीपत पहुंचा जहां से भाई की बाॅडी ली, इसके बाद मामा ससुर बाॅडी देकर फरार हो गया और मोबाइल का स्विच भी ऑफ कर दिया।

दो साल से गाजियाबाद में रह रहा था विकास

मृतक विकास कुमार की शादी 2020 में हरदोई जनपद के बिलग्राम थाना अन्तर्गत अतर्छा गांव की रहने वाली काजल के साथ हुई थी। शादी के बाद से पिछले दो सालों से वह काजल के साथ गाजियाबाद के सेक्टर 14 में रहकर एक निजी स्पोर्ट्स कम्पनी में काम करता था। रिहते थे। पत्नी काजल के किसी शख्स के साथ अवैध सम्बन्ध थे। जो फरार है। परिजनों की सूचना के बाद पुलिस पूरे मामले की जांच-पड़ताल में जुट गई है।