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ताइवान पर चीनी घेराव के बाद सतर्क हुआ अमेरिका, सिंगापुर में डोंग से बात करेंगे अमेरिकी रक्षामंत्री ऑस्टिन

डेस्क: चीन की ओर से ताइवान पर दबाव बनाने के लिए किए गए हालिया युद्ध अभ्यास और द्वीप के चौतरफा घेराव के बाद अमेरिका भी सतर्क हो गया है। इधर चीन और ताइवान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। ऐसे में अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन अगले सप्ताह सिंगापुर में एक रक्षा सम्मेलन में चीन के अपने समकक्ष एडमिरल डोंग जून से मुलाकात करने वाले हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने शुक्रवार को यह घोषणा की। अप्रैल में फोन पर बात किये जाने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बैठक होगी।

पेंटागन ने कहा था कि ऑस्टिन शुक्रवार शाम को ‘वाल्टर रीड नेशनल मिलिट्री मेडिकल सेंटर’ में एक चिकित्सा प्रक्रिया से गुजरे। ऑस्टिन मूत्राशय संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं जो दिसंबर में प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के बाद उत्पन्न हुई थीं। पेंटागन ने कहा कि चिकित्सा प्रक्रिया सफल रही और ऑस्टिन घर लौट आये हैं और वह फिर से कामकाज शुरू कर रहे हैं। पेंटागन के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट राइडर ने कहा, ‘‘इस समय उनके आधिकारिक कार्यक्रम में कोई बदलाव की उम्मीद नहीं है।’’

50 से अधिक देशों के रक्षामंत्रियों की होगी बैठक

ऑस्टिन और चीन के रक्षा मंत्री डोंग के अगले सप्ताह सिंगापुर में रक्षा सम्मेलन ‘शांग्री-ला डायलॉग’ के दौरान मुलाकात करने की उम्मीद है। पचास से अधिक देशों के रक्षा मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों की यह वार्षिक बैठक है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा नवंबर में कैलिफोर्निया में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मेजबानी करने और वार्ता को जारी रखने की आवश्यकता पर जोर देने के बाद दोनों सरकारों का एक-दूसरे के साथ संपर्क बढ़ा है।

नासिक में सुराणा ज्वैलर्स पर IT ने की छापेमारी, 26 करोड़ नकद और 90 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति के कागज जब्त*

डेस्क: महाराष्ट्र के नासिक में सुराणा ज्वैलर्स के ठिकानों पर इनकम टैक्स विभाग की रेड पड़ी है। इस छापेमारी में 26 करोड़ रुपए नकद और 90 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। आयकर विभाग की कार्रवाई से हड़कंप महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से आयकर विभाग काफी अलर्ट मोड में नजर आ रहा है। हालही में विभाग ने नांदेड में बड़ी कार्रवाई की थी और 170 करोड़ रुपए की बेहिसाब संपत्ति जब्त की थी। इसके बाद अब नासिक में भी विभाग ने बड़ा काम किया है। आयकर विभाग की इस कार्रवाई से महाराष्ट्र में हड़कंप मच गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, आयकर विभाग को नोट गिनने में कई घंटे लगे। इसके लिए कई टीमों को बुलाया गया और फिर जो आंकड़ा सामने आया, वो चौंकाने वाला था। आयकर विभाग को 26 करोड़ नकद और 90 करोड़ की बेहिसाब संपत्ति के बारे में जानकारी मिली है, जिसके बाद उसने नकदी और कागजों को जब्त कर लिया है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस छापेमारी को अंजाम देने के लिए आयकर विभाग की तरफ से अलग-अलग टीमें बनाई गई थीं। इस दौरान परिवार के सदस्यों के घरों की भी तलाशी ली गई। आयकर विभाग का ये ऑपरेशन काफी लंबा चला, लेकिन सर्राफा व्यापारी के पास इतनी बड़ी मात्रा में संपत्ति मिलना चर्चा का विषय बना हुआ है। अब अधिकारी ये बात जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर व्यापारी के पास इतनी अकूत दौलत कहां से आई।
संदेह पैदा करने की कोशिश, हर एक बात का होगा खुलासा', फॉर्म 17 सी फॉर्म को लेकर उठे सवाल पर जानिए, निर्वाचन आयोग ने क्या कहा

सुप्रीम कोर्ट ने उस याचिका पर निर्वाचन आयोग को निर्देश देने से मना कर दिया, जिसमें आयोग को मतदान केंद्र-वार वोटिंग प्रतिशत के आंकड़े अपनी वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश देने की मांग की गई थी। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को इसे लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, 'सच्चाई स्वीकार कर ली गई है। संदेह का माहौल बनाने की कोशिश की जा रही थी। हम निश्चित रूप से सभी के साथ इस पर चर्चा करेंगे।' कुमार ने देश की चुनावी प्रक्रिया की अखंडता से जुड़ी चिंताओं को दूर करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई। पोल पैनल चीफ ने कहा, 'आखिर यहां पर क्या खेल है, संदेह क्यों पैदा किए जा रहे हैं? सवाल भी उठाए जा रहे हैं। हम एक दिन यह सब बताएंगे और दिखाएंगे कि कैसे लोगों को गुमराह किया गया है।'

न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, 'आखिर लोगों के मन में कैसे संदेह पैदा होता है? ऐसी बातें होने लगती हैं कि शायद ईवीएम ठीक से काम नहीं कर रही है, शायद मतदान सूची गलत है या शायद मतदान संख्याओं में हेरफेर किया गया है।' उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने तो शुक्रवार को अपना जवाब दे दिया, लेकिन हम भी अपना जवाब देंगे और जरूर देंगे। बता दें कि मतदान के आंकड़ों में हेराफेरी किए जा सकने के तर्क को ईसी ने खारिज कर दिया। सूत्रों ने कहा कि एक बार फॉर्म 17सी उम्मीदवारों को सौंप दिया जाता है और ईवीएम को स्ट्रॉन्ग रूम में जमा किया जाता है तो आंकड़ों के साथ छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है। फॉर्म 17सी में हरेक मतदान केंद्र पर डाले गए मतों का रिकॉर्ड होता है। यह उम्मीदवारों या उनके एजेंटों को तब दिया जाता है जब EVM को स्ट्रॉन्ग रूम में ले जाने से पहले सील कर दिया जाता है।

फॉर्म 17 सी को लेकर क्यों उठे सवाल  

रिपोर्ट के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया कि अगर काल्पनिक स्थिति में प्रति मतदान केंद्र 4 उम्मीदवारों को फॉर्म 17सी दिया जाता है, तो भी 42 लाख से अधिक लोगों के पास यह दस्तावेज होगा क्योंकि 10.5 लाख मतदान केंद्र हैं। उन्होंने कहा, ‘विभिन्न राजनीतिक दलों के 42 लाख लोगों को कैसे मूर्ख बनाया जा सकता है और आंकड़ों में हेराफेरी की जा सकती है।’ आयोग ने चिंता व्यक्त की थी कि याचिकाकर्ता साफ मंशा से अदालतों में नहीं जा रहे हैं। आयोग ने कहा कि याचिकाकर्ता साजिश के सिद्धांतों के आधार पर मतदाताओं के मन में लगातार संदेह पैदा करने के एजेंडे के साथ अदालत के मंच का दुरुपयोग कर रहे हैं।

देश में एग्जिट पोल शुरू हो गया है, पीएम मोदी बोले- अब फिर से इंडी गठबंधन ईवीएम का रोना रोने लग गया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश में एग्जिट पोल शुरू हो गया है। उन्होंने दावा किया कि इंडी गठबंधन वाले ईवीएम का रोना रो रहे हैं इसका मतलब एनडीए को लोकसभा चुनाव 2024 में सफलता मिल रही है। 4 जून को इस बार भी देश में नया रिकॉर्ड बनेगा। पीएम मोदी ने शनिवार को पाटलिपुत्र के अलावा बक्सर और काराकाट लोकसभा सीट पर रैलियां की। इन तीनों सीटों पर आखिरी चरण में 1 जून को वोटिंग होगी।

पीएम नरेंद्र मोदी ने पटना जिले के बिक्रम स्थित कृषि भवन में बीजेपी प्रत्याशी रामकृपाल यादव के समर्थन में जनसभा करते हुए अहिरौली में आरजेडी और कांग्रेस समेत इंडी गठबंधन के पर जमकर हमला बोला। प्रधानमंत्री ने कहा कि चारो तरफ एक ही मंत्र है, फिर एक बार-मोदी सरकार। एक तरफ मैं हूं जो चौबीसो घंटे सातो दिन देश् की सेवा करने में लगा हूं। दूसरी तरफ इंडी गठबंधन वाले हैं जो झूठ पर झूठ बोल रहे हैं। एक तरफ मोदी है जो देश को 2047 तक विकसित भारत बनाना चाह रहा है। आत्मनिर्भर भारत बनाने में जुटा है। 

पीएम मोदी ने कहा कि इंडी गठबंधन से प्रधानमंत्री कौन बनेगा, यह तय नहीं है। सभी पार्टियां एक-दूसरे की टांग खिंचने में लगी है। एक तरफ मोदी है तो दूसरी ओर इंडी गठबंधन में पांच लोग पीएम पद के उम्मीदवार हैं। वे पीएम पद को म्यूजिकल चेयर बनाना चाहते हैं। इंडी गठबंधन केवल मोदी को गालियां देने में जुटा हुआ है। एलईडी के युग में ललटेनिया लेकर घूम रहे हैं। लेकिन उनके लालटेन से केवल एक ही घर में रोशनी है, बाकी घर में अंधेरा है। उनका एक ही सिद्धांत है, अपना काम बनता, भाड़ में जाए जनता। वे धर्म के आधार पर आरक्षण खत्म करना चाहते हैं। लेकिन जब तक मोदी जिंदा है, ऐसा नहीं होने देंगे।

इसके बाद काराकाट में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए भारी बहुमत से जीतेगा। उन्होंने कहा कि चार जून को शाम होते-होते राजद वाले कहेंगे कि कांग्रेस वाले ने लुटिया डूबो दी। कांग्रेस का शाही परिवार पराजय का ठीकरा मल्लिकार्जुन खड़गे पर फोड़कर विदेश में छुट्टियां मनाने चला जाएगा। उन्होंने कहा कि देश की जनता कांग्रेस को बार-बार खारिज कर चुकी है।

भाजपा नेता टी राजा का बड़ा दावा, हैदराबाद में हिंदुओं के वोट मुसलमानों ने डाले; बुर्के में करा दिया गया सारा खेल

गुजरात के सूरत में तेलंगाना के फायर ब्रांड नेता और भाजपा विधायक टी राजा सिंह ने शनिवार को मीडिया से बात करते हुए हैदराबाद लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि वहां पर बड़े पैमाने पर फर्जी मतदान हुआ है। जिसमें बड़ी संख्या में हिंदू महिलाओं के वोट मुस्लिम महिलाओं ने बुर्का पहनकर डाले हैं, जिससे चुनाव परिणाम भाजपा के पक्ष में रहने की उम्मीद बेहद कम है। उन्होंने कहा कि दोनों ओवैसी भाई स्थानीय प्रशासन की मदद से चुनाव में हर गलत काम करते हैं। 

समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए राजा सिंह ने कहा, 'देखिए बहुत ही अच्छी लड़ाई लड़ी है हमारी माधवी जी ने, बहुत अच्छे से चुनाव हुआ है, लेकिन दुर्भाग्य है हमें पहले से जो डर था, कि बोगस वोटिंग होगी, इस बार भी बहुत बड़ी संख्या में हर बूथ पर बोगस वोटिंग हुई है। हमें डर था कि हिंदुओं का वोट मुसलमान डालेगा वही हुआ। हिंदू महिलाओं का वोट बुर्के डालकर डाले जाएंगे, वही हुआ। और इस बार भी इतना फर्जी मतदान हुआ जिसकी कोई सीमा नहीं है। 

'लोकल पुलिस ओवैसी के समर्थन में थी'

कहा, 'स्थानीय पुलिस असदुद्दीन ओवैसी के समर्थन में है, क्योंकि असदुद्दीन ओवैसी और उसके भाई की एक रणनीति रही है कि जिसकी तेलंगाना में सरकार बनती है, उसके पैर पकड़कर उनसे सपोर्ट लेते हैं। अगर हम इतिहास देखेंगे तो वायएस राजशेखर रेड्डी जब कांग्रेस के मुख्यमंत्री बने तो उनके सपोर्ट में थे, फिर टीडीपी की चंद्रबाबू नायडू की सरकार बनी तो उसके सपोर्ट में थे, फिर केसीआर की सरकार बनी तो उसके सपोर्ट में थे, अब कांग्रेस की रेवंत रेड्डी की सरकार के सपोर्ट में है। ये लोग जिसकी सरकार बनती है उसका सपोर्ट लेकर जितने गलत काम वहां है, उतने गलत काम करने का दोनों भाइयों का काम रहता है। इस बार भी पुलिस ने दोनों भाइयों को सपोर्ट किया है।'

'मुझे परिणाम ठीक नहीं लग रहे'

वहीं हैदराबाद सीट के चुनाव परिणाम को लेकर टी राजासिंह ने वहां भाजपा की हार की आशंका जताई। उन्होंने कहा कि 'मुझे परिणाम ठीक नहीं लग रहे हैं, और मैं समझता हूं कि इस बार भी हम लोग फेल होंगे ऐसा लग रहा है मुझे।'

हैदराबाद से 5वीं बार मैदान में असदुद्दीन ओवैसी

बता दें कि टी. राजा सिंह तेलंगाना की जिस गोशामहल सीट से विधायक हैं वो हैदराबाद लोकसभा सीट के अंतर्गत ही आती है। इस लोकसभा सीट पर 13 मई को मतदान हो चुका है। यह सीट AIMIM (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) नेता असदुद्दीन ओवैसी का गढ़ मानी जाती है, वे यहां से चार बार के सांसद रहे हैं और इस बार फिर खड़े हुए हैं। उनके खिलाफ भाजपा की तरफ से यहां से माधवी लता ने चुनाव लड़ा है।

टीएमसी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर ईवीएम का फोटो डालकर आरोप लगाया कि बांकुरा जिले में 'बीजेपी टैग वाली' ईवीएम का इस्तेमाल किया गया, मचा घमासान

 लोकसभा चुनाव 2024 के छठे चरण की वोटिंग के दौरान जमकर बवाल हुआ। पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर ईवीएम पर बीजेपी के टैग का आरोप लगाया है। टीएमसी ने अपने ट्वीटर हैंडल पर ईवीएम का फोटो डालते हुए यह आरोप लगाया है कि बांकुरा जिले में 'बीजेपी टैग वाली' ईवीएम का इस्तेमाल किया गया है। ममता बनर्जी की पार्टी ने कहा कि बांकुरा के रघुनाथपुर में 5 ईवीएम पर बीजेपी का टैग मिला है। इससे यह साफ है कि चुनाव आयोग एकपक्षीय होकर मतदान को प्रभावित कर रहा है।

क्या है पूरा मामला?

टीएमसी ने एक्स पर ईवीएम के दो फोटोज पोस्ट किए हैं। इन दोनों ईवीएम में बीजेपी का टैग लगा हुआ है। बीजेपी लिखे पेपर टैग वाली ईवीएम की दो तस्वीरें साझा करते हुए एक्स पर पोस्ट किया कि ममता बनर्जी ने बार-बार बताया है कि कैसे बीजेपी ईवीएम के साथ छेड़छाड़ करके वोटों में हेराफेरी करने की कोशिश कर रही थी। और आज बांकुरा में रघुनाथपुर में 5 ईवीएम पर बीजेपी का टैग लगा हुआ मिला। टीएमसी ने आगे लिखा कि भारत चुनाव आयोग को तुरंत इस पर ध्यान देना चाहिए और इस पर सुधारात्मक कार्रवाई करनी चाहिए।

चुनाव आयोग ने दिया जवाब...

टीएमसी के आरोपों पर चुनाव आयोग ने ट्वीट किया है। ईसीआई ने कहा कि कमीशनिंग के दौरान कॉमन एड्रेस टैग पर उपस्थित उम्मीदवारों और उनके एजेंटों द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे। चूंकि, उस दौरान कमीशनिंग हॉल में केवल भाजपा उम्मीदवार के प्रतिनिधि मौजूद थे इसलिए कमीशनिंग के दौरान ईवीएम और वीवीपैट पर उनके हस्ताक्षर लिए गए थे। हालांकि, मतदान के दौरान पीएस नंबर 56,58, 60, 61,62 में मौजूद सभी एजेंटों के हस्ताक्षर प्राप्त किए गए थे। कमीशनिंग के दौरान सभी ईसीआई मानदंडों का विधिवत पालन किया गया था। यह पूरी तरह से सीसीटीवी कवरेज के तहत किया गया था और इसकी विधिवत वीडियोग्राफी की गई थी

6वें चरण में 8 लोकसभा सीटों पर बंगाल में हुई वोटिंग

लोकसभा चुनाव के छठे चरण में पश्चिम बंगाल की 8 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई। पश्चिम बंगाल में 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 18 सीटें जीती थीं। बीजेपी इस कोशिश में है कि वह अपना स्कोर बढ़ाए। हालांकि, सत्तारूढ़ टीएमसी इस कोशिश में है कि बीजेपी की सीटें कम हो।

WHO की रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा, कोविड के कारण इतने साल कम हो गई आपकी उम्र, वा पढ़िए, पूरी डिटेल रिपोर्ट

 विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा है कि कोरोना महामारी के कारण वैश्विक जीवन प्रत्याशा यानी जीने की दर में गिरावट आई है। संगठन ने कहा के कोरोना केे कारण एक दशक की प्रगति खत्म हो गई है। यूएन की इस स्वास्थ्य एजेंसी ने कहा कि कोविड-19 के कारण जीवन प्रत्याशा में स्थिर वृद्धि और जन्म के समय स्वस्थ जीवन प्रत्याशा की प्रवृति अब एकदम एक दूसरे के विपरीत हो गई है।

डब्ल्यूएचओ ने बताया कि विश्व सांख्यिकी अध्ययन के अनुसार वैश्विक जीवन प्रत्याशा 1.8 वर्ष घटकर 71.4 वर्ष हो गई। जोकि 2012 के स्तर के बराबर तक पहुंच गई है। यानी कोविड के कारण मानव समुदाय एक दशक पीछे हो गया है। स्टडी के अनुसार एक स्वस्थ व्यक्ति की औसत आयु 2021 में 1.5 वर्ष घटकर 61.9 वर्ष हो गई है। जीवन प्रत्याशा की यह दर 2012 में थी। बता दें इससे पहले लैंसेट में प्रकाशित एक रिपोर्ट में यही बात सामने आई थी। इस रिपोर्ट के अनुसार महामारी के दौरान औसत जीवन प्रत्याशा 1.6 वर्ष कम हो गई।

अध्ययन को लेकर डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनाॅम ने कहा कि ये आंकड़े जिनेवा में चल रहे वैश्विक महामारी सुरक्षा समझौते के महत्व को समझने के लिए काफी है। वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा का उद्देश्य लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना, लाॅन्ग टर्म निवेश के लिए प्रोत्साहित करना और सभी देशों के बीच समानता के भाव को बढ़ावा देना है।

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि कोविड के कारण दुनियाभर की जीवन प्रत्याशा में एक जैसी गिरावट नहीं है। अध्ययन के मुताबिक कोविड के कारण अमेरिका और दक्षिण पूर्वी एशिया सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र रहे। इन दोनों महाद्वीपों में जीवन प्रत्याशा में लगभग 3 साल की गिरावट आई है। वहीं पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र सबसे कम प्रभावित हुआ है। यहां की जीवन प्रत्याशा में 0.1 वर्ष की गिरावट आई है।

चुनाव आयोग ने 5 फेज वोटिंग का पूरा आंकड़ा जारी किया, कहा- एक एक वोट का हिसाब है

डेस्क: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए अबतक कुल पांच चरणों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं और चुनाव आयोग ने पांचों चरणों के मतदान का आंकड़ा जारी किया है। आयोग ने कहा कि कोई भी वोटों की संख्या मेंगड़बड़ी नहीं कर सकता। एक-एक वोट का हिसाब है। आयोग ने कहा कि फॉर्म 17सी के माध्यम से सभी उम्मीदवारों के मतदान एजेंटों के साथ शेयर किए गए वोटों के आंकड़े को कोई भी नहीं बदल सकता है। आयोग ने कहा कि मतदान का डेटा हमेशा उम्मीदवारों के पास और नागरिकों के लिए वोटर टर्नआउट ऐप पर 24x7 उपलब्ध था। आयोग ने चुनावी प्रक्रिया को खराब करने और झूठी कहानियां गढ़ने के पैटर्न पर गौर किया है।

सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने मजबूती दी

आयोग की ओर से जारी प्रेस नोट में कहा गया कि नाव आयोग द्वारा मतदान के आंकड़ों को जारी करने की प्रक्रिया पर माननीय सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणियों और फैसले से आयोग निश्चित तौर पर खुद को मजबूत महसूस कर रहा है। इससे आयोग पर बिना किसी विवाद के चुनावी लोकतंत्र की सेवा करने की एक बड़ी जिम्मेदारी आती है। इसलिए चुनाव आयोग ने प्रत्येक संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं की पूर्ण संख्या को शामिल करने के लिए मतदान डेटा जारी करने के प्रारूप का और विस्तार देने का फैसला लिया है। इसे सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराया गया है। 

पूरी प्रक्रिया सटीक, किसी तरह की विसंगति नहीं

आयोग ने कहा कि डाले गए वोटों के संग्रहण और भंडारण की प्रक्रिया कठिन और पारदर्शी है। राज्यों में आयोग और उसके अधिकारी वैधानिक विचारों को ध्यान में रखते हुए, बेहतर तरीके से मतदान डेटा का प्रसार कर रहे हैं। 19 अप्रैल 2024 को मतदान शुरू होने की तारीख से मतदान के आंकड़ों को जारी करने की पूरी प्रक्रिया सटीक, सुसंगत और चुनाव कानूनों के अनुसार रही है। इसमें किसी भी तरह की विसंगति नहीं रही है। 

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) की उस याचिका पर निर्वाचन आयोग को निर्देश देने से मना कर दिया, जिसमें आयोग को मतदान केंद्र-वार मतदान प्रतिशत के आंकड़े अपनी वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया था। 

सुप्रीम कोर्ट ने 17 मई को एनजीओ की याचिका पर निर्वाचन आयोग से एक हफ्ते के अंदर जवाब मांगा था, जिसमें लोकसभा चुनाव के प्रत्येक चरण का मतदान संपन्न होने के 48 घंटे के अंदर मतदान केंद्र-वार मत प्रतिशत के आंकड़े आयोग की वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया था। वहीं निर्वाचन आयोग ने हलफनामा दाखिल कर एनजीओ के अनुरोध का विरोध किया और कहा कि इससे चुनावी माहौल खराब होगा और आम चुनावों के बीच चुनावी तंत्र में अराजकता पैदा होगी।

चुनाव के दिन केजरीवाल की तस्वीर लगा पाकिस्तान ने की नापाक हरकत, आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने दी कड़ी नसीहत, लगाई चपत

भारत में जारी लोकसभा चुनावों पर पाकिस्तान भी पैनी नजर गड़ाए है। छठे चरण चुनाव के तहत राजधानी दिल्ली समेत देशभर की 58 सीटों पर वोटिंग जारी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अपने परिवार के साथ जाकर वोट डाला। इस बीच पाकिस्तान ने भी भारतीय चुनाव में दखल देने की नापाक हरकत की है। पाकिस्तान के एक पूर्व मंत्री ने केजरीवाल की तस्वीर के साथ सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला, जिसको लेकर उसे खुद ही मुंह की खानी पड़ी। 'आप' मुखिया ने ही पाकिस्तानी नेता को चपत लगाते हुए आईना दिखा दिया।

दरअसल, पाकिस्तान के पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री फवाद चौधरी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की वह तस्वीर शेयर की जिसमें सीएम मतदान के बाद परिवार के साथ उंगली पर लगी स्याही दिखा रहे हैं। इमरान खान के करीबी फवाद चौधरी ने न केवल यह तस्वीर शेयर की, बल्कि एक संदेश भी लिखा। फवाद चौधरी ने कहा, ''शांति और सद्भाव नफरत और चरमपंथी ताकतों को हरा दें''। फवाद ने इसके साथ #मोर पावर भी लिखा। फवाद चौधरी के इस दखल पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने तुरंत जोरदार पलटवार किया और उन्हें बदहाल पाकिस्तान को संभालने की नसीहत दे डाली। 

केजरीवाल ने पाकिस्तान को दिखाया आइना

केजरीवाल ने पाकिस्तान को करारा जवाब देते हुए लिखा, ''चौधरी साहब, मैं और मेरे देश के लोग अपने मसलों को संभालने में पूरी तरह सक्षम हैं। आपके ट्वीट की जरूरत नहीं है। इस वक्त पाकिस्तान के हालात बहुत खराब हैं। आप अपने देश को संभालिये।''

केजरीवाल ने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ''भारत में हो रहे चुनाव हमारा आंतरिक मामला है। अतंकवाद के सबसे बड़े प्रायोजकों का हस्तक्षेप भारत बर्दाश्त नहीं करेगा।''

केजरीवाल ने वोट डालने के बाद केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने तानाशाही, बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ वोट डाला है।

केजरीवाल की तिहाड़ जेल से रिहाई पर क्या बोले थे फवाद चौधरी

गौरतलब है कि यह कोई पहली बार नहीं है जब फवाद चौधरी का केजरीवाल प्रेम उमड़ता दिखा हो। इससे पहले 11 मई को केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने के बाद तिहाड़ जेल से बाहर आने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे पीएम मोदी की हार बताया था। फवाद चौधरी ने 'एक्स' पर कैप्शन के साथ केजरीवाल का फोटो पोस्ट कर कहा था कि मोदी जी एक और लड़ाई हार गए #केजरीवाल रिहा... उदारवादी भारत के लिए अच्छी खबर। फवाद चौधरी ने अपने देश में कानून के शासन की स्थिति पर भी अफसोस जताया था। उन्होंने कहा था कि नागरिक समाज, बार एसोसिएशन, मीडिया संगठन और मानवाधिकार संगठन पूरी तरह से शांत हो गए हैं।

हमारे उम्मीदवार को नजरबंद कर लिया गया, क्या यही चुनाव आयोग की निष्पक्षता है ; सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उठाए सवाल

देशभर में आज यानी शनिवार को लोकसभा चुनाव के छठे चरण के लिए वोट डाले जा रहे हैं. वोटिंग शाम 6 बजे तक चलेगी. जैसे-जैसे दिन का तापमान बढ़ रहा है, वैसे-वैसे बयानबाजी भी तेज हो गई है.समाजवादी पार्टी ने यूपी पुलिस पर आरोप लगाया है कि पूर्वांचल की अंबेडकर नगर सीट पर सपा प्रत्याशी लालजी वर्मा को नजरबंद कर दिया गया है. पार्टी ने इसकी जानकारी एक्स पर एक वीडियो पोस्ट कर दी है और इलेक्शन कमिशन पर सवाल खड़े किए हैं. इस सीट से लालजी वर्मा के सामने बीजेपी ने रितेश पांडेय को उम्मीदवार बनाया है तो मायावती ने कमर हयात पर अपना भरोसा जताया है. इस सीट से कुल 8 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. सपा ने क्या आरोप लगाया समाजवादी पार्टी ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा, “सूचना है कि अंबेडकर नगर से सपा प्रत्याशी लाल जी वर्मा के घर योगी सरकार के इशारे पर पुलिस ने दल बल के साथ पहुंचकर प्रत्याशी को नजरबंद किया है और मतदान करने से दलितों पिछड़ों अल्पसंख्यकों को रोका जा रहा है.” आगे पार्टी ने चुनाव आयोग गंभीर आरोप लगाते हुए लिखा, “ये किस नियम के तहत पुलिस कर रही और क्या यही आपकी निष्पक्षता है? अरे शर्म कर लो चुनाव आयोग शर्म, बेशर्मी से कब तक भाजपा की बीन पर नाचोगे ?” BSP से सपा में शामिल हुए हैं लाल जी वर्मा 2019 में इस सीट BSP के पर रितेश पांडेय ने जीत दर्ज की थी, उस समय सपा-बसपा का गठबंधन था. अब रितेश पांडेय BJP के टिकट से इसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वही लालजी वर्मा भी 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले BSP से सपा में आए हैं. सपा ने उन्हें नगर की कटेहरी विधानसभा सीट से टिकट दिया था. वे इस वक्त कटेहरी सीट से विधायक हैं और अंबेडकर नगर सीट INDIA ब्लोक के उम्मीदवार