धनबाद में टाइफाइड का कहर, तेजी से बढ़ी मरीजों की संख्या,दूषित पानी बना इसका कारण
धनबाद :तेज धूप और तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण धनबाद में टाइफाइड के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। बच्चों से लेकर बड़े तक इसके शिकार बन रहे हैं। शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) और सदर अस्पताल में हर दिन मरीज आ रहे हैं।
एसएनएमएमसीएच में मेडिसिन विभाग में प्रतिदिन 15 से 20 मरीज आ रहे हैं. इसके अलावा सदर में टाइफाइड के लक्षण वाले 4-5 मरीज आ रहे हैं.
टाइफाइड का मुख्य कारण दूषित पानी है
सदर अस्पताल के चिकित्सक डाॅ. मासूम आलम ने कहा कि दूषित जल ही मुख्य स्रोत है। दूषित पानी के कारण आंतों में संक्रमण होने के कारण टाइफाइड को आंत्र ज्वर भी कहा जाता है। मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. बताया कि टाइफाइड साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया के संक्रमण से होता है।
सर्दी के कारण 7 से 14 दिन तक बुखार
डॉ। मासूम ने बताया कि बुखार का चक्र 7 से 14 दिनों का होता है. यह बुखार ठंड लगने के साथ आता है। खासकर स्लम इलाकों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जहां स्वच्छ पेयजल की अच्छी व्यवस्था नहीं है.
अस्पताल में जरिया व कतरास क्षेत्र से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई मरीज़ 28 दिनों से इस संक्रमण से पीड़ित हैं, जिसका मतलब है कि मरीज़ों को 28 दिनों तक लगातार निगरानी की ज़रूरत होती है।
दूषित भोजन और बासी भोजन से बचें
टाइफाइड से बचने के लिए मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर बासी भोजन के साथ दूषित पानी से परहेज करने की सलाह दे रहे हैं। बासी खाना, पहले से कटे फल, लंबे समय तक फ्रीजर में रखी मिठाइयों के सेवन से बचना जरूरी है। बुखार होने पर डॉक्टर से सलाह लें।
टाइफाइड बुखार के लक्षण
टाइफाइड बुखार के मुख्य लक्षण बुखार के साथ ठंड लगना, पेट में दर्द और उल्टी, सिरदर्द और थकान हैं। इसके साथ ही शरीर में दर्द भी होता है।
धनबाद :तेज धूप और तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण धनबाद में टाइफाइड के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं। बच्चों से लेकर बड़े तक इसके शिकार बन रहे हैं। शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एसएनएमएमसीएच) और सदर अस्पताल में हर दिन मरीज आ रहे हैं।
एसएनएमएमसीएच में मेडिसिन विभाग में प्रतिदिन 15 से 20 मरीज आ रहे हैं. इसके अलावा सदर में टाइफाइड के लक्षण वाले 4-5 मरीज आ रहे हैं.
टाइफाइड का मुख्य कारण दूषित पानी है
सदर अस्पताल के चिकित्सक डाॅ. मासूम आलम ने कहा कि दूषित जल ही मुख्य स्रोत है। दूषित पानी के कारण आंतों में संक्रमण होने के कारण टाइफाइड को आंत्र ज्वर भी कहा जाता है। मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. बताया कि टाइफाइड साल्मोनेला टाइफी बैक्टीरिया के संक्रमण से होता है।
सर्दी के कारण 7 से 14 दिन तक बुखार
डॉ। मासूम ने बताया कि बुखार का चक्र 7 से 14 दिनों का होता है. यह बुखार ठंड लगने के साथ आता है। खासकर स्लम इलाकों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जहां स्वच्छ पेयजल की अच्छी व्यवस्था नहीं है.
अस्पताल में जरिया व कतरास क्षेत्र से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि कई मरीज़ 28 दिनों से इस संक्रमण से पीड़ित हैं, जिसका मतलब है कि मरीज़ों को 28 दिनों तक लगातार निगरानी की ज़रूरत होती है।
दूषित भोजन और बासी भोजन से बचें
टाइफाइड से बचने के लिए मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर बासी भोजन के साथ दूषित पानी से परहेज करने की सलाह दे रहे हैं। बासी खाना, पहले से कटे फल, लंबे समय तक फ्रीजर में रखी मिठाइयों के सेवन से बचना जरूरी है। बुखार होने पर डॉक्टर से सलाह लें।
टाइफाइड बुखार के लक्षण
टाइफाइड बुखार के मुख्य लक्षण बुखार के साथ ठंड लगना, पेट में दर्द और उल्टी, सिरदर्द और थकान हैं। इसके साथ ही शरीर में दर्द भी होता है।
May 15 2024, 19:15