मुजफ्फरपुर में अमर शहीद बैकुंठ शुक्ल स्मृति समारोह समिति द्वारा पत्रकार सम्मेलन का हुआ आयोजन
मुजफ्फरपुर में अमर शहीद बैकुंठ शुक्ल स्मृति समारोह पत्रकार सम्मेलन में उपस्थित सदस्यों का नाम अध्यक्ष श्री रमेश कुमार केजरीवाल अधिवक्ता श्री योगेंद्र सिंह गंभीर मोतीलाल छापरिया श्री चंदेश्वर चौधरी श्री श्याम पटेल मोहम्मद मुमताज श्री राजीव रंजन शैलेंद्र चौधरी उपस्थित रहे ।
अमर शहीद बैकुंठ शुक्ल स्मृति समारोह समिति द्वारा आज एक पत्रकार सम्मेलन सरिया गंज स्थित श्री नवयुवक समिति ट्रस्ट भवन के सभागार में आयोजित किया गया।
जिसे संबोधित करते हुए समिति के सचिव अरुण कुमार शुक्ला ने कहा कि आगामी मंगलवार 14 मई को अमर शहीद बैकुंठ शुक्ल का 90 वा बलिदान दिवस बैरिया गोलंबर स्थित स्मारक स्थल पर आयोजित किया जाएगा तथा बुधवार 15 मई को शाहिद की 117 वी जयंती का आयोजन भी उसी स्थल पर होगा।
इन दोनों ही कार्यक्रमों में शाहिद की आदमकद प्रतिमा को राजकीय सम्मान देने हेतु जिला प्रशासन की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर का आयोजन पुलिस बल द्वारा किया जाएगा। कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए तैयारी युद्ध स्तर पर की जा रही है।
श्री शुक्ल ने पत्रकार सम्मेलन में कहा कि बैरिया गोलंबर पर जिस स्थान पर शाहिद बैकुंठ शुक्ल की आदमकद प्रतिमा है बिहार सरकार इस स्थान पर उनकी धर्मपत्नी और स्वतंत्रता सेनानी राधिका देवी की आदमकद प्रतिमा की भी स्थापना करे।
समिति के सचिव श्री शुक्ल ने बताया कि बैरिया बस स्टैंड का नामकरण शाहिद बैकुंठ शुक्ल के नाम पर किए जाने संबंधी मुजफ्फरपुर के जिला अधिकारी का एक प्रस्ताव मई 2022 में ही भेजा गया था। परंतु सरकारी पत्राचार की धीमी गति के कारण बिहार सरकार के परिवहन विभाग में यह फाइल दबी पड़ी है। श्री शुक्ल ने यह भी बताया कि इस विषय को विधायक जीवेश कुमार द्वारा विधानसभा में तारांकित प्रश्न के रूप में मार्च 2022 में पटल पर रखा जा चुका है। इसके उपरांत भी किसी प्रकार की प्रगति नहीं हुई है।
समिति के सचिव श्री शुक्ल ने बताया कि अमर शहीद बैकुंठ शुक्ल को गया स्थित केंद्रीय कारा में फांसी पर लटकाया गया था। इस आलोक में गया केंद्रीय कारा का नामकरण शाहिद बैकुंठ शुक्ल केंद्रीय कारागार किए जाने विषयक एक प्रस्ताव भी बिहार सरकार के गृह विभाग के पास 2021 से ही लंबित पड़ा है। परंतु नामकरण किए जाने की दिशा में औपचारिक पत्राचार के अलावा कोई ठोस कदम मंत्रिमंडल निदेशालय विभाग द्वारा नहीं किया गया है जो दुख का विषय है।
बैरिया बस स्टैंड का नामाकरण तथा गया स्थित केंद्रीय कारा का नामकरण शाहिद बैकुंठ शुक्ल के नाम पर किए जाने संबंधी प्रस्ताव पर सरकारी स्तर पर अविलंब औपचारिकताओं को पूरा कर इस दिशा में अंतिम निर्णय करने की मांग बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से किया गया है।
श्री शुक्ल ने बताया कि शाहिद बैकुंठ शुक्ल की आदमकद प्रतिमा बैरिया गोलंबर पर स्थापित करने के निर्णय में सरकार को 25 वर्ष लग गए थे और शाहिद की धर्मपत्नी एवं स्वतंत्रता सेनानी राधिका देवी के जीवन काल में उनका प्रतिमा दर्शन नहीं हो पाया था जो सरकार की सुस्ती का कारण हुआ।
May 11 2024, 20:27