सेतुवाही अमावस्या पर उमड़ा आस्था का सैलाब, मंदिरों में दर्शन को उमड़े श्रद्धालु
विवेक दीक्षित,नैमिषारण्य(सीतापुर)। परम पावन तीर्थ नैमिषारण्य में वैशाख माह की अमावस्या के पावन संयोग पर लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र जल में डुबकी लगाई । इस दिन सत्तू दान करने की विशेष महिमा के चलते पुरोहितों को सत्तू का दान किया गया । श्रद्धालुओं ने आदि गंगा गोमती एवं आस्था के केन्द्र चक्रतीर्थ में स्नान कर पुण्य एवं यश अर्जित किया ।
अमावस्या के पावन संयोग पर ब्रह्ममुहुर्त में 4 बजे बड़ी संख्या में सनातन धर्मियों ने वैदिक परम्परा के अनुसार चक्रतीर्थ व गोमती के जल में स्नान किया । श्रद्धालुओ द्वारा गोमती नदी के राजघाट के साथ चक्रतीर्थ प्रांगण पर स्नान और पूजन विधान का क्रम शुरू हुआ जो दिन बढ़ने के साथ साथ तेज होता गया । चक्रतीर्थ और गोमती में स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने पुरोहितों को सत्तू का दान देकर अपने परिवार के कल्याण की कामना की । इसके बाद तीर्थ के प्रमुख मंदिरों माँ ललिता देवी , हनुमान गढ़ी, व्यास गद्दी, सूतगद्दी, कालीपीठ , देवदेवेश्वर, महाकाल मनसा देवी मंदिर, महामृत्युंजय पीठ आदि स्थलों पर परम्परानुसार पूजन अर्चन कर शीश नवाया ।
तीर्थ में सुबह सूर्योदय के बाद से ही लोगो द्वारा पिंडदान, श्राद्ध और पित्र अनुष्ठानों का भी दौर चलता रहा । सुबह 4 बजे से शुरू हुआ श्रद्धालुओं द्वारा तीर्थ में दर्शन पूजन का ये पावन क्रम देर शाम तक चलता रहा । दिन की समाप्ति तक आस्था का ये संगम भीड़ के घटते बढ़ते क्रम के साथ पूरे दिन यूँ ही चलता रहा । अमावस्या पर श्रद्धालुओं ने गुरुवार शाम से ही तीर्थ में डेरा डालना आरम्भ कर दिया था हालांकि रात्रि में श्रद्धालुओं की आवक कम रही थी लेकिन दिन चढने के साथ यात्रियों की संख्या में बढोत्तरी होती रही ।
May 08 2024, 16:36