फर्जी काल सेन्टर संचालित कर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़,छह अभियुक्तों को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार
लखनऊ ।एसटीएफ उत्तर प्रदेश को ट्रैवेल एजेन्सी की आड़ में फर्जी काल सेन्टर संचालित कर विदेशों से VOIP Call, TFN Soft Phone के माध्यम से करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह के सरगना सहित छह अभियुक्त को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।इनके कब्जे से पांच हेड फोन, आठ लैपटाप, दस मोबाइल फोन, आठ फर्जी आईडी से प्राप्त सिम, दो इंटरनेट राउटर, एक आधार कार्ड, एक डीएल, फर्जी ई-मेल का प्रपत्र मिला है।
अभियुक्त का नाम सजल सूर्या पुत्र प्रफुल्ल वर्मा निवासी 86बी, आईआईएम रोड, प्रधान मैरेज हाल के पास, मडियांव, लखनऊ, चन्द्रशेखर शुक्ला पुत्र रमेश चन्द्र शुक्ला, निवासी फ्लैट नंबर 1102 ओमेक्स रेजिडेन्सी-1, थाना सुशान्त गोल्फ सिटी, गोमतीनगर, विस्तार, लखनऊ, युवराज वर्मा पुत्र विरेन्द्र वर्मा निवासी फ्लैट नंबर 1901, ओमेक्स आर-2, रेजिडेन्सी 216, थाना सुशान्त गोल्फ सिटी, गोमतीनगर, विस्तार, लखनऊ। अभ्युदय सिंह पुत्र स्व. अजय प्रताप सिंह नि० म०नं० पीआर-181 नेहरू इन्क्लेव, गोमतीनगर,प्रान्जल पाण्डेय पुत्र प्रदुम्न नाथ पाण्डेय नि0 529/349 राम कृष्णपुरम, कल्याणपुर, गुडम्बा,प्रथम तिवारी पुत्र अर्जुन तिवारी म०नं0 3/875 सेक्टर-एच, जानकीपुरम, गुडम्बा बताया है।
*एसटीएफ को काफी दिनों से मिल रही थी सूचना*
एसटीएफ, उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से VOIP Calling कर विदेशों (अमेरिका, कनाडा, आस्ट्रेलिया आदि) से करोड़ों रूपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह के सक्रिय होने की सचूनाएं प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ यूपी की विभिन्न टीमों व इकाईयों को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। जिसके क्रम में अमित कुमार नागर, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, यूपी के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय स्थित टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी तथा अभिसचूना तन्त्र को सक्रिय किया गया।
*छह अभियुक्तों को किया गिरफ्तार*
निरीक्षक दिलीप तिवारी के नेतृत्व में उ०नि० विनोद सिंह, मु०आ० अशोक गुप्ता, रूद्रनारायण उपाध्याय, कौशलेन्द्र प्रताप सिंह, मु०आ० रवि वर्मा, विजय वर्मा राजेश मौर्या की टीम द्वारा 23-04-2024 को थाना क्षेत्र गोमतीनगर विस्तार, लखनऊ से एक फर्जी इंटरनेशनल काल सेंटर का भंडाफोड़ कर उपरोक्त संगठित गिरोह के सरगना सहित 06 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया, जिनसे उपरोक्त बरामदगी हुई।
*कम्पनी का रजिस्ट्रेशन जनपद लखीमपुर के पते पर कराया था*
पूछताछ में गिरोह के सरगना चन्द्रशेखर ने बताया कि वह THE TRAVEL TRAIN नाम से एक कम्पनी का रजिस्ट्रेशन जनपद लखीमपुर के पते पर कराया। जिसे लखनऊ स्थित म०नं0 5/241 सेक्टर-05, गोमतीनगर विस्तार, लखनऊ में फर्जी तरीके से खोला। इस कम्पनी के आड़ में अपने साथी सजल, अभ्युदय, युवराज, प्रथम व प्रान्जल आदि के साथ मिलकर यह फर्जी काल सेन्टर चला रहा था। इनके द्वारा मुख्य रूप से विदेशी नागरिको के ई-मेल आईडी पर ई-मेल ब्लास्टिंग से गुगल एडवांस के जरिये उनके लैपटाप के स्क्रीन पर भ्रमित करने वाले एड को पॉप-अप कराया जाता है। जिसे देखकर विदेशी नागरिक एड में दिये गये टोल फ्री नम्बर पर काल करते है। जो eyebeam साफ्टवेयर से कॉल सेंटर में लगे सिस्टम पर लैण्ड करायी जाती है।
*क्रिप्टो करेन्सी के रूप में भी पेमेन्ट ट्रांसफर कराते थे*
कॉल सेंटर पर पूर्व से एक्टिव कॉलर कॉल रिसीव करते है तथा अपने को विदेशी कम्पनी का प्रतिनिधि प्रदर्शित करते हुए उनकी समस्या का जल्द समाधान का आश्वासन देते है। कम्पनी में काम करने वाले कर्मचारी उनसे बताते है कि आपका सिस्टम हैक तथा आईपी एड्रेस कम्प्रोमाईज्ड हो गया है। इस समस्या के समाधान के लिए उनके सिस्टम को ऐनीडेस्क साफ्टवेयर से कनेक्ट कर उनके सिस्टम में आ रही असुविधा को हल करने के नाम पर चार्ज को विभिन्न कम्पनी amex, amazon, apple, target, google play, gamestop, sephora, nordstorm के गिफ्ट कार्ड 100-500 डालर कीमत के लेते है। इसके अतिरिक्त जहां जैसा सम्भव हो वहां USDT, BTC क्रिप्टो करेन्सी के रूप में भी पेमेन्ट safepal wallet में ट्रान्सफर कराते है।
*यूएस के लोगों को डायरेक्ट कॉल करने का करते थे काम*
जिसे ब्रोकरो के माध्यम से बाद में इण्डिया में इन कैश करा लेते है। साथ ही इस धोखाधड़ी के दौरान इनके द्वारा यूएस के लोगों के मोबाइल को एनीडेस्क से कनेक्ट कर मैजिक ऐप गूगल वाइस आदि एप पर यूएस के लोगों से पैमेंट कराकर एकाउंट बना लिया जाता है और उनके मोबाइल से उस अकाउंट को लॉग आउट कर अपने मोबाइल पर लॉगिन कर लिया जाता है। फिर इस ऐप का उपयोग अपनी जरूरत अनुसार यूएस के लोगों को डायरेक्ट कॉल करने आदि काम में लिया जाता है।उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना गोमतीनगर विस्तार में मुकदमा पंजीकृत कराया गया है। अग्रेतर विधिक कार्रवाई स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।
Apr 25 2024, 14:52