शास्त्री महाविद्यालय ने किसान डिग्री कालेज व एमएलके से एमओयू पर किया हस्ताक्षर
गोण्डा। श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज ने शैक्षिक उन्नयन एवं गुणवत्ता सुधार के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के दिशा निर्देशों के अंतर्गत बुधवार को शैक्षिक आदान-प्रदान के लिए किसान डिग्री कॉलेज बहराइच व एमएलके बलरामपुर से शैक्षिक सहयोग के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफ़ेसर आर के पाण्डेय ने बताया कि किसान डिग्री कालेज बहराइच से हिंदी, समाजशास्त्र, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान अर्थशास्त्र, अंग्रेजी, वनस्पति विज्ञान से उच्च शिक्षा एवं संबंधित ज्ञान अनुशासन के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। सेमिनार वर्कशॉप सिंपोजियम कक्षा अध्यापन शिक्षकों विद्यार्थियों का आदान-प्रदान पुस्तकालय एवं प्रयोगशालाओं के प्रयोग को लेकर आपसी सहमत व्यक्त की गई है।
इसी क्रम में तराई का ऑक्सफोर्ड के नाम से प्रसिद्ध एमएलके महाविद्यालय बलरामपुर से भी एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। एमएलके महाविद्यालय से हिंदी, बीबीए, बीसीए, समाजशास्त्र, वनस्पति विज्ञान, भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, अंग्रेजी, अर्थशास्त्र विषय के विभागों द्वारा प्रशासन एवं प्रबंधन की सहमति से अध्ययन- अध्यापन के कई क्षेत्रों में एक दूसरे के अनुभव, ज्ञान और संसाधनों का उपयोग किया जा सकेगा। शिक्षकों और विद्यार्थियों का आदान- प्रदान भी इसी समझौते से साकार होगा।
नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत श्री लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कॉलेज इस अभियान को और विस्तार देने के लिए विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय संस्थानों से भी महाविद्यालय एमओयू हस्ताक्षर करेगा। जिससे विद्यार्थियों को अनुभव, ज्ञान, संसाधन और अवसर की कमी न हो सके। इस मौके पर किसान डिग्री कॉलेज बहराइच के प्राचार्य प्रोफेसर विनय सक्सेना , आईक्यूएसी प्रभारी प्रो. सूर्यभान रावत,शास्त्री कालेज के शोध निदेशक डा. शैलेन्द्र नाथ मिश्र, हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ नीरज पांडेय, मुख्य नियंता डॉ किसुन वीर व उपस्थित प्राध्यापकों प्रसन्नता व्यक्त की है । एमएलके महाविद्यालय बलरामपुर के प्रबंध- समिति के सचिव कर्नल आर मोहंता, संयुक्त सचिव श्री वीके सिंह, प्राचार्य प्रो जे पी पांडेय, मुख्य नियंता प्रो.पी के सिंह , अध्यक्ष भौतिक विज्ञान प्रो अरविंद द्विवेदी, विभागाध्यक्ष बॉटनी डॉ राजीव रंजन, अध्यक्ष हिंदी विभाग प्रो. प्रकाश चंद्र गिरि आदि विभागाध्यक्षों और प्राध्यापकों ने खुशी व्यक्त करते हुए इसे उच्च शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन के रूप में स्वीकार कर कहा है कि देवीपाटन मंडल में उच्च शिक्षा के अध्ययन अध्यापन में इससे रोजगार एवं कौशल विकास के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल हो सकेगी।
Apr 24 2024, 18:37