राजद में शामिल महबूब अली कैसर, तेजस्वी यादव ने दिलाई पार्टी की सदस्यता
डेस्क : इसबार के लोकसभा चुनाव के दौरान नेताओं के दल-बदल करने का सिलसिला जारी है। लोकसभा टिकट की आस लगाए नेताओ को अपनी पार्टी से निराशा हाथ लगने के बाद वे दूसरी पार्टी का दामन थाम रहे है। बिहार में तकरीबन दलों की यही स्थिति है। इसी कड़ी में आज खगड़िया के निवर्तमान सांसद महबूब अली कैसर ने दल बदल करते हुए राजद का दामन थाम लिया। तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।
दरअसल, एनडीए में शामिल पशुपति कुमार पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोजपा को इसबार लोकसभा में एक भी सीट नहीं मिली है। जिसके बाद पार्टी में भगदड़ मची। वैशाली से सांसद वीणआ देवी पहले ही लोजपा (आर) का दामन थाम चुकी थी और उन्हें फिर वैशाली से लोकसभा का टिकट भी मिल गया है। हालांकि खगड़िया से राष्ट्रीय लोजपा के सांसद महबूब अली कैसर भी चिराग से मिलने पहुंचे थे और पारस की पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया था। इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वह जल्द ही चिराग की लोजपा (रामविलास) में शामिल हो जाएंगे। लेकिन चिराग पासवान के साथ उनकी बात नहीं बनी।
जिसके बाद आज खगड़िया के सीटिंग एमपी चौधरी महबूब अली कैसर रालोजपा (पारस गुट) छोड़ राजद में शामिल हो गए हैं। इसके लिए वो राजद कार्यालय पहुंचे। जहां तेजस्वी यादव ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई है। महबूब अली कैसर के साथ उनके बेटे युसूफ कैसर भी मौजूद हैं। कैसर दो बार खगड़िया से सांसद रह चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उनको काफी वोट भी मिले थे, लेकिन 2024 में उन्हें टिकट नहीं मिला।
वहीं, खगड़िया सांसद को राजद में शामिल करवाते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि महबूब अली कैसर ने संविधान बचाने के हित में और लोकतंत्र बचाने के हित में यह फैसला लिया है। यहां दो खेमा है,एक तलवार बांटने वाला है और एक हमलोग हैं जो कलम बांटने वाले हैं। अब कैसर साहब ने जो निर्णय लिया है उससे बिहार और देश में एक सन्देश गया है।इनके निर्णय से पूरे देश और राज्य में जो निर्णय जाएगा वो देश बचाने के लिए जाएगा।
Apr 21 2024, 12:46