कथा व्यास ने लंका निर्माण का प्रसंग श्रोताओं को सुनाया
शिवकुमार जायसवाल,सकरन (सीतापुर) कथा ब्यास ने सोने की लंका के निर्माण की कथा श्रोताओं को सुनायी |
सकरन के ठाकुरद्वारा मंदिर पर आयोजित नौ दिवशीय श्री शतचंडी महायज्ञ में कथा ब्यास उमेश दीक्षित ने सोने की लंका के निर्माण की कथा का प्रसंग सुनाते हुये कहा कि विश्वकर्मा ने सोने की लंका का निर्माण किया था उस समय माल्यवान, सुमाली और माली नाम के तीन राक्षस हुआ करते थे।
उन्होंने विश्वकर्मा से कहा था कि हमारे लिए भी एक भवन बना दीजिए। तीनों राक्षसों की बात सुनकर विश्वकर्मा जी ने उन्हें बताया कि दक्षिण दिशा में समुद्र किनारे पर त्रिकूट नाम का के पर्वत पर मैंने सोने की लंका नगरी बनाई है। तुम लोग वहां रह सकते हो। इस तरह लंका पर राक्षसों ने अधिकार कर लिया। हालांकि लंका के संबंध कई और भी कथाएं प्रचलित हैं। कुछ कथाओं के मुताबिक रावण ने कुबेर से लंका छिनी थी।
जब श्रीराम को समुद्र पार करके लंका पहुंचना था, उस समय नल और नील की मदद से समुद्र पर पुल बांधा गया था। नल को विश्वकर्मा जी का ही पुत्र माना जाता है। इसके अलावा कथा ब्यास मुकेश अवस्थी मीनाक्षी तिवारी ने भगवत चर्चा का गुणगान किया प्रदीप सांवरिया झांकी ग्रुप द्वारा भगवान की झांकियों का दर्शन कराया गया इस मौके पर यज्ञाध्यक्ष आचार्य अम्बरीष शुक्ल अध्यक्ष सत्येन्द्र सिंह चौहान,रानी बृजबाला सिंह,यजमान धनीराम जायसवाल के अलावा भारी संख्या में श्रद्धालु भक्त मौजूद थे |
Apr 16 2024, 19:36