दो सगे भाइयों के साथ 4 मासूमों का एक साथ हुआ अंतिम संस्कार
डॉ एस के यादव,मार्टीनगंज (आजमगढ़)। दीदारगंज थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत कुशलगांव में पानी से भरे तालाब में डूबने से चार मासूम बच्चों की मौत ने सभी को हिलाकर रख दिया है। चारो तरफ चीत्कार मचा हुआ है । एक तरफ जहां इस घटना से क्षेत्र में हाहाकार मचा हुआ है वहीं हादसे में मृत बच्चों के परिवार में चीख-पुकार मची हुई है। गांव में भी मातम छाया हुआ है।
ग़रीबी में आटा गीला
इन दिनों गेंहू के फसल की मड़ाई का कार्य जोरों पर है। ऐसे में हार्वेस्टर मशीन से फसलों की कटाई चल रही है। इस दौरान खाली खेत में गिरी गेहूं की बालियां बटोरने के लिए तमाम गरीब परिवारों के लोग बच्चों के साथ जुटे हुए हैं। खेत में गिरी गेहूं की बालियां बटोरने के लिए बुधवार को दिन में ग्राम पंचायत कुशलगांव की दलित बस्ती के तीन परिवारों के बच्चे भी स्कूल न जाकर भूख मिटाने के लिए गेहूं की बालियां इकट्ठा करने के लिए अपने घरों से बोरी लेकर गांव के उत्तरी सीवान की ओर गए थे। इसी बीच गर्मी अधिक होने के कारण चारो मासूम बालक पोखरी में नहाने के लिए चले गए ।
गेहूं की बालियां इकट्ठा करने के बाद सभी लड़के दलित आबादी से लगभग 100 मीटर दूर स्थित तालाब की ओर बढ़े। वहां सभी ने तालाब के किनारे अपने कपड़े और इकट्ठा किए गए खाद्यान्न रखकर नहाने की गरज से पानी में उतरे लेकिन बाहर नहीं निकल सके। शाम करीब पांच बजे पशुओं को लेकर तालाब की ओर गए चरवाहों ने किनारे पर मौजूद कपड़ों आदि को देख गांव वालों को आवाज दी। शोर सुनकर गांव के लोग भागकर मौके पर पहुंचे।
ग्रामीणों की मदद से आनन-फानन तालाब से पानी में समाए सभी बच्चों को बाहर निकाला गया और तत्काल उन्हें फुलेश बाजार में एक चिकित्सक के यहां ले जाया गया। उसके द्वारा हाथ खड़े कर देने पर निर्जीव हो चुके बच्चों को नजदीकी बाजार खेतासराय ले जाया गया लेकिन वहां भी चिकित्सक ने बच्चों की हालत गंभीर बताते हुए सभी को जौनपुर जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया।
वहां मौजूद एसओ दीदारगंज अखिलेश कुमार की मदद से बच्चों को सरकारी एंबुलेंस से जौनपुर जिला अस्पताल ले जाया गया। यहां भी साथ गए लोगों को तब निराशा हाथ लगी जब चिकित्सक ने सभी को मृत घोषित कर दिया था। गुरुवार को शव पोस्टमार्टम से वापस आने के बाद एक साथ मासूम बच्चों के 4 शवों को देख गांव में हाहाकार मच गया। अपने लाल को निर्जीव हालत में शव से लिपट कर दहाड़े मार मार कर रो रही माताओं का करुण क्रंदन हर किसी के आंखों को नम कर दे रहा था।
बुझ गया दो घरों का चिराग़
डूब कर मृत हुए चार बच्चों में राजकुंवर और राजकमल सगे भाइयों के पिता कमलेश के दिल्ली से आते ही हृदय स्थिति विदारक हो गयी थी। कमलेश के पास एक 18 वर्ष की लड़की है उसके बाद 10 वर्षो बाद पैदा हुए थे दोनों बच्चे राजकुँवर और राजकमल दोनों के मरने से कमलेश के घर का चिराग ही बुझ गया। बड़ी बहन संध्या और माँ मीरा का रो रो कर बुरा हाल हो गया है।
तीसरा मृतक अंश ( 8) पुत्र जयचन्द के पास केवल एक ही लड़का अंश और एक लड़की 3 वर्ष की थी। जिसमे अंश की मृत्यु हो जाने से घर का चिराग ही बुझ गया। अंश के पिता जयचन्द रोजी रोटी के लिए गुजरात रहते थे। घटना की जानकारी होने पर वीडियो कॉल से बच्चे का शव देखकर रो बिलख रहे थे। मां किरन दहाड़े मार मार कर बेशुध हो जा रही थी।
चौथा शव यश पुत्र लौटन का दो भाइयों और दो बहनों में सबसे छोटा था। पिता लौटन घर पर रहकर दिहाड़ी मजदूरी कर बच्चों का पालन पोषण कर रहे थे। ईश्वर को वह भी मंजूर नही हुआ।
चारों बच्चे साथ साथ ही रहते थे।और साथ ही पढ़ने जाते थे साथ बी खेलते थे। सभी बच्चे इतने होनहार थे कि सभी यू- ट्यूब पर वीडियो बनाकर उपलोड किया करते थे।और ईश्वर ने सभी को एक साथ ले भी लिए।
चारो शवो का एक साथ आगे पीछे लाइन से निकलते ही पूरे क्षेत्र के लोगो का दिल दहल उठा। सभी शवो को गांव के ही कब्रिस्तान में एक साथ चिता लगाकर दाह संस्कार किया गया।
स्थानीय विधायक लगातार पीड़ितों के साथ रहे बने
नही पहुँचा कोई जिले का आलाधिकारी
दीदारगंज थाना के कुशलगांव निवासी यस 8 वर्ष पुत्र लौटन कुमार ,अंश 8 वर्ष पुत्र जयचंद कुमार ,समर उर्फ राजकुँवर 9 वर्ष पुत्र कमलेश कुमार ,राजकमल 5 वर्ष पुत्र कमलेश की पोखरी में डूबने से हुई मौत की जानकारी होने पर दीदारगंज विधानसभा के सपा विधायक कमलाकांत राजभर पीड़ित बुधवार से लेकर गुरुवार को अंतिम संस्कार तक जमे रहे । और परिजनों की सांत्वना देते रहे । विधायक के इस कदम से लोग उनकी भूरि भूरि प्रशंसा करते । जबकि जिले से कोई आला अधिकारियों के न पहुँचने पर लोगो मे चर्चा का विषय बना रहा ।
Apr 12 2024, 12:16