हज़ारीबाग लोकसभा सीट: क्या भाजपा के गढ़ में जेपी भाई पटेल कांग्रेस का झंडा.लहरा पायेंगे..?जानिए हज़ारीबाग का संसदीय इतिहास...!
झारखंड डेस्क
हज़ारीबाग लोकसभा सीट पर इस बार दो दिग्गज आमने सामने है। एक तरफ भाजपा की ओर से सदर विधायक मनीष जयसवाल और दूसरी तरफ कांग्रेस से मांडू विधायक जयप्रकाश भाई पटेल।वैसे जयप्रकाश भाई पटेल स्व टेकलाल महतो के राजनीतिक विरासत को संभाल रहे हैं।और वर्तमान में भाजपा के मांडू विधायक थे। जब हज़ारीबाग से मनीष जयसवाल को भाजपा से लोकसभा की टिकट मिल गयी तो उन्होंने पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए और कांग्रेस उन्हें हज़ारीबाग लोकसभा सीट से टिकट दे दी है।अब सवाल उठता है कि क्या जेपी भाई पटेल इस सीट पर मनीष जयसवाल को शिकस्त देकर कांग्रेस कझण्डा लहरा पाएंगे।
यूं तो हज़ारीबाग लोस से भाजपा सात बार चुनाव जीतती आ रही है। हजारीबाग सीट से सबसे पहले भाजपा ने 1989 में अपनी जीत का खाता खोला था। उस चुनाव में भाजपा प्रत्याशी यदुनाथ पाण्डेय ने 2,33,060 मत हासिल कर सीपीआई के भुवनेश्वर प्रसाद मेहता को 43,419 मत के अंतर से पराजित कर पार्टी को पहली जीत दिलाई थी।
हज़ारीबाग पर बना रहा भाजपा का दबदबा
इसके बाद 1991 एवं 2004 में हुए दो लोस चुनाव को अगर छोड़ दें तो बाकी सभी चुनावों में भाजपा की जीत हुई।
इसके दो साल बाद 1991 में हुए चुनाव में सीपीआई के भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने 1,71,725 मत हासिल कर भाजपा के यदुनाथ पाण्डेय को 24,681 मतों के मामूली अंतर से पराजित कर विजयी हुए थे।
सीपीआई से हुई इस जीत को भुवनेश्वर मेहता कायम नहीं रख सके। 1996 में हुए चुनाव में भाजपा के महावीर लाल विश्वकर्मा ने 2,37,357 मत प्राप्त कर 71, 251 मतों के अंतर से सीपीआई के भुवनेश्वर प्रसाद मेहता को पराजित कर दिया।
भाजपा प्रत्याशी की लगातार होती रही जीत
1998 के चुनाव में भाजपा ने महावीर लाल विश्वकर्मा के जगह यशवंत सिन्हा का चुनावी मैदान में उतारा। वे 3,23, 283 वोट प्राप्त कर भुवनेश्वर प्रसाद मेहता को 1,63,506 मतों से पराजित किया । 1999 के चुनाव में भी यशवंत सिन्हा ने 2,83,956 मत प्राप्त कर आरजेडी प्रत्याशी अकलू राम महतो को 1,82,642 मतों से पराजित करने में सफल रहे।
इसके बाद के 2004 के आम चुनाव में यशवंत सिन्हा की जीत पर ब्रेक लगाने में सीपीआई के भुवनेश्वर प्रसाद मेहता सफल हो गए।
उन्होंने 3,56,058 मत हासिल कर भाजपा के श्री सिन्हा को 1,05,328 मतों से हरा कर सांसद चुने गए। बाद के आम चुनावों में श्री सिन्हा एवं उनके पुत्र की जीत बतौर भाजपा प्रत्याशी दर्ज होती रही।
कांग्रेस को इस सीटपर लगातार करना पड़ा हार
2009 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में पुनः यशवंत सिन्हा को उतारा गया। उन्होंने 2,19,810 मत प्राप्त कर कांगेस के सौरभ नारायण सिंह को 40,164 मतों के अंतर हराने में सफल हुए।
2014 के आम चुनाव में भाजपा ने श्री सिन्हा की जगह उनके पुत्र जयंत सिन्हा को चुनाव मैदान में उतारी। जयंत सिन्हा ने भी 4,06,931 मत प्राप्त कर कांग्रेस के सौरभ नारायण सिंह को 1,59108 मतों से पराजित करने में सफल हुए। 2019 के आम चुनाव में भी जयंत सिन्हा ने पुर्व की जीत के सारे रिकार्ड तोड़ते हुए 7,28,798 मत प्राप्त कर कांग्रेस के गोपाल प्रसाद साहू को 4,79,548 के बड़े अंतर से पराजित कर विजयी हुए थे।
इसके पूर्व के चुनाव में 1984 में कांग्रेस के दामोदर पाण्डेय ने सीपीआई के मेहता को,
1980 में जनता पार्टी के कुंवर बसंत नारायण सिंह ने कांग्रेस के अजीमा हुसैन को,
1977 में जनता पार्टी के कुंवर बसंत नारायण सिंह ने कांग्रेस के दामोदर पाण्डेय को पराजित कर जीत दर्ज की थी। 1971 में दामोदर पाण्डेय विजयी हुए थे।
हजारीबाग से अब तक चुने गए सांसदों की सूची
1952 - छोटानागपुर संथाल परगना जनता पार्टी के
रामनारायण सिंह
1957- छोटानागपुर संथाल परगना जनता पार्टी के ललिता राजे लक्ष्मी
1962- स्वतंत्र पार्टी के कुंवर बसंत नारायण सिंह
1967- निर्दलीय के कुंवर बसंत नारायण सिंह
1968 ’ झारखंड पार्टी के मोहन सिंह ओबेराय
1971- कांग्रेस के दामोदर पाण्डेय
1977 - जनता पार्टी के कुंवर बसंत नारायण सिंह
1980 - जनता पार्टी के कुंवर बसंत नारायण सिंह
1984- कांग्रेस के दामोदर पाण्डेय
1989- भाजपा के यदुनाथ पाण्डेय
1991- भाकपा के भुवनेश्वर प्रसाद मेहता
1996- भाजपा के महावीर लाल विश्वकर्मा
1998- भाजपा के यशवंत सिन्हा
1999 -यशवंत सिन्हा
2004 - भाकपा के भुवनेश्वर प्रसाद मेहता
2009- भाजपा के यशवंत सिन्हा
2014 भाजपा के जयंत सिन्हा
2019- भाजपा के जयंत सिन्हा
Apr 08 2024, 20:32