मुफ्त के राशन में कोटा संचालक कर रहे घटतौली, नहीं हो रही सुनवाई
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ललितपुर। केन्द्र सरकार द्वारा लाभार्थियों को दिए जा रहे मुफ्त राशन में कोटे संचालक घटतौली कर रहे हैं। उपभोक्ताओं को राशन का वितरण मानक के अनुरूप नहीं किया जा रहा है। दुकानदारों को शिकायत और कार्रवाई का कोई भय नहीं है।
कार्ड धारक घटतौली का शिकार हो रहे है। सरकार द्वारा दिए जाने वाले नि:शुल्क राशन में लाभार्थियों को कोटेदार पूरा राशन उपलब्ध नहीं कराते हैं। उपभोक्ता इससे परेशान हैं। उनका शोषण हो रहा है। जब भी वह उच्चाधिकारियों से शिकायत करने की बात कहते है तो कोटेदार पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।
अंत्योदय कार्ड धारक ब्रजेन्द्र का कहना है कि जब उन्होंने अपने कोटेसंचालक से पूरा राशन देने की बात कही तो राशन संचालक यह कहकर टाल गया कि उसके यहां कर्मचारियों का खर्चा भी तो इसी से निकालना है। इसलिये हर राशन पर एक से ढेर किलो राशन मुझे चाहिए। लाभार्थी ऐसी स्थिति में उच्चाधिकारियों से शिकायत भी नहीं कर पा रहे है, क्योकि उनको भय है कि कोई न कोई कारण बताकर कोटेदार उसका राशन देना ही बंद न कर दे। गरीबों के हो रहे इस शोषण पर जिम्मेदार आंखे बंद कर बैठें हैं। अंत्योदय योजना की लाभार्थी हूं। सात यूनिट का कार्ड है। डीलर प्रतिमाह 30 किलो ही खाद्यान्न दे रहा है। जबकि प्रतिमाह 35 किलो खाद्यान्न मिलना चाहिए।
बृजेन्द्र तनय भगवानदास निवासी ग्राम सिरोंन ने अपर जिलाधिकारी को एक शिकायती पत्र सौपकर बताया कि कोटेदार संगीता देवी के पति चरन सिंह के द्वारा खुलेआम 1 किलो 200 ग्राम घटतौली कर रहे है जिसकी विडियो शोसल मीडिया पर खुलेआम वारयल है। जिसमें वह कहते हुये दिख रहे कि पहले भी देते थे 1 किलो कम और वही आज भी दे रहे है क्योंकि हमको सरकारी वेतन थोडी मिलता है हम सभी लोगों को 1-1 किलो कम देते हैं। साथ ही यह भी आरोप लगाया है कि जनपद के कोटेसंचालक कई राशनकार्ड के एक यूनिट का पांच किलो खाद्यान्न बचाते है, पहले कांटे से लिंक नहीं थी ई-पॉश मशीन तो लाभार्थियों को जानकारी नहीं होती थी, और वह कोटेदार की बात पर विश्वास कर लेता था, लेकिन अब वर्तमान में कोटेसंचालक राशनकार्ड के एक यूनिट का पांच किलो खाद्यान्न डकारने के लिये कांटे से लिंक ई-पॉश मशीन होने के कारण लोहे के बाट का प्रयोग करने लगे है। जिला पूर्ति विभाग व बाट-माप विभाग घटतौली के खेल करने वाले इन कोटेसंचालक पर कोई कठोर कार्यवाही अमल में नहीं ला रहे है इससे इनके हौसले बढ़ते जा रहे है और खुलेआम घटतौली करने लगे है। पीडि़त ने शासन से कोटेसंचालक पर कठोर कार्यवाही करने की मांग की है।
Mar 28 2024, 19:02