*स्कूलों में धूमधाम से मना होली उत्सव, एक-दूसरे को गुलाल लगाकर दी बधाईयां*
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ललितपुर- जिले के विभिन्न स्कूलों में शनिवार को हर्षोल्लास के साथ होलिकोत्सव मनाया गया। रंगों के त्योहार होली पर छात्र-छात्राओं ने एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर इस उत्सव को बड़ी धूमधाम से मनाया। अंत में सभी ने एक-दूसरे को गले लगकर होली की बधाई दी।
माई छोटा स्कूल व एसबीएन कान्वेंट स्कूल के डायरेक्टर अशोक सेन एवं प्रधानाचार्या आराधना शर्मा ने होली के रंगों का महत्व और उस दौरान बरती जाने वाली सावधानी के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि होली बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। होली भारतीयों द्वारा अत्यधिक पसंद किया जाने वाला त्यौहार है और आज के समय यह त्यौहार देश के सभी समुदायों द्वारा काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
शिक्षिका रानी कुशवाहा ने बच्चों को टीका लगाया और सभी को होली की शुभकामनाएं दी। उन्होंने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि होली उत्सव का दिन है। यह वह दिन है, जिसे पूरे भारत के लोगों द्वारा और दुनिया के कई अन्य हिस्सों में रंगों के साथ बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाता है। होली के त्यौहार के समय हमें एक दूसरे के प्रति आपसी मनमुटाव को भुलाकर एक-दूसरे के साथ होली का त्यौहार मानना चाहिए।इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षकगण उपस्थित रहे।
वहीं जेबी पब्लिक एकेडमी मड़वारी स्कूल में होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्कूल स्टाफ की ओर से नृत्य, भाषण एवं विचार आिद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्कूल के प्रबन्धक अरविन्द कुशवाहा ने बताया कि हिन्दू संस्कृति में रंगों का पावन पर्व होली का त्योहार हर वर्ष की भांति विद्यार्थियों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर तथा रंग बिरंगे फूलों से होली खेलते हुए नृत्य व होली गीत के साथ महोत्सव मनाया गया। पानी व स्वच्छता के महत्व को ध्यान में रखते हुए गुलाल व फूलों से होली खेली गई। विद्यालय के समस्त विद्यार्थी व स्टाफ ने एक दूसरे को कुमकुम का तिलक लगाकर कार्यक्रम की शुरुआत की। स्कूल की प्रधानाचार्य राजकुमारी कुशवाहा ने बताया कि होली पर्व के मद्देनजर स्कूल में होली मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान स्कूल की शिक्षक-शिक्षिकाओं ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर पर्व को उल्लास से मनाया। प्रधानाचार्य ने शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि रंगों का यह त्यौहार होली देशभर में मस्ती और उत्साह के साथ मनाया जाता है। पहले दिन होलिका दहन और दूसरे दिन दुल्हैंडी खेली जाती है। इसमें सभी अपनी-अपनी टोलिया बनाकर एक दूसरे पर रंग गुलाल डालकर, गले मिलकर होली की शुभकामनाएं देते है और स्पेशल गुजिया की मिठाई एक-दूसरे को खिलाते है। कार्यक्रम में स्कूल स्टाफ की ओर से विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
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Mar 24 2024, 18:11