संचारी रोग नियंत्रण की कार्ययोजना बनाकर 28 मार्च तक स्वास्थ्य विभाग को करायें उपलब्ध संबंधित अधिकारी:जिलाधिकारी
गोण्डा। शुक्रवार को जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने कलेक्ट्रेट सभागार में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की तैयारियों से संबंधित बैठक कर संबंधित विभाग के अधिकारियों को 28 मार्च तक कार्ययोजना बनाकर स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं।
वहीं संचारी रोग तथा दिमागी बुखार पर प्रभावी नियंत्रण एवं स्थाई उपचार हेतु जनपद में 01 अप्रैल से 09 अप्रैल तक चलने वाले संचारी रोग नियंत्रण अभियान तथा 10 अप्रैल से 30 अप्रैल तक दस्तक अभियान की होगी शुरुआत।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को स्वच्छता एवं संचारी रोगों व सभी को अपने आसपास साफ-सफाई पर ध्यान रखने, बच्चा बुखार से पीड़ित होता है तो तुरंत इलाज के लिए सरकारी अस्पताल ले जाये।
उन्होंने ने बताया है कि सभी संचारी रोगों जैसे - डेंगू, मलेरिया, फाईलेरिया, दिमागी बुखार, कालाजार व टीबी आदि पर एक साथ प्रहार कर इन रोगों को समुदाय से ही नहीं अपितु जनपद, प्रदेश और देश से दूर भगाना है। अभियान के दौरान टीमें गांवों में घर-घर जाकर लोगों को बीमारियों से बचने के प्रति जागरूक करेंगे। नगर पालिका, नगर पंचायत, गांव और शहरों में लोगों को जागरूक करेंगे।पानी इकट्ठा है, तो उसकी निकासी कराएं, नालियों में जल बहाव को अवरोधित ना होने देना, रुके हुए पानी के गड्ढों में सप्ताहिक एंटी लारवा, डीजल व मिट्टी के तेल का छिड़काव आदि ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति द्वारा जागरूक किया जाएगा।
इसके अलावा जनमानस में बीमारी से बचाव के लिए सोते समय मच्छरदानी के प्रयोग करने के लिए प्रचार-प्रसार किये जाने पर जोर दिया जायेगा।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को दिमागी बुखार, डेंगू, मलेरिया, फाईलेरिया, कालाजार, चिकनगुनिया व टीबी जैसे संचारी रोगों से सुरक्षित रहने के लिए सभी अधिकारियों को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हम सभी दिमागी बुखार से गाँव, ब्लॉक, जनपद और प्रदेश को मुक्त कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। अभियान के तहत व्यक्तिगत साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देते हुए विभिन्न सहयोगी विभागों के सहयोग से आमजन को जागरूक किया जाए।
अभियान को सफल बनाने हेतु आमजन से सहयोग प्रदान करने का अपील करते हुए कहा कि यदि आपके घर के आसपास या गाँव में कोई बच्चा बुखार या अन्य किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित दिखे, तो तुरन्त उसे इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में ले जाने हेतु परिजनों को प्रेरित करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी एम.अरुन्मोली, सीएमओ डॉक्टर रश्मि वर्मा, एसीएमओ डा० आदित्य वर्मा, डाक्टर आरपी सिंह, यूनिसेफ से डॉक्टर शेषनाथ सिंह सहित विभाग से संबंधित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
Mar 23 2024, 16:36