ओडिशा में बीजेपी-बीजेडी के बीच नहीं बनी बात, दोनों दल अलग-अलग लड़ेंगे चुनाव
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400 पार का लक्ष्य लेकर चल रही बीजेपी को ओड़िशा में निराशा हाथ लगी है। ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी और बीजू जनता दल (बीजेडी) के बीच विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव के लिए सीटों पर समझौता नहीं हो पाया है। अब गठबंधन नहीं होने की स्थिति में दोनों पार्टियों ने राज्य के सभी लोकसभा सीटों पर अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।
ओडिशा में बीजेपी की राज्य इकाई के प्रमुख मनमोहन सामल ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा ओडिशा में आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। मनमोहन समाल ने ट्वीट कर कहा कि, विगत 10 वर्षों से नवीन पटनायक के नेतृत्व में ओडिशा की बीजेडी केंद्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार के अनेक राष्ट्रीय महत्व के प्रसंगों में समर्थन देती आई है, इसके लिए हम उनका आभार व्यक्त करते हैं।
उन्होंने कहा कि अनुभव में आया है कि देशभर में जहां भी डबल इंजन की सरकार रही है, वहां विकास व गरीब कल्याण के कार्यों में तेजी आई है और राज्य हर क्षेत्र में आगे बढे हैं, लेकिन आज ओडिशा में मोदी सरकार की अनेक कल्याणकारी योजनाएं जमीन पर नहीं पहुंच पा रही हैं, जिससे ओडिशा के गरीब बहनों-भाइयों को उनका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि ओडिशा-अस्मिता, ओड़िसा-गौरव और ओडिशा के लोगों के हित से जुड़े अनेकों विषयों पर हमारी चिंताएं हैं। उन्होंने कहा कि4.5 करोड़ ओडिशावासियों की आशा, अभिलाषा और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में विकसित भारत तथा विकसित ओडिशा बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस बार लोकसभा की सभी 21 सीटों और विधानसभा की सभी 147 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
बता दें कि पिछले कुछ समय से ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक की पार्टी के एनडीए में शामिल होने को लेकर काफी अटकलें थी। हालांकि, अब साफ हो गया है कि दोनों पार्टियां अकेले-अकेले चुनावी मैदान में उतरेंगी।
Mar 23 2024, 10:19