संकट में कांग्रेसः लगातार पार्टी से दूर हो रहे हैं बड़े चेहरे
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कांग्रेस इस वक्त सबसे बुरे दौर में हैं। कांग्रेस के नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। कांग्रेस छोड़ने वाले नेताओं की लिस्ट बहुत लंबी है। नेताओं में कांग्रेस छोड़ने की होड़ सी लगी हुई है। भारत जोड़ो यात्रा और अब भारत जोड़ो न्याय यात्रा के जरिए खोई साख हासिल करने में जुटी कांग्रेस अपने ही नेताओं को जोड़े रखने में विफल नजर आ रही है। महाराष्ट्र, असम,पश्चिम बंगाल के बाद अब गुजरात में भी दिग्गजों ने कांग्रेस को बड़ा झटका दिया है। गुजरात में अर्जुन मोढवाडिया, अंबरीश डेर ने कांग्रेस का हाथ झटक दिया। कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले अंबरीश डेर और सीनियर विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने मंगलवार को भाजपा का दामन थाम लिया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल की मौजूदगी में अंबरीश डेर, वरिष्ठ विधायक अर्जुन मोढवाडिया और अन्य ने भाजपा की सदस्यता ली। बता दें कि कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष अंबरीश डेर और वरिष्ठ विधायक अर्जुन मोढवाडिया ने सोमवार को राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह का ‘बहिष्कार’ करने के पार्टी के निर्णय पर आक्रोश प्रकट करते हुए इस्तीफा दे दिया था।
पिछले चार महीनों में इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के तीसरे विधायक
कांग्रेस से जो लंबे समय से जुड़े हुए बड़े नेता थे, वे धीरे धीरे पार्टी से किनारा करने लगे हैं। लगातार कांग्रेस नेता नाराज होकर पार्टी का दामन छोड़ रहे हैं जो आने वाले चुनाव में कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। कांग्रेस छोड़ने का ताजा मामला गुजरात का है। 7 मार्च को राहुल गांधी की न्याय जोड़ो यात्रा गुजरात पहुंचेगी। लेकिन राहुल के गुजरात में कदम रखने से पहले ही कांग्रेस के लिए सोमवार को बुरी खबर आई। राज्य में कांग्रेस को अंबरीश डेर के बाद एक और बड़ा झटका दिग्गज नेता अर्जुन मोढवाडिया ने दिया। विधायक अर्जुन मोढवाडिया के इस्तीफे के साथ ही 182 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के विधायकों की संख्या घटकर 14 रह गई है। मोढवाडिया पिछले चार महीनों में चिराग पटेल और सीजे चावड़ा के बाद इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के तीसरे विधायक हैं। पटेल ने दिसंबर और चावड़ा ने जनवरी में इस्तीफा दिया था।
लगातार कांग्रेस से दूर हो रहे हैं बड़े चेहरे
लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस को रोज एक न एक झटका लग रहा है। उसके नेता कब उसका साथ छोड़ दें पता नहीं चलता। जैसे ही कोई चुनाव शुरू होता है, उसी समय से नेताओं का कांग्रेस छोड़कर जाना शुरू हो जाता है। क्या गुजरात, क्या महाराष्ट्र, क्या मध्य प्रदेश, क्या कर्नाटक, सभी राज्यों से कांग्रेस के कई बड़े नेता या तो पार्टी छोड़ चुके हैं या छोड़ने की अटकलें लग रही हैं। इससे पहले 28 फरवरी को कांग्रेस को असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राणा गोस्वामी और पश्चिम बंगाल कांग्रेस नेता कौस्तव बागची ने झटका दिया था। दोनों ही नेताओं ने काग्रेंस से नाता तोड़ लिया था। असम में गोस्वामी जोरहाट से विधायक थे। इससे पहले असम में कांग्रेस विधायक कमलाख्या डे पुरकायस्थ और बसंत दास ने अपने-अपने पार्टी पदों से इस्तीफा दिया था। इतना ही नहीं इन दोनों ही नेताओं ने भाजपा के विकास एजेंडे का समर्थन भी किया था। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण 13 फरवरी को मुंबई में भाजपा में शामिल हुए थे। महाराष्ट्र में कांग्रेस को छोड़ने वाले अन्य दिग्गजों में मिलिंद देवरा और बाबा सिद्दीकी भी का नाम भी शामिल है।
अंतर्कलह के कारण टूटती कांग्रेस
कांग्रेस पार्टी के अंदर अभी जो हलचल है, वह हाल-फिलहाल से नहीं है। बल्कि अंतर्कलह की वजहों से काफी सालों से है, जिसको सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अब मल्लिकार्जुन खरगे तक रोकने में असक्षम दिख रहे हैं। सोनिया गांधी के साथी, कैप्टन अमरिंदर सिंह, गुलाम नबी आजाद (अलग पार्टी), रीता बहुगुणा जोशी, तो वहीं राहुल गांधी की लगभग टीम आज बीजेपी के साथ हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया, मिलिंद देवड़ा, सुष्मिता देव, प्रियंका चतुर्वेदी, जितिन प्रसाद, अशोक तंवर, आरपीएन सिंह, हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर, जैसे नेता कांग्रेस छोड़ चुके हैं। इसके अलावा अशोक चौधरी, हिमन्त बिश्व शर्मा, सुनील जाखड़, अश्वनी कुमार, जैसे बड़े नेता भी पार्टी को अलविदा कर चुके हैं।
Mar 05 2024, 14:01