हीटवेव प्रबंधन में गोण्डा जिले को यूपी में मिली 5वीं रैंक, जिलाधिकारी ने दी बधाई
गोण्डा- जिलाधिकारी गोण्डा नेहा शर्मा के निर्देशन में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गोण्डा द्वारा हीटवेव से बचाव को लेकर बनाए गए शार्ट वीडियो का उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्याक्ष ने राज्य स्तर पर उद्घाटन किया तथा आपदा प्रबंधन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा किये जा रहे सार्थक कार्यों की सराहना की।
बताते चलें कि हीटवेव प्रबंधन में जनपद गोण्डा को राज्य स्तर पर 5वीं रैंक हासिल हुई है। शुक्रवार को उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के तत्वाधान में पंडित दीन उपाध्याय राज्य ग्राम्य प्रशिक्षण संस्थान बख्शी तालाब लखनऊ में हीटवेवब प्रबंधन को लेकर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेन्ट जनरल योगेन्द्र डिमरी और परियोजना निदेशक डॉ कनीज फातिमा द्वारा जनपद गोण्डा के आपदा विशेषज्ञ को सम्मानित किया गया। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस उपलब्धि पर बधाई दी है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा इस वर्ष संभावित लू बचाव को लेकर प्रदेश के विभिन्न विभागों आपदा, स्वास्थ्य, श्रम, कृषि सहित अन्य विभागों के अधिकारियों को एक दिवसरीय कार्यशाला में प्रशिक्षण दिया गया तथा आने वाले दिनों में लू से बचाव को लेकर तैयारियां पूरी करने के निर्देश भी दिये गये। कार्यशाला में बताया गया कि जलवायु परिवर्तन के कारण आपदाओं के स्वरुप, समय तथा व्यापकता मे परिवर्तन आ रहा है। जलवायु परिवर्तन के कारण विगत वर्षो में प्राकृतिक एवं मानव जनित आपदाओं मे वृद्वि हुई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार पृथ्वी के औसतन तापमान मे प्रतिवर्ष वृद्धि हो रही है, इससे ग्लोबल वार्मिंग के कारण तापमान व वर्षा प्रक्रिया मे निंरन्तर बदलाव होने से बाढ, चक्रवात, सूखा, बेमौसम बरसात हीटवेव/लू आदि प्राकृतिक आपदाओं में भी वृद्धि हो रही है, जिसके कारण जन-धन व फसलों की हानि होती है। इसलिए बढ़ते तापमान एवं लू से जनमानस को बचाने के लिए विभिन्न विभागों के समन्वय से जनपद स्तर पर कार्ययोजना तैयार कराई जा रही है। जिलाधिकारी के निर्देशन में जनसामान्य को लू से बचाने के लिए कार्ययोजना के अनुसार कार्यवाही सम्पादित कराई जाएगी।
जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि हीटवेव (लू) के प्रबन्धन का मुख्य उद्देश्य यह है कि अधिकतम व्यक्तियों को ऐसी परिस्थितियों के लिए तैयार किया जा सके और उन्हंे इस प्रकार की स्थितियों से बचाया जा सके। हीटवेव (लू) की योजना का प्रबन्धन करने से नागरिकों के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले विपरीत प्रभावो ंको कम किया जा सकता है। हीटवेव (लू) का यह प्लान आम जनमानस में जागरुकता फैलाने और जनपद में हीटवेव (लू) से प्रभावितो संख्या कम करना है।
कार्यक्रम में मौसम विभाग के निदेशक, गुजरात से आए मौसम विशेषज्ञ, प्रोजेक्ट क्वार्डिनेटर प्रवीन किशोर सहित जनपदों के अपर जिलाधिकारी, जिला आपदा विशेषज्ञ बलरामपुर अरूण सिंह, सहित अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।
Mar 02 2024, 21:02