शिविर में स्काउट के प्रतिभागियों ने विषम परिस्थितियों में जीवन जीने की कला सीखी
करनैलगंज(गोंडा)। सरयू महाविद्यालय में चल रहे बीएड प्रथम वर्ष के स्काउट गाइड प्रशिक्षण शिविर का सोमवार को समापन हुआ। शिविर में स्काउट के प्रतिभागियों ने विषम परिस्थितियों में जीवन जीने की कला सीखी। कार्यक्रम में सर्वप्रथम ध्वज फहराया गया। शिविर में प्रतिभागियों ने टेंट लगाना सीखा और अपनी-अपनी टोली के अलग-अलग टेंट स्थापित किए। टेंट लगाने के दौरान उन्होंने विभिन्न प्रकार की गांठ और फन्दो को बनाया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ.आरबी सिंह ने सभी टोलियों के टेंट का निरीक्षण किया तथा टेंट बनाने के संदर्भ में जानकारी ली। प्रतिभागियों ने बिना बर्तन के भोजन बनाना सीखा।
जिसके अंतर्गत प्रतिभागियों ने बिना बर्तन के बाटी और चोखा बनाया। जिसे महाविद्यालय के सभी स्टाफ तथा जिला स्काउट कमिश्नर ज्ञानेश गुप्ता के साथ सभी प्रतिभागियों ने बाटी चोखा सहभोज किया। इसके बाद कैंप फायर का आयोजन हुआ। जिसमें छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। कैंप फायर के प्रोग्राम का शुभारंभ प्राचार्य आरबी सिंह ने मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। छात्र छात्राओं ने सरस्वती वंदना व स्वागत गीत के साथ-साथ देश भक्ति से संबंधित गीत व भाषण प्रस्तुत किया। प्राचार्य ने प्रतिभागियों को सच्चे स्काउट बनने का अर्थ बताया।
उन्होंने कहा स्वावलंबी तथा कर्तव्यनिष्ठ, परोपकारी तथा साहसी बनना चाहिए। जिससे हम कठिन परिस्थितियों में अपनी मदद कर सकें साथ ही समाज के मदद के लिए आगे आ सकें। स्काउट की दीक्षा लेने के बाद हमें प्रतिदिन एक अच्छा या भलाई का कार्य करना चाहिए। अंत में सामूहिक राष्ट्रगान हुआ और कैंप के समापन की घोषणा की गई। इस अवसर पर ओपी सिंह, जगन्नाथ तिवारी, त्रिपुरारी दूबे, डा.जावेदअहमद, डा.शैलेंद्र बहादुर सिंह, डा.दीपक श्रीवास्तव, सुरेंद्र प्रताप सिंह, अजय सिंह, उमेश पाठक, विजय यादव, अमित सिंह समेत महाविद्यालय के तमाम छात्र छात्राएं मौजूद रहे।
Feb 28 2024, 18:35