राजस्थान में मजदूरों को बंधक बनाकर करवाया जाता था काम
शिवकुमार जायसवाल,सकरन (सीतापुर) राजस्थान में ईंट भट्ठा पर काम करने गये मजदूरों ने ठेकेदार पर बेंचने व बंधक बनाये जाने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री को पत्र देकर महिलाओं व बच्चों को बंधन मुक्त कराये जाने की मांग की है |
सकरन थाना क्षेत्र के लोधपुरवा मजरा चिल्हिया गांव निवासी राकेश,सुनील,दीपू,नीरज,चंद्रिका,दिनेश तथा चीतपुर मजरा उमराकलां निवासी गुफरान,आजाद,शरीफ,बशीर को लहरपुर के बसहिया टोला निवासी ठेकेदार भूरे पुत्र गुफरान अली सितम्बर 2023 मे 550 रूपया प्रति हजार ईंटा पाथने के लिए तय करके राजस्थान के अजमेर जिले के कस्बा व थाना केकरी स्थित ईंट भट्ठे पर लेकर गया था ।
यह सभी मजदूर अपने परिवार समेत गये हुये थे मजदूरों का आरोप है ठेकेदार ने भट्ठा मालिक से दस लाख रूपये लेकर उन लोगों को बेंच दिया जहां भट्ठा मालिक उन लोगों से काम करवाता था आरोप है कि जब यह लोग पैसा मांगते थे तो उन्हे पैसा नही दिया जाता था बीमार होने पर भी जबरन काम करवाया जाता था काम न करने की स्थिति में उन्हे मारा पीटा जाता था भट्ठा मालिक की यातना से परेशान होकर चोरी से वहां से भाग कर अपने घर आये मजदूरों ने मुख्यमंत्री को ऑनलाइन
शिकायती पत्र देकर अपनी बीबी व बच्चों को बंधनमुक्त कराये जाने की मांग की है ।
राजस्थान से भाग कर आये राकेश ने बताया कि वहां पर ठेकेदार द्वारा पैसा नही दिया जाता था पैसा मांगने पर ठेकेदार व उसके गुर्गे मारते पीटते थे सुशील ने बताया कि वहां ले जाकर ठेकेदार ने भट्ठा मालिक के हाथों हम लोगों को दस लाख में बेंच दिया था इसी लिए वहा हम लोगों को पैसा नही मिलता था नीरज ने बताया कि बीमार होने पर भी पैसा नही दिया जाता था तथा पैसा मांगने पर मारा पीटा जाता था |
आजाद ने बताया कि हर हप्ते केवल एक हजार रूपया मिलता था जिससे परिवार का भरण पोषण नही हो पाता था गुफरान ने बताया कि भट्ठे से हम लोगों को बाहर नही जाने दिया जाता था अगर कोई बाहर जाने की जिद करता था तो उसे मारा पीटा जाता था
दीपू ने बताया कि भट्ठा मालिक की यातनाओं से परेशान होकर वह लोग 22 फरवरी को वहां से भाग आये थे शरीफ ने बताया कि पैसा न होने पर वह लोग बगैर टिकट ट्रेन से तथा पैदल चलकर किसी तरह घर पहुंचे है।
चंद्रिका ने बताया कि हम लोग तो किसी तरह से वहां से भाग आये लेकिन हम लोगों के बीबी बच्चों को वह लोग बंधक बनाये हुये है बशीर ने बताया कि हम लोगो वहां के केकरी थाने भी गये थे मगर वहां हम लोगों की बात नही सुनी गयी दिनेश ने बताया कि हम सभी लोगों के जॉब कार्ड है मगर प्रधान द्वारा उन्हे काम नही दिया जाता जिससे वह लोग मजबूरन बाहर मजदूरी करने के लिए जाते है।
राजस्थान में फंसे मजदूरों के परिजनदिनेश की पत्नी शुशीला,पुत्री प्रीती (3) नीरज की पत्नी आरती पुत्री कामिनी (2) गंगाराम उसका लडका राहुल (12) लडकी रेशमा (10) शरीफ की पत्नी इद्दन जहां पुत्री परवीन बानो (13) पुत्र शफीक (3) रईस की पत्नी शायरा बानो पुत्र निसार (5) नसीम (9) रशीद पुत्री सूबीबानो (12) पुत्र मो० इरफान (8) बशीर की पत्नी रेहाना पुत्र आासमीन(3) आरोप है कि यह सभी लोग वहीं बंधक बने हुये है मजदूरों ने मुख्य मंत्री से बीबी बच्चों को बंधन मुक्त करवाये जाने की गुहार लगायी है
Feb 28 2024, 18:32