आजमगढ़ : समता मूलक समाज के पक्षधर थे - संत रविदास
के एम उपाध्याय,निजामाबाद (आजमगढ़)। क्षेत्र के अम्बेडकर पार्क आतापुर में बुद्ध ज्योति संघ के तत्वाधान मे संत शिरोमणि गुरु रविदास की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। लोगों ने संत शिरोमणि के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके उनके कृतित्व और व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला।
बुद्ध ज्योति संघ के तत्वाधान में अम्बेडकर पार्क आतापुर में संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती समारोह का आयोजन किया गया। चारों तरफ हंसी खुशी का माहौल रहा।
शिवराजपुर, इब्राहिमपुर, ओहनी, बैरमपुर, गोबिंदपुर,करियाबर, सेखवलिया, धनियां कुन्डी आदि गांवों से संत शिरोमणि गुरु रविदास की झांकी जुलूस के शक्ल में गाजे-बाजे के साथ नाचते गाते जयकारे लगाते अम्बेडकर पार्क आतापुर पहुंचे। वहां जुलूस समारोह के रूप में परणित हों गया। कार्यक्रम का शुभारंभ संत शिरोमणि व डा भीमराव अम्बेडकर के चरणों पर पुष्पांजलि अर्पित कर त्रिसरण पंचशील से हुआ। वक्ताओं ने कहा कहा कि संत शिरोमणि गुरु रविदास जाति- पात, छुआ छूत, ढोंग,पांखड, आडम्बर, के प्रबल विरोधी थे।
समता मूलक समाज के प्रबल समर्थक थे।उनका मानना था कि मनुष्य जन्म से नहीं कर्म से छोटा बड़ा नहीं होता। वे ज्ञानाश्रयी शाखा के संत के साथ साथ कवि भी थे। वे अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज में व्याप्त बुराइयों, कुरीतियों पर करारा प्रहार करते हुए लोगों को नई दिशा दी।
इनसे प्रभावित होकर मीरा बाई,झाली रानी इनकी शिष्या बनीं। नीलम निहारिका ने अपनी गीत के माध्यम से लोगों को खूब रिझाया।
जयंती समारोह की अध्यक्षता रामबली बौद्ध व बुद्ध ज्योति संघ के महामंत्री बहादुर राम ने किया।
संघ के अध्यक्ष ज्वाला प्रसाद, बिजेंद्र सेनानी, कृष्ण मोहन उपाध्याय,शेर बहादुर, लौहर यादव, हरिलाल राजभवन, सुरेश कुमार,रन्नू एडवोकेट आदि ने कहा कि संत गुरु रविदास के द्वारा बताये गये रास्ते पर चलकर देश को नई दिशा दशा दी जा सकता है।
इस अवसर पर नन्दलाल, लालचंद प्रजापति,राजदेव, अच्छेलाल, ओमप्रकाश प्रजापति, राम जतन चौहान, आद्या शंकर चौहान, श्रीमती आसू, विजय लक्ष्मी,चंदा सविता, सुमन भारती ,गुलैची, रीता, असरफी, रेखा,राजकुमारी, रीता आदि मौजूद रहीं।
Feb 26 2024, 18:58