इग्नू का 37वां दीक्षान्त समारोह सम्पन्न
लखनऊ। इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का सैतीवां दीक्षान्त समारोह मंगलवार को सम्पन्न हुआ। मुख्य समारोह इग्नू मुख्यालय मैदानगढ़ी, नई दिल्ली में आयोजित हुआ, जहाँ जगदीप धनखड़, उपराट्रपति मुख्य अतिथि थे और उन्होनें दीक्षान्त भाषण दिया।
इसी तारतम्य में 39 क्षेत्रीय केन्द्रों पर साथ-साथ दीक्षान्त समारोह आयोजित किया गया, जहाँ पर परास्नातक एवं स्नातक स्तर के व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के विद्यार्थियों को व्यक्तिगत रूप से उपाधि प्रदान की गयी। लखनऊ में यह कार्यक्रम इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ के सभागार में आयोजित किया गया। जहाँ पर 1169 अर्ह अभ्यर्थियों में से 344 विद्यार्थियों को व्यक्तिगत रूप से उपाधि प्रदान की गयी। क्षेत्रीय केन्द्र के समारोह में प्रो सीमा सिंह, कुलपति, उत्तर प्रदेा रार्जाि टंडन मुक्त विवविद्यालय, प्रयागराज विशिष्ट अतिथि थीं, जिन्होनें इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ अर्ह अभ्यर्थियों को डिग्री प्रदान की।
डॉ मनोरमा सिंह, वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेशक ने अपने स्वागत भाषण में मुक्त एवम् दूरस्थ शिक्षा के महत्व पर प्रकाा डालते हुए इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय के द्वारा किये जा रहे इस क्षेत्र में विकास के बारे में विस्तार से चर्चा की। डॉ सिंह ने विगत वर्ष में किए गये, इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र लखनऊ के कार्यों का विस्तार से वर्णन किया। उन्होने कहा कि इन प्रयासों के माध्यम से विश्वविद्यालय उन लोगों का उच्च ािक्षा सेजोड़ने का प्रयास कर रहा है, जो किसी कारणवा उच्च ािक्षा प्राप्त करने से वंचित रहे हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षार्थियों को क्षेत्रीय भाषाओं में शिक्षित करने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा स्वयंप्रभा एवं ज्ञानदर्शन टीवी चैनलों के माध्यम से परामर्श कक्षायें आयोजित की जा रही हैं, जिसके तहत इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ द्वारा हिन्दी भाषा में इन परामर्श कक्षाओं का संचालन किया जाता है, साथ ही इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ को ई-विद्या भारती प्रोजेक्ट के तहत अफ्रीका के विद्यार्थियों को ग्रामीण विकास की शिक्षा प्रदान की जा रही है। उन्होने विश्वविद्यालय द्वारा उच्च ािक्षा घर-घर पहुंचाने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा भविष्य के लिए बनाई जा रही रणनीति के बारे में भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि अनुसूचित जाति-जनजाति के विद्यार्थियों को उच्च ािक्षा से जोड़ने के लिए दलित चैंबर ऑफ कॉमर्स एण्ड इंडर्स्टीज़ का सहयोग लिया जा रहा है।
विद्यार्थियों को स्व-रोज़गार से जोड़ने के लिए खादी विलेज इंडस्ट्रीज़ कमीान, भारत सरकार एवम् अन्य संस्थानों की मदद से जागरूकता कार्याालाओं का आयोजन किया जा रहा है। डॉ कीर्ति विक्रम सिंह, सहायक क्षेत्रीय निदेशक ने विगत वर्षाें में क्षेत्रीय केन्द्र द्वारा किये गये नवाचारों एवं समाज के सुविधाहीन वर्गों के शैक्षणिक उत्थान हेतु किये गये प्रयासों पर प्रकाश डाला। उन्होनें बताया कि पिछले अकादमिक सत्र में क्षेत्रीय केन्द द्वारा मलिन बस्ती में निवास कर रहें लोगों, दिव्यांगजनों, स्वंयसहायता समूह की महिलाएं, ग्रामीण क्षेत्रों, थारू जनजाति के व्यक्तियों, चिकन उद्योग से जुड़ी महिलाओं को शिक्षा प्रदान करने एवं कौशल उन्नयन हेतु कार्य किया गया है। साथ-ही-साथ कारागार के बन्दियों को कौशलपरक शिक्षा देने के लिए भी इग्नू प्रयासरत् है। समारोह मे प्रो0 सीमा सिंह, कुलपति, उत्तर प्रदेा रार्जाि टंडन मुक्त विवविद्यालय, प्रयागराज ने अपने दीक्षान्त भाषण में उपाधि प्राप्त विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि उपाधि प्राप्त करने के पश्चात् विद्यार्थियों के पास स्व-रोज़गार, नौकरियों एवं स्टार्टअप उद्यम के अनेक अवसर प्राप्त होंगे परन्तु साथ साथ नई चुनौतियां तथा सामाजिक एवं आर्थिक जटिलतायें भी आयेंगी जिनका समाधान विक्षार्थियों को अपने अर्जित ज्ञान तथा कौशल के आधार पर करना होगा। उन्होनें अपने संदेश में कहा कि सभी उपाधि प्राप्त युवा छात्रों को अपने अर्जित ज्ञान और अपने कौशल के आधार पर अपनी क्षमताओं का प्रयोग समाज एवं राष्ट्र के उत्थान हेतु करना चाहिए। उन्होनें इग्नू द्वारा सुविधाहीन, शिक्षा से वंचित लोगों को शिक्षा द्वारा विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा किये जा रहे कार्यों की सराहना की। उन्होनें कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों को क्षेत्रीय भाषा में शिक्षित करने का जो प्रयास किया जा रहा है वह सराहनीय है। उन्होनें कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) में विश्व स्तरीय उच्च शिक्षा पारिस्थितिकी तंत्र के विकास के लिए आवश्यक पांच मूलभूत स्तंभों को सूचीबद्ध किया गया है। ये हैं छात्र केन्द्रितता, अनुसंधान और नवाचार, संकाय, अन्तर्राष्ट्रीयकरण और डिजिटल शिक्षा है। इग्नू सभी को शिक्षा प्रदान करने के लिए इन रणनीतिक स्तंभों के आधार पर प्रशंसनीय कार्य कर रहा है। उन्होनें उपाधि धारकों को उद्यमशील बनने के लिए प्रोत्साहित किया एवम् अपनी सांस्कृतिक विरासत को आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित श्री घनश्याम शाही, क्षेत्रीय संगठन मंत्री (पूर्वी उत्तर प्रदेश), अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपने उद्बोधन में इग्नू द्वारा भारतीय ज्ञान परंपरा के प्रचार-प्रसार के लिए किए जा रहे प्रयासो की सराहना की। उन्होेंने कहा कि इग्नू द्वारा विगत र्वाों में संचालित वैदिक अध्ययन, हिंदू अध्ययन, संस्कृत, ज्योतिा में स्नातकोत्तर आदि पाठ्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है जोकि एक सराहनीय पहल है। इससे विद्यार्थियों में सांस्कृतिक राट्रवाद की भावना जागृत होगी और उनके व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास होगा। उन्होनें विद्यार्थियों को स्वामी विवेकानन्द के आदर्शाें पर चलने के लिए प्रेरित किया और इग्नू द्वारा भारत-नेपाल सीमा पर युवाओं के शैक्षिक उन्नयन हेतु किये जा रहे कार्यों की सराहना की। दीक्षांत समारोह में मास्टर्स इन पॉलिटिकल साइंस (एमपीएस) पाठ्यक्रम के छात्र अर्जुन चौधरी को स्वर्णपदक से सम्मानित किया गया। समारोह के दौरान विभिन्न अध्ययन केन्द्रों के समन्वयकों को विद्यार्थी सहायता के क्षेत्र में किये गये उल्लेखनीय कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। इनमें प्रमुख रूप से प्रो0 कमल कुमार सक्सेना, प्रो अनुराधा तिवारी, डॉ वीके तिवारी, डॉ0 शैलजा गुप्ता का सम्मान हुआ।
इस अवसर पर इग्नू अध्ययन केन्द्र-27162, डॉ0 राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, लखनऊ की वेबसाईट का लोकापर्ण हुआ और इसको निर्मित करने के लिए अध्ययन केन्द्र के समन्वयक प्रो0 मनीा सिंह एवं सह-समन्वयक डॉ0 मनीा बाजपेई का सम्मान किया गया। डॉ0 रीना कुमारी, सहायक क्षेत्रीय निदेशक द्वारा इग्नू पाठ्यक्रमों एवं विद्यार्थी सहायता सेवा: सोशल मीडिया एक सशक्त माध्यम पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की। कार्यक्रम में इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी, इग्नू अध्ययन केन्द्र के समन्वयक तथा कार्यक्रम प्रभारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे तथा अन्त में डॉ0 अनिल कुमार मिश्रा, अतिरिक्त निदेशक ने सभी छात्रों, अतिथियों एवं मीडियाकर्मियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस कार्यक्रम में डॉ0 अनामिका सिन्हा, सहायक क्षेत्रीय निदेशक ने कार्यक्रम का संचालन किया।
Feb 20 2024, 19:02