भारत देश में नई नई टेक्नोलॉजी से विकास कर आगे बढ़ रहे लोग :राम किशोर पटेल
कोरांव, प्रयागराज।आज इस परिवर्तन दौर में एक दूसरे से आगे बढ़ाने की होड़ लगी है। प्रत्येक व्यक्ति प्रत्येक देश नई-नई टेक्नोलॉजी का विकास कर आगे बढ़ रहे हैं। तथा सदैव उसमें सुधार करने का प्रयास कर रहे हैं इस वैज्ञानिक युग में जो सत्यता के आधार पर टिका हुआ है हर खोज का विश्व के प्रत्येक देश में शोध कार्य किया जाता है जब कभी किसी प्रकार की कमी या त्रुटि पाई जाती है तो उसे हटाकर नई खोज को स्थान दें दिया जाता है।
यह उन्नति का मार्ग है यही कारण है कि विज्ञान दिन प्रतिदिन उन्नति कर रहा है। और उन सभी जो व्यक्तियों की सदियों सदियों से रूढ़वादिता और परेशानी का कारण बन चुकी है। उस पर शोध कर गलत सही का फर्क कर आगे बढ़ाने व रूढ़वादिता को छोड़ने को प्रोत्साहित कर रही है विज्ञान अपने खोज एवं शोध के आधार पर इस बात को झुठला दिया है कि यंत्र भी कोई चीज होती है यदि मंत्र में शक्ति होती तो मंत्र को बनाने वाला आज तक जिंदा होता मंत्र के जानकार का बेटा भरी जवानी में मृत्यु को प्राप्त न होता उसके जवान बेटी कभी भी विधवा ना होती इसलिए साथियों विज्ञान के साथ तालमेल बैठाएं और साथ-साथ चलने की कोशिश करें।
रुढ़वादिता एवं अंधविश्वास तथा परंपराओं में देश के आम नागरिकों को छुड़ाने के लिए एक छोटा सा अर्जक आदर्श विवाह पद्धति को आप तक पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है जीवन के तीन मुख्य संस्कार जन्म के समय नामकरण संस्कार दूसरा विवाह संस्कार और मरणोपरांत का कार्य इन तीनों में विवाह संस्कार के समय बच्चे की उम्र 18 वर्ष से अधिक होती है ऐसी स्थिति में बच्चों को आदर्श परक स्थिति और वैज्ञानिक सोच के आधार पर दी गई व्यवस्था से गुजरना उत्तम सोच होगा।
यही हमारा प्रयास है। आप वैज्ञानिक आधार पर दी गई व्यवस्था को अपनाने का प्रयास करें जिसने आपका, आपके आने वाले भविष्य का उद्धार हो सके आपकी मेहनत की कमाई झूठी शानों को बनाने में ना चला जाए धन को बचाकर अपने बच्चों को ऊंची शिक्षा देने का प्रयास करें जिससे आपका भविष्य उज्जवल होगा बेस कीमती समय को बचाकर उत्पादन में लगे ।इसीलिए साथियों मेरा प्रयास है कि इस लेख को आप तक जरूर पहुंचाए ताकि अपने अंदर तर्कपूर्ण वैज्ञानिक सोच पैदा करके अपने समय और अपने धन का उचित प्रयोग करें ।
Feb 19 2024, 19:31