बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए किया नामांकन, बहुमत के साथ चुना जाना तय
डेस्क : बीते सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में नई एनडीए सरकार ने अपना बहुमत साबित कर दिया। वहीं विधान सभा अध्यक्ष पद को लेकर हुए वोटिंग में राजद के अवध बिहारी चौधरी की हार होने के बाद उन्होंने स्पीकर पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके बाद आज स्पीकर पद का चुनाव होना है।
विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव आज मंगलवार को नामांकन दाखिल करेंगे। सदन में एनडीए को बहुमत प्राप्त है। इसलिए उनका चुना जाना निश्चित है।
बता दें बीते सोमवार को एनडीए सरकार द्वारा बहुमत साबित किये जाने के बाद शाम में कैबिनेट की बैठक हुई। जिसमें विधानसभा अध्यक्ष चुनाव को लेकर निर्णय लेने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अधिकृत किया गया था। बैठक में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा भी मौजूद थे।
नंदकिशोर यादव प्रदेश की राजनीति में जाना-पहचाना चेहरा हैं। विद्यार्थी परिषद से राजनीति में सक्रिय हुए नंदकिशोर पार्टी पटना नगर निगम के उपमहापौर से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंचे। सरकार में कई विभागों के मंत्री रहे और अब वे 17वें विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान होंगे।
पार्टी के फायरब्रांड नेता, कुशल व सौम्य वक्ता रहे नंदकिशोर ने 1969 में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को ज्वाइन किया। 1971 में विद्यार्थी परिषद में सक्रिय हो गए और 1974 में जेपी आंदोलन में सक्रिय हो गए। 1974-76 के बीच वे लगभग 15 महीने तक जेल में रहे। 1978 में पटना नगर निगम के पार्षद बने। 1982 में वे पटना नगर निगम के उपमहापौर बने। 1983 में भाजपा पटना महानगर के अध्यक्ष बने। 1983 से 90 तक भाजयुमो के प्रदेश महामंत्री, कोषाध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद पर रहे। 1990-95 तक वे युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रहे। वे पार्टी के इकलौते ऐसे प्रदेश अध्यक्ष रहे जो अविभाजित और विभाजित बिहार, दोनों के प्रदेश अध्यक्ष रहे। प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर वे 1998 से 2003 तक रहे। नंदकिशोर यादव पटना साहिब से लगातार सातवीं बार विधायक हैं। पहला चुनाव उन्होंने 1995 में जीता।
Feb 13 2024, 10:00