कॉंग्रेस का एलान : पुरानी पेंशन लागू कराने तथा वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराया में रियायत की मांग को लेकर आंदोलन करेगी तेज
गया : कांग्रेस पार्टी ने केंद्र एवं राज्य सरकारों को पुरानी पेंशन योजना लागू कराने तथा वर्षो से वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराया में मिलने वाली रियायत को फिर से शुरू कराने की मांग को लेकर आंदोलन तेज करने का एलान किया है।
शहर के टावर चौक के समीप बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबू लाल प्रसाद सिंह, राम प्रमोद सिंह, अमित कुमार सिंह उर्फ रिंकू सिंह, विशाल कुमार, मो0 शमीम आलम ने कहा कि भाजपा गठबंधन की सरकार पहले सरकारी कर्मचारियों को मिलने वाली पेंशन को बंद किया। फिर कोरोना महामारी जैसे आपदा को अवसर बनाकर विगत पांच वर्षो से रेल किराया में मिलने वाली रियायत को बंद कर देश के वरिष्ठ नागरिकों को अपमान कर उनके जीवन-यापन तथा कहीं भी आने-जाने पर भी रोक लगाने का काम कर रही है।
काँग्रेस नेताओं ने कहा कि कॉंग्रेस पार्टी ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ में अपने शासन काल में राज्य कर्मचारियों को पुरानी पेंशन लागू कराने तथा अभी मौजूदा हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक एवं तेलंगाना की सरकार भी अपने-अपने राज्यों में पुरानी पेंशन लागू कर दिया है। काँग्रेस नेताओं ने कहा कि अब केंद्र सरकार के कर्मचारियों एवं भाजपा शासित राज्यों के कर्मचारियों से अविलंब पुरानी पेंशन लागू कराने के लिए कॉंग्रेस पार्टी कर्मचारियों के साथ मिलकर आंदोलन को और तेज करेगी।
कॉंग्रेस नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार आपदा को अवसर बना कर वर्षो से भारतीय रेल में वरिष्ठ नागरिकों को मिलते आ रहे रियायत को बंद करने से भारतीय रेल में बुजुर्ग यात्रा करना कम कर दिए हैं। रियायत के वक्त जहां प्रतिवर्ष 7 करोड़ 50 लाख वरिष्ठ नागरिक यात्रा करते थे, आज वो घट कर यात्रा करने वाले इनकी संख्या 1 करोड़ 20 लाख पर पहुंच गया है।
कॉंग्रेस नेताओं ने कहा कि आंदोलन तेज करने हेतु सभी सरकारी कार्यालयों तथा रेल्वे स्टेशन पर केन्द्रीय एवं राज नेतृत्व से बातें कर दिशा-निर्देश प्राप्त कर धरना-प्रदर्शन करने का काम कॉंग्रेस पार्टी अपने सहयोगी दालों के नेता, कार्यकर्ता, सरकारी कर्मचारियों, वरिष्ठ नागरिकों के साथ मिलकर कर करेगी। धरना-प्रदर्शन की तारीख हेतु अखिल भारतीय कॉंग्रेस कमिटी एवं प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के पास पत्र भेज दिया गया है।
रिपोर्ट; मनीष कुमार
Feb 12 2024, 19:26