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पंडित दीनदयाल उपाध्याय के बलिदान दिवस पर मां गंगा के तट पर स्वच्छता कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया

प्रयागराज। संगम तट प्रयागराज में दूर-दूर से आए तीर्थयात्रियों को अनामिका चौधरी प्रदेश मंत्री भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश एवं प्रभारी चंदौली ने एकात्म मानववाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय के बलिदान दिवस पर मां गंगा के तट पर स्वच्छता कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया।उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल जी सदैव निचले स्तर पर खड़े व्यक्ति को ऊपर उठाने के लिए प्रयास करते रहे।

प्रातः काल 8 बजे से ही संगम नोज पर पहुंच कर अनामिका चौधरी के साथ शिवा त्रिपाठी पूर्व पार्षद, नीलम शुक्ला, गार्गी वर्मा,भीम सिंह ने प्लास्टिक के अंदर रखे खाद्य पदार्थ बेचने वाले सभी फुटकर विक्रेता को सिंगल यूज़ पालीथीन का प्रयोग न करने और पालीथीन कचरे को इधर उधर नहीं फेंकने के लिए अगाह किया।पूजा-अर्चना कर रहे सभी स्नानार्थियों से तट को साफ-सुथरा रखने और पालीथीन को मेला में नहीं छोड़ना के लिए आग्रह किया।

*रेलिया बैरन पिया को लिये जाय रे गीतों पर झूमे श्रोता*

प्रयागराज। उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित 10 दिवसीय चलो मां गंगा जमुना तीर कार्यक्रम की धूम दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है सांस्कृतिक संध्या में छठे दिन दिन प्रसिद्ध भजन गायक ऋषि मिश्रा ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर श्रोताओं को आनंदित किया विमल वोरा एवं साथी कलाकारों ने युगल व छपेली नृत्य की प्रस्तुति देकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

इसके बाद सरकार कलाकृति संस्था द्वारा सोहर सांवरिया नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी। कार्यक्रम की शुरुआत बिरहा गायन से होती है शशि जैन एवं दल ने पाप सबै धुली जाइ चला सखी गंगा नहाइ हो तथा रेलिया बैरन पिया को लिये जाय रे की प्रस्तुति देकर खूब तालियां बटोरी।इसके बाद प्रदीप कुमार एवं दल ने भारत माता के पुजनवा जानई दुनिया व बसली अलोपीन माई गंगा के कीनरवा लुटली लहरवा घाटे को प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन प्रीति मिश्रा ने किया।

बेरोजगारी के कारण होने वाली खुदकुशीयों में भी भारत अपना एक अलग कृतिमान स्थापित कर रहा है-रामकिशोर पटेल

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- किसी देश की अर्थव्यवस्था अगर उसे देश के लोगों को उनकी सही काबिलियत का आकलन करके रोजगार देने में सक्षम नहीं है तो निश्चित तौर पर उसे देश को अपनी आर्थिक नीतियों में सुधार करने की अत्यंत आवश्यकता है। 7 दशकों से आजादी का जश्न मनाते हम शायद इस बात को अब अनदेखा करने लगे हैं कि इस समय देश की आबादी का 60% हिस्सा बेरोजगार हैं और बेरोजगार होने से तात्पर्य है कि वह लोग जिनके अंदर काम करने की काबिलियत है उन्हें व्यवस्था की दुर्दशा के कारण रोजगार नहीं मिल पा रहा है।

समझिए कि जिस देश में गांधी स्वराज की संकल्पना करते थे और जिस देश को पिछले 7 दशकों से आई सभी सरकारी विश्व गुरु बनाने का ख्वाब देख रही है। वह देश अपनी आर्थिक नीतियों के बेहद कमजोर होने के कारण विश्व पटल पर अपनी छवि का प्रदर्शन करते हुए यह बात कह रहा है की सबसे ज्यादा बेरोजगार लोगों वाले देश में भारत शीर्ष पर पहुंचने के बहुत करीब है जिस देश में हर रोज करीब 500 नौकरियां समाप्त हो रही हैं और स्वरोजगार के अवसर हर दिन तेजी से कम होते जा रहे हो तो उसे देश को सोचना और समझना शुरू कर देना चाहिए की अर्थव्यवस्था में चूक कहां हुई। 

CMIE ने 2017 के शुरुआती 4 महीना में एक सर्वे किया था जिसमें यह पता चला कि जनवरी से अप्रैल के महीने में करीब 15 लाख लोगों ने अपनी नौकरी कमाई वही सर्वे पर नजर डाली जाए तो यह ज्ञात होता है कि बेरोजगारी के कारण होने वाली खुदकुशीयों में भी भारत अपना एक अलग कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।इसकी एक मुख्य वजह मानी जाती है कि भारत में इंजीनियर और पीएचडी की पढ़ाई करने वाले हजारों ऐसे छात्र है जो चौथी श्रेणी की नौकरी के लिए आवेदन करते हैं। जिसका अर्थ है यह निकलता है कि दुनिया को कदमों में झुकने के लिए भारत अब विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है जैसे तमाम दावे सिर्फ और सिर्फ एक बी बुनियादी बयान है जो सत्ता की लालसा में आकर भारतीय राजनेता पिछले सात दशकों से देते आ रहे हैं लेकिन वास्तविकता और सामाजिक सच्चाई से इसका कोई लेना-देना नहीं है और यकीन मानिए भारत में बढ़ता भ्रष्टाचार अपराध और तमाम ऐसी सामाजिक गतिविधियों इसी बेरोजगारी के कोख से पनपती हैं । हमें और आपको परेशान करने के लिए तत्पर रहती हैं।

ग्राम पंचायत में चौपाल लगाकर किसानों को किया गया जागरूक

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- विकास खण्ड मेजा के झाड़ियाही ग्राम पंचायत में चौपाल लगाकर अपने लघु सिंचाई विभाग की सभी योजनाएं गिनाकर लाभार्थियों को पहले आओं पहले पाओं से कृषकों को जागरूक किया।

बतातें चले कि इस कार्यक्रम का आयोजन झाड़ियाही ग्राम प्रधान राजेश कुमार निषाद ने किया कि जैसे कि राजेश तिवारी जिला मंत्री एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन विकास खण्ड मेजा में बोरिंग टेक्नीशियन के पद पर कार्यरत हैं। क्षेत्रीय पत्रकारों से वार्ता के क्रम में जिला मंत्री ने बताया कि चौपाल के अन्तर्गत अपने लघु सिंचाई विभाग की योजनाएं जैसे उथली बोरिंग, मध्यम बोरिंग तथा गहरी बोरिंग के प्रति कृषकों को बताया कि

उथली बोरिंग 100 फीट के अंदर होती है।पानी का स्ट्रेटा लेवल 100 फीट के नीचे जा चुका है जिस कारण जिले में इस बोरिंग का कोई लक्ष्य नही है।मध्यम बोरिंग 7 इंच की होती है जो 200 फीट तक बोरिंग होती है तथा गहरी बोरिंग 9 इंच की होती है जो 300 फिट तक होती है।

वर्तमान समय में ब्लॉक में ज्यादातर मध्यम बोरिंग होने का स्ट्रेटा लेवल उपयुक्त है।इस मध्यम बोरिंग के लिए कृषक को 56500 रू० कृषक को अधिशासी अभियंता के नाम बैंक से डिमाण्ड ड्राफ्ट बनवाकर जमा करना पड़ता है बाकी सरकारी अनुदान के सहित इस बोरिंग को पूर्ण करायी जाती है।इसी प्रकार मानक के अनुसार गहरी बोरिंग भी कृषक से कुछ पैसे जमा कराके और शेष सरकारी अनुदान प्राप्त कर कृषकों की बोरिंग करायी जाती है साथ ही साथ ब्लास्ट कूप भी विभाग से कृषकों के खेतों की सिंचाई हेतु विभाग से बनाये जाते हैं।विभागीय चेकडैम की उपयोगिता भी कृषकों को बताई कि मूलतः चेकडैम विभाग से वहाँ का वॉटर लेवल ऊपर लाने की लिए होता है साथ ही साथ कृषक इससे अपने खेतों की सिंचाई भी करते हैं।इस अवसर पर ग्राम प्रधान झाड़ियाही राजेश कुमार निषाद,बृजेश कुमार शर्मा रोजगार सेवक,सुषमा निषाद पंचायत सहायक,रामनरेश सफाईकर्मी,ललिता देवी समूह सखी,मारुति मणि त्रिपाठी मनरेगा सोशल ऑडिट सदस्य,त्यागी राम सोशल ऑडिट सदस्य,शारदा प्रसाद सोशल ऑडिट सदस्य,सुभद्रा देवी सोशल ऑडिट सदस्य एवं पुरुष कृषक बुद्धराज,रामलोचन,अनिल कुमार,अवधेश कुमार एवं महिला कृषक सुशीला देवी,उर्मिला देवी,राजकुमारी सहित बहुत से पुरुष एवं महिला कृषक उपस्थित रहे।

*भारतीय किसान यूनियन(भानू) की नई कार्यकारिणी का गठन*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- भारतीय किसान यूनियन (भानू ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानू प्रताप सिंह के निर्देश पर संगठन मंत्री विनय सिंह प्रदेश महासचिव डॉक्टर बीके सिंह के नेतृत्व में नैनी में नए पुल के नीचे किसान सभा का गठन किया गया। जिसमें जिला कौशांबी, जिला प्रतापगढ़, जिला फतेहपुर की समस्त कार्यकारिणी बहाल की गई और प्रयागराज मंडल और जिले की नई कार्यकारिणी गठित की गई। जिसमें मंडल और जिले के 25 पदाधिकारी बनाए गए।

इस सभा में पूजा मिश्रा महिला मोर्चा प्रदेश प्रभारी ,दीपक तिवारी जिला अध्यक्ष क्रांति दल प्रयागराज ,पंकज सिंह जिला अध्यक्ष 'राज कुश तिवारी मंडल उपाध्यक्ष , किंथ मणि मिश्रा युवा प्रदेश सचिव , सुरेंद्र सिंह मंडल उपाध्यक्ष ,सुमन अवस्थी महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष कृष्णराज सिंह (पत्रकार प्रयाग भारत ) मंडल मीडिया प्रभारी ,रामबाबू सिंह मंडल अध्यक्ष ,अंकुश शुक्ला मंडल महासचिव ,पुष्पराज सिंह बघेल प्रदेश सचिव ,माया यादव जिला सचिव ' उमेश पांडे ब्लॉक अध्यक्ष ,रोहित यादव मजदूर संघ जिला उपाध्यक्ष ,संदीप पांडेय तहसील अध्यक्ष करछना , राजकरण सिंह तहसील उपाध्यक्ष करछना ,उदल आदिवासी मजदूर संघ अध्यक्ष शंकरगढ़ ,अमर पांडेय जिला मंत्री ,संजीव सिंह जिला उपाध्यक्ष ,सुमन देवी ब्लॉक अध्यक्ष करछना ,सुधाकर सिंह तहसील अध्यक्ष छात्र मोर्चा जसरा ,अजय कुशवाहा जिला अध्यक्ष छात्र मोर्चा ,समर जीत सिंह चाका ब्लाक अध्यक्ष, विश्वनाथ प्रताप सिंह जिला मीडिया प्रभारी ,पंकज कुशवाहा ब्लॉक अध्यक्ष शंकरगढ़ ,पंकज प्रताप सिंह जिला अध्यक्ष प्रयागराज ,राजेश पटेल जिला उपाध्यक्ष 'गोपीचंद निषाद मजदूर संघ जिला अध्यक्ष क्रांति दल ,घनश्याम पटेल ब्लॉक अध्यक्ष जसरा ने प्रमाण पत्र लेकर वचन दिया कि मैं आज शपथ लेता हूं कि इस पद की गरिमा को बनाए रखेंगे और विश्वास दिलाता हूं कि भारतीय किसान यूनियन भानू के नीति व सिद्धांतों का पालन करूंगा और जाति धर्म के भेदभाव से ऊपर उठकर यूनियन के हित में कार्य करुंगा इस सभा में योगेश प्रताप सिंह प्रदेश अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन भानू के तथा यूनियन के लगभग ४०० कार्यकर्ता मौजूद रहे।

*मौनी अमावस्या पर्व पर माघ मेला प्रयागराज में भैया जी का दाल भात परिवार बना जन आस्था का केंद्र*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज- भूखों का पेट भरना किसी पूजा से कम नहीं है। भूखी मानवता की सेवा को समर्पित मां काली शक्ति साधना केंद्र का भैया जी का दाल भात परिवार शिविर माघ मेला प्रयागराज में आम लोगों की सेवा में लगा हुआ है। भैया जी का दाल भात परिवार शिविर विगत 6 वर्षों से तीर्थराज प्रयागराज में संगम तट पर बंधवा वाले बड़े हनुमान मंदिर के सामने प्रतिदिन शाम 5:00 बजे से जरूरमन्दो में ताजा पौष्टिक व निशुल्क भोजन प्रसाद वितरित करता है।

हर साल की भांति इस वर्ष भी भैया जी का दाल भात परिवार का शिविर काली मार्ग पर पार्टून पुल नंबर 1 से पहले कोतवाली के सामने लगा हुआ है। बता दें कि माघ मेला में लगने वाला यह प्रथम शिविर है जो न सिर्फ माघ मेला में बल्कि लगातार पूरे साल भर जरूरतमंदों में निशुल्क भोजन प्रसाद वितरण करता है।

*माघ मेले में श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से की गई पुष्प वर्षा,मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई पुण्य की डुबकी*

प्रयागराज ।प्रयागराज के संगम तट में लगे आस्था के सबसे बड़े समागम माघ मेले के सबसे बड़े स्नान पर्व मौनी अमावस्या पर दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई है।

महाकुम्भ -2025 के आयोजन के रिहर्सल के रूप में आयोजित किये जा रहे इस माघ मेले को भव्य और नव्य स्वरूप देने के लिए योगी सरकार द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के रूप में कई नए कदम उठाए गए थे जो पूरी तरह सफल रहे हैं।

दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी

प्रयागराज के संगम तट पर लगे आस्था के सबसे बडे समागम माघ मेले के मौनी अमावस्या स्नान पर्व पर आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा ।

सुबह से ही संगम में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का सिलसिला शुरू हो गया जो पुण्य काल में शाम तक चलता रहा । डीआईजी माघ मेला राजीव रंजन मिश्रा के मुताबिक़ इस स्नान पर्व में दो करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में पुण्य की डुबकी लगाई है।

प्रशासन ने इसके लिए 786 हेक्टेयर में बसाए गए इस माघ मेला को 6 सेक्टर में बांटते हुए स्नान के लिए 12 स्नान घाट बनाए जिसमे 8 हजार फीट का रनिंग इलाका स्नान के लिए रखा गया था । मेला क्षेत्र में आवागमन के लिए 6 पांटून पुल बनाए गए हैं। संगम से पास ही पार्किंग की व्यवस्था की गई थी जिससे श्रद्धालुओं को अधिक पैदल न चलना पड़े। स्वच्छता और श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए पूरे मेला क्षेत्र में 21 हजार शौचालय बनाए गए । माघ मेला क्षेत्र में 36 वाटर एटीएम लगाए गए है साथ ही माघ मेला क्षेत्र में 2000 बेड की टेंट सिटी भी श्रद्धालुओ के ठहरने के लिए बनाई गई ।

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया गया। संपूर्ण मेला क्षेत्र में 6000 के आसपास पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं । मेला क्षेत्र में 14 पुलिस स्टेशन और 41 पुलिस चौकियां बनाई गई हैं । श्रद्धालुओं के आवागमन में कोई परेशानी ना हो इसके लिए रोडवेज की तरफ से 2800 सरकारी रोडवेज बसें भी चलाई गई हैं ।

माघ मेला में हेलीकाप्टर से हुई श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा

माघ मेला क्षेत्र में आज सुबह से ही आस्था, ज्ञान और भक्ति की त्रिवेणी बह रही थी ।

त्रिवेणी की पावन धारा में मुक्ति और पुण्य की कामना से संगम क्षेत्र में पहुंच रहे श्रद्धालुओं को अभिनन्दन करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरफ से हेलीकाप्टर से कराई गई पुष्प वर्षा ने पूरे माघ मेला क्षेत्र को दिव्य और भव्य आयोजन के चरम पर पहुंचा दिया । त्रिवेणी में डुबकी लगाकर पावन रेत पर दान-पुण्य और पूजा के लिए लीन श्रद्धालुओं पर पुष्पों की पंखुड़ियों की वर्षा ने पूरे संगम क्षेत्र को अकल्पनीय अनुभूति से सराबोर कर दिया ।

*एसोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन सम्वर्ग में आ रही समस्त समस्याओं का जल्द करे निस्तारण: राजेश तिवारी*

विश्वनाथ प्रताप

प्रयागराज। बुधवार को एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन जनपद शाखा प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी के आह्वान पर प्रान्तीय अध्यक्ष राजेश पाल एवं प्रान्तीय महामंत्री अरुण शुक्ला एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन उत्तर प्रदेश अधिशासी अभियंता कार्यालय प्रयागराज में पहुँच कर बोरिंग टेक्नीशियन सम्वर्ग में आ रही समस्त समस्याओं को पत्राचार के माध्यम से अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई प्रयागराज के कार्यालय में सूचना दी गई एवं अधिशासी अभियंता के किसी मीटिंग में होने के कारण उनसे फोनिक वार्ता भी हुई।

अधिशासी अभियंता ने बोरिंग टेक्नीशियन सम्वर्ग में आ रही समस्त समस्याओं का निस्तारण जल्द से जल्द करने का आश्वासन दिया।क्षेत्रीय पत्रकारों से वार्ता के क्रम में जिला मंत्री ने बताया कि बोरिंग टेक्नीशियन फील्ड स्तर का कर्मचारी है और उसे अभी साइकिल भत्ता ही देय है।बोरिंग टेक्नीशियन का कार्य फील्ड में ही रूककर कृषकों के बोरिंग कार्य को पूर्ण कराना होता है।

बोरिंग टेक्नीशियन को इस कार्य के लिए 2-3 दिन फील्ड में ही रुकना पड़ता है परन्तु आजकल विकास खण्डों में बायोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करानी पड़ती है जिस कारण बोरिंग टेक्नीशियन अपने कार्यों का सम्पादन ठीक ढंग से नही कर पा रहा है।वैसे तो विभागीय नियम के अनुसार बोरिंग टेक्नीशियन की उपस्थिति एवं भ्रमण पंजिका विकास खण्ड में कार्यरत विभागीय अवर अभियंता के पास रहती है परन्तु वर्तमान समय में बोरिंग टेक्नीशियन की उपस्थिति खण्ड विकास अधिकारी स्तर पर करायी जा रही है जो सरासर गलत एवं अन्यायपूर्ण पूर्ण है।

जिला मंत्री ने यह भी कहा कि जो कार्य पंचायत विभाग से सम्बंधित होता है उसे भी विकास खण्डों में बोरिंग टेक्नीशियन से कराया जाता है जबकि पंचायत विभाग में सैकड़ों कर्मचारी भरे पड़े है।इनके साथ विभागीय अन्य समस्याओं के निस्तारण हेतु अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई प्रयागराज को प्रान्तीय अध्यक्ष व प्रान्तीय महामंत्री के साथ जिला मंत्री ने पत्राचार किया।

इस अवसर पर भूतपूर्व प्रान्तीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष लाल सिंह,जनपद अध्यक्ष धर्मेन्द्र साहू एवं न्याय तथा गोपनीयता अनुभाग के अश्विन सिंह उपस्थित रहे।

*मृतक भोज का बहिष्कार करें:रामकिशोर पटेल*

विश्वनाथ प्रताप सिंह

प्रयागराज। आज विज्ञान के नए-नए आविष्कार हो रहे हैं एवं बड़े व्यापक परिवर्तन हो रहे हैं प्रकृति गुण राशियों को खोज कर नई-नई शक्तियां प्राप्त की जा रही हैं। नई दुनिया का निर्माण हो रहा है। ऐसे विवेकशीलता के युग में रूढ़ीवादी मृतक भोज जैसी परम्परा में लोग चिपके रहना बुद्धि हीनता का ही परिचायक है।

निहित स्वार्थी लोगों ने अपने तथा अपने परिवार के प्राण के लिए अनेकों झूठ अपनाकर अनेक मनगढ़ंत व्यवस्थाओं की रचना कर स्वर्ग नर्क और पुनर्जन्म का प्रचार प्रसार शुरू किया।

आप याद करें यदि पुनर्जन्म एव मृत्यु भोज एक सच्चाई है। तो यह सभी धर्म के मानने पर समान रूप से प्रभावित होना चाहिए परंतु केवल हिंदू धर्मावलंबियों पर ही क्यों यदि स्वर्ग नरक पुनर्जन्म की व्यवस्था सही हो तो धर्म के ठेकेदार स्वर्ग अपने लिए आरक्षित कर लेते। तथा यही लोग जब मृत्यु से पहले उठने बैठने बोलने में विनीमिता करते हैं तो फिर स्वर्ग में पहुंचने के बाद वहां भी वह आपसे विषमता ही बरतेंगे।

दुनिया भर के लोग अपने विश्वास और धर्म के सिद्धांतों के अनुसार मृतकों की अंतिम कृपा करते हैं पर सब लोग अपनी समर्थ और परिस्थिति का ध्यान रखते हैं ऐसे अवसर पर वह मृतक भोज जैसे कोई कार्यक्रम नहीं करने शायद उन्हें आश्चर्य ही होता होगा कि भारत में किसी जाति वाले अपने घर में किसी के मर जाने पर हर्षोत्सव मानते हैं और परिचितों को मिठाई व पकवान खिलाते हैं यूरोप और अमेरिका के व्यक्ति मरणोपरांत अपनी स्मृति के लिए लाखों करोड़ों का दान कर जाते हैं ।जिससे लाखों लोगों का कल्याण होता है उनमें कोई भी अपने मरने के बाद लाखों रुपए लगाकर ₹2सौ ,चार सौ व्यक्तियों को खिलाने की बात नहीं सोचता।

मृतक भोज का परंपरा ना तो मनुष्य की बुद्धिमत्ता का परिचायक है और ना ही किसी प्रकार का लाभ पहुंचती है इस समस्या पर सामाजिक हित की दृष्टि से गंभीरता पूर्वक विचार किया जाए तो अधिक सही तरीका जान पड़ता है। कि लोग ऐसे अवसर पर सहानभूति प्रकट करते हुए मृतक परिवार जनों को धैर्य बढ़ाएं और उनकी सहायता करने को तत्पर हो।

अब समय आ गया है कि हमअपने धन को बिना सोचे समझे व्यर्थ के दिखावे मूर्खता पूर्वक रिवाजों मे खर्च करने के बजाय ऐसे तरीके से खर्च करें जैसे देश और समाज का अधिक से अधिक हित हो और अभावग्रस्त लोगों को अपनी स्थिति सुधारने में सहायता प्राप्त हो सके। जब हमारे परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु होती है तो हम हजार से लेकर 1500 व्यक्तियों को पकवान खिलाते हैं भोज के अतिरिक्त 15 पुजारी या ब्राह्मण को कई हजारों की सामग्री दान में दे देते हैं। जो कि अधिकांश उसके काम भी नहीं आती और आधे पौने दाम में बेचकर गुलछरे उड़ाते हैं।

कुछ लोग अधिक बुद्धिमानी का परिचय देते हुए इस और इस प्रकार की रकम को किसी मंदिर के रूप में परिवर्तित कर देते हैं और उनके नाम कोई अस्थाई संपत्ति कर देते हैं जिससे नियमित आमदनी होती रहे पर धन भी मंदिरों की पूजा भोग उत्सव नाच ,गाना आदि में खर्च किया जाता है इससे किसी व्यक्ति व समाज का उपहार नहीं होता बल्कि कुछ लोगों का जीवन निकम्मा हो जाता है।

पाखंडियों ने हमारी बुद्धि विवेक पर अज्ञानता और अंधविश्वास का चश्मा लगा दिया है जिसके कारण हम सच्चाई को समझने में असमर्थ हैं और अपने इस सांसारिक जीवन को दुखी बनाकर मृत व्यक्ति के पुनर्जन्म पर उसकी सुख समृद्धि की कामना कर उसके मृत्यु भोज पर अपनी संपूर्ण संचित राशि व उधार लेकर वा बैक से लोन ले करके अपना तथा अपने परिजनों का जीवन नारकीय बना देते हैं।

जबकि मृतक के जीवन काल में उसकी बीमारी अवस्था में उसके उधर एवं सुविधा का ध्यान नहीं करते वर्णन उसका तिरस्कार ही करते हैं कभी-कभी तो उसे अच्छा पौष्टिक भोजन भी उपलब्ध नहीं करते और मरने के बाद उसे स्वादिष्ट भोजन करने हेतु मृतक भोज आयोजित करते हैं इस प्रकार अपने को तथा अपने परिजनों को आर्थिक रूप से विपन कर अशिक्षा कठिनाइयों को अपने परिवार के लिए आमंत्रित करते हैं जो एक बार पुनः मृत्यु भोज की ओर अग्रसर करती है।

हम निवेदन करते हैं कि आप अपनी सामर्थ और स्थिति के अनुसार मृत व्यक्ति के प्रति अपनी श्रद्धा अवश्य प्रकट करें । और पुरानी परंपरा को त्याग कर उचित समय पर शोक सभा करें और हित संबंधी के बीच मृत व्यक्ति की क्रिया कलापों पर परिचर्चा हो सेवा सहायता जीवित को चाहिए मृतक का नहीं लिए जीवित का तिरस्कार और मृतक भोज उत्तसव बंद कर समाज में एक नई जागरूकता का परिचय दें ।

*प्रयागराज पहुंचे शारदा पीठाधीश्र्वर*

प्रयागराज । मुंबई से प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचने पर पूज्यपाद द्वारका शारदा पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री सदानन्द सरस्वती जी महाराज का सैकड़ों भक्तों के द्वारा भव्य स्वागत हुआ उसके बाद शहर में हाईकोर्ट के पास वकीलों के द्वारा स्वागत हुआ ।बालसन पर भाजपा नेता रईस शुक्ला के द्वारा स्वागत हुआ और भी शहर में कई जगह स्वागत हुआ ।

उसके बाद पूज्य महाराज श्री त्रिवेणी मार्ग सेक्टर 3 शंकराचार्य शिविरर में गौ संसद में भाग लेने पहुंचे ।इसके पश्चात श्री मनकामेश्वर मंदिर आगमन हुआ जहां पर पूज्य महाराज श्री का भक्तो द्वारा पादुका पूजन किया और महाराज जी ने सब को दर्शन दिया रात्रि विश्राम महाराज जी का श्री मनकामेश्वर महादेव मंदिर में होगा सुबह 8:00 बजे से लेकर दोपहर 12:00 बजे तक पूज्य महाराज श्री का दर्शन होगा शाम को महाराज श्री का श्री शंकराचार्य शिविर त्रिवेणी मार्ग में भी दर्शन लाभ ले सकते हैं।