*आजमगढ़: तिहरे हत्याकांड में आठ साल से जेल से फरार एक लाख का इनामिया बदमाश पुलिस मुठभेड़ में घायल*
आजमगढ़ सिटी- जिले में दस साल पूर्व हुए तिहरे हत्याकांड में जेल से फरार तीन बदमाशों में से एक बदमाश अपने साथी के साथ जिले में वारदात को अंजाम देने आया,तो पुलिस से मुठभेड़ हो गई । गोली लगने से एक लाख का इनामिया बदमाश घायल हो गया है। जबकि उसका एक साथी पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है।
यूपी एसटीएफ और जिले के सिधारी थाने की पुलिस ने आजमगढ़ जेल से फरार एक लाख के इनामी बदमाश को मुठभेड़ के बाद पैर में गोली लगने के बाद गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया है। इस संबंध में पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य ने बताया कि यूपी एसटीएफ व सिधारी पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में रात दो बजे आजमगढ़ जेल से हत्या, डकैती लूट सहित कई सगींन अपराध में निरूद्ध के दौरान कारागार से फरार एक लाख रूपए का इनामी जितेन्द्र मुसहर पुत्र देवनाथ मुसहर को भदुली बाई पास के पास मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया गया है। जबकि उसका एक साथी मौके से फरार हो गया। पुलिस ने उसके पास अवैध तमंचा व कारतूस बरामद किया हैं।
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आठ साल पूर्व जेल से फरार कैदी आजमगढ़ में किसी बड़ी वारदात को अंजाम के लिए आए हैं। इस पर एसटीएफ टीम सिधारी पुलिस को साथ लेकर भदुली बाई पास के पास उसका इन्तजार करने लगी। कुछ समय पर दो व्यक्ति पैदल आते दिखायी दिये। पुलिस टीम ने रोकने का प्रयास किया, तो दोनों पुलिस टीम को देखकर भागने लगे तो उनका पीछा किया गया, जिस पर दोनो व्यक्ति पुलिस टीम पर फायरिंग करने लगे। पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की गयी, कुछ समय पश्चात फायरिंग बन्द होने के बाद बदमाशों के पास पुलिस पहुॅची तो सर्विस लेन पर एक व्यक्ति घायल अवस्था में गिरा हुआ पाया गया और दूसरा व्यक्ति अन्धेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गया। घायल व्यक्ति के दाहिने पैर में गोली लगी थी, जिस पर उसे नजदीकी चिकित्सालय ले जाया गया, जहां उसका इलाज किया जा रहा है।मुठभेड़ में गोली लगने से घायल जितेन्द्र मुसहर निकला। उसका फरार साथी चन्द्रशेखर मुसहर का बताया जा रहा है।
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आजमगढ़ में तिहरे हत्याकांड का मुख्य आरोपी है एक लाख का इनामिया जितेंद्र मुसहर
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आजमगढ़ के तरवां थाना क्षेत्र के स्थानीय ग्रामसभा अंतर्गत कालू का पुरा में 25 मई 2014 की रात पंचदेव मंदिर परिसर में सोए तीन लोगों की सिर कूचकर हत्या के बाद हत्यारे मूर्तियों पर लगे चांदी के मुकुट व दानपेटिका आदि उठा ले गए थे। मृतकों में दीपक पुत्र भोला ङ्क्षसह, सत्यनारायण पुत्र रघुनाथ विश्वकर्मा स्थानीय निवासी जबकि अनिल पुत्र फूलचंद शर्मा गाजीपुर जिले के मरदह थाना क्षेत्र का रहने वाले थे। इस मामले में पुलिस ने गाजीपुर जिले के गहमर थानांतर्गत मनिया निवासी चंद्रशेखर पुत्र लालजी मुसहर, नंदगंज थाना क्षेत्र के अगस्ता ग्राम निवासी जितेंद्र पुत्र देवनाथ मुसहर तथा मरदह कस्बे के प्रकाश पुत्र बुद्धन मुसहर को गिरफ्तार कर जून 2014 में न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया था। सिधारी थानांतर्गत इटौरा स्थित नवनिर्मित जेल की बैरक नंबर पांच सी में तीनों रहते थे। तीनों को जेल के भोजनालय में काम पर लगाया गया था। वर्ष 2016 में तीनों जेल की दीवार फांद कर फरार हो गए। इसमें से जितेंद्र मुसहर शुक्रवार की रात में पुलिस के साथ मुठभेड़ में गोली लगने के बाद गिरफ्तार हो गया। जबकि चंद्रशेखर फरार हो गया।
इसके अलावा 21 मार्च 2012 को आजमगढ़ के जीयनपुर कोतवाली के जीवन ज्योति क्लीनिक संचालक डा. विनोद यादव के घर डकैती में डा. विनोद यादव सहित पत्नी की हत्या का भी जितेंद्र मुसहर गैंग पर आरोप है। 25 मार्च 2014 को जौनपुर जिले के केराकत थाने के सोहनी सोहनी गांव में भी डकैती के दौरान दंपत्ति की हत्या में इनका हाथ रहा है। 21 मई 2014 को बलिया जिले के फेफना थाने के मुलायम नगर में डकैती की वारदात में भी एक की हत्या की गई थी।
Feb 10 2024, 18:53