1180 बेड की 4 मंजिला गयाजी धाम धर्मशाला बनना हैं प्रस्तावित सहकारिता मंत्री निर्माणधीन बड़े-बड़े योजना के क्रियान्वयन की स्थलीय जांच और समीक्षा की
गया : मंत्री सहकारिता विभाग बिहार सरकार सह नगर विधायक डॉ० प्रेम कुमार द्वारा गया ज़िले में प्रस्तावित एवं निर्माणधीन बड़े बड़े योजना के क्रियान्वयन की स्थलीय जांच एव समीक्षा किया गया।
देश-विदेश से हर वर्ष लाखों लाख की संख्या में गया जिला आने वाले तीर्थ यात्रियों को ठहरने रुकने एवं आवासन के क्षेत्र में और बेहतर व्यवस्थित बनाने के उद्देश्य से गया कोरला हॉस्पिटल (आई डी एच हॉस्पिटल) में 1180 बेड की क्षमता वाले 4 मंजिला गयाजी धाम धर्मशाला भवन बनना प्रस्तावित है।
यह धर्मशाला निर्माण कार्य पूल निर्माण निगम विभाग द्वारा करवाया जा रहा है। उक्त निर्माण हेतु निविदा की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
उक्त परिपेक्ष में मंत्री सहकारिता विभाग डॉ० प्रेम कुमार द्वारा स्थल निरीक्षण किया गया। बताया गया कि 4.38 एकड़ भूमि में यह धर्मशाला निर्माण होना है।
निरीक्षण में बताया गया कि चार मंजिला 1100 बेड वाला धर्मशाला निर्माण प्रस्तावित है, जिसमें 212 DORMITORIES में 984 बेड रहेंगे। इसके अलावा 48 कमरे में 96 बेड रहेंगे।
बताया गया कि ग्राउंड फ्लोर पर 128 बेड रहेंगे। इसके अलावा फर्स्ट फ्लोर, सेकंड फ्लोर एवं थर्ड फ्लोर पर 238 की संख्या में बेड रहेंगे। सभी फ्लोर में महिला एवं पुरुष के लिए अलग-अलग पर्याप्त संख्या में टॉयलेट, स्नानागार रहेगा।
इसके अलावा ग्राउंड फ्लोर से फोर्थ फ्लोर तक जाने हेतु 10 पैसेंजर के क्षमता वाला लिफ्ट भी रहेगा तथा सीढ़ी का भी निर्माण करवाया जाएगा। इन सबों के अलावा 250 से ऊपर की संख्या में छोटे-बड़े वाहन का पार्किंग भी बनाया जाएगा। सभी फ्लोर में किचन एवं डाइनिंग हॉल भी रहेगा।
इन सबों के अलावा गया जी धाम धर्मशाला पहुंचने एवं धर्मशाला से मंदिर जाने इत्यादि के लिए इंटरनल रोड का भी निर्माण करवाया जाएगा। पूर्व के जो भी रास्ते हैं उसे समतल एवं जहां चौड़ीकरण की आवश्यकता पड़ेगी वहां पर करवाया जाएगा।
इसके पश्चात विष्णुपद मंदिर गया तक वैकल्पिक पहुंच पथ के साथ-साथ घुघड़ी ताड़ बायपास ब्रिज से मुक्तिधाम तक फल्गु नदी के बाएं तट पर बांध सुरक्षात्मक एवं एकीकृत जल निकासी कार्य का निरीक्षण भी किया गया।
इसके तहत 575 मीटर में एप्रोच रोड, आरसीसी वर्क, पेवर ब्लॉक एवं मिट्टी भराई कार्य करवाया जा रहा है। 450 मीटर में ड्रेनेज सिस्टम/चेंबर का निर्माण करवाया जा रहा है।
400 मीटर में चाहरदिवारी आरसीसी बाउंड्री वॉल करवाया जा रहा है। 200 मीटर में सीढ़ी घाट दो अदद निर्माण करवाया जा रहा है। 400 मीटर में रिवर साइड में प्रोटेक्शन वर्क आरसीसी प्रोटक्शन वॉल का कार्य करवाया जा रहा है।
इसके पश्चात उन्होंने ब्रह्मयोनि पर्वत पर निर्माणाधीन रोपवे निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। ब्रह्मयोनि रोपवे 867.60 लाख रुपए की लागत से निर्माण किया जा रहा है।
उक्त रोपवे की लंबाई 330 मीटर है। एक लॉट में 150-150 यात्रियों को ले जाया जा सकेगा। वर्तमान में पिलर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इसके पश्चात विपार्ड के समीप ब्रह्म वन का निरीक्षण किया गया। जहां मंत्री द्वारा पौधारोपण भी किया गया।
उन्होंने जिला वन पदाधिकारी को निर्देश दिया कि गर्मियों के मौसम में पूर्व से लगे सभी पेड़ पौधों को लगातार मेंटेनेंस रखें। पेड़ पौधों के मेंटेनेंस पर विशेष ध्यान रखें।
इसके पश्चात बोधगया में निर्माणाधीन राज्य अतिथि गृह का निरीक्षण किया गया। यह 130 बिस्तरों वाला गेस्ट हाउस है, जिसमें 4 स्टार रेटिंग के बराबर सभी सुविधाएं हैं। गेस्ट हाउस में 30 बिस्तरों वाला डोरमिट्री, 10 एकल शयनकक्ष, 80 डबल बेडरूम, 08 वीआईपी सुइट्स और 02 प्रेसिडेंशियल सुइट्स है। कमरों के साथ, गेस्ट हाउस में 2 रेस्तरां, 150 व्यक्तियों की क्षमता के साथ एक कॉन्फ्रेंस हॉल है। इसके अलावा एक प्रदर्शनी सह व्यापार केंद्र, आवश्यकतानुसार सेवाएं, संचलन और पार्किंग सुविधा प्रदान की गई हैं। इमारत एक बेसमेंट+जी+६ मंजिला संरचना है। ऊंची इमारत सामने की सड़क से शहर के शोर को दूर करती है, जिससे पीछे के परिदृश्य उद्यान से एक शांतिपूर्ण माहौल सृजित है। बेसमेंट में कार पार्किंग (58 चार व्हीलर पार्किंग, 56 दो व्हीलर पार्किंग) है। भूतल में एक सार्वजनिक रेस्तरां, सम्मेलन कक्ष और प्रदर्शनी केंद्र है, जिसमें कर्मचारी डोरमेट्री और रसोई और कपड़े धोने जैसी सेवाएं हैं।
प्रदर्शनी केंद्र और सम्मेलन कक्ष में विस्तारित स्थान के रूप में एक लॉन है।
पहली मंजिल पर होटल के मेहमानों के लिए विशेष सामान्य सुविधाएं जैसे फिटनेस सेंटर, एक इन्फिनिटी स्विमिंग पूल और पूल दृश्य के साथ एक रेस्तरां है। दूसरी से पांचवीं सामान्य मंजिल में सिंगल और डबल बेडरूम (10 सिंगल और 80 डबल बेडरूम) हैं। सर्कुलेशन कॉरिडोर बाहरी हिस्से में उपलब्ध कराया गया है और कमरे की बालकनी स्विमिंग पूल के अंदर की ओर दिखती हैं। छठी मंजिल पर सबसे विशिष्ट 08 वीआईपी सुइट्स और 2 प्रेसिडेंशियल सुइट्स है।
प्रेसिडेंशियल सुइट्स से पूर्व में महाबोधि मंदिर परिसर का विशेष दृश्य दिखाई। मंत्री ने निर्देश दिया कि जल्द से जल्द निर्माण कार्य पूर्ण करवाये। मैन पावर की संख्या को बढ़ावे।
निरीक्षण में अनुमंडल पदाधिकारी सदर किसलय श्रीवास्तव, वरीय उप समाहर्ता राजीव रंजन सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
गया से मनीष कुमार
Feb 05 2024, 18:26