*इंटरलाकिंग बनाने में मानक तार तार,जिम्मेदार मौन*
डलमऊ। कमीशन का खेल तो विकास विभाग में चलता ही है उसका जीता जागता उदाहरण डलमऊ ब्लाक के एक निर्माण में देखने को मिल रहा जिसका एक आडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमे उच्च अधिकारियों को कमीशन देने की बात कही जा रही है।उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाकर कड़ी कार्रवाई की बात कह रहे हो पर कुछ ठेकेदार इसको सिरे से खारिज कर रहे हैं।
जिले में ईमानदार जिलाधिकारी की साफ सुथरी छवि को भी कुछ ठेकेदार प्रवत्ति के लोग लगातार दागदार बना रहे हैं। अपने भ्रष्ट आचरण से अधिकारियों और शासन की छवि भी धूमिल कर रहे हैं।
डलमऊ तहसील क्षेत्र के ज्योतियामऊ गांव में बन रही इंटरलॉकिंग की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। जिनमें भ्रष्टाचार की साफ झलक दिखाई जा रही है।
तहसील क्षेत्र के ज्योतियामऊ गांव में लग रही इंटरलाकिंग में न सिर्फ मानक विहीन ईंट का उपयोग किया जा रहा है।
बल्कि साइड में बनने वाले बॉक्स के निर्माण में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। इस सम्बंध में एक ऑडियो भी वायरल हुआ जिसमें इंटरलाकिंग मैटेरियल देने व उसी इंटरलाकिंग के निर्माण सम्बन्धी बातचीत की गई, आडियो में एक व्यक्ति ने दूसरे व्यक्ति से कहा कि डायरेक्ट बीडीओ साहब से बात है कि और आप तो जानते हैं कि हर विभाग को कमीशन देना पड़ता है।
उसके बाद भी अगर कोई समस्या है तो आप बताएं हम सुधार करवा दें। स्ट्रीट बज इस आडियो की पुष्टि नही करता है।मामले के बाबत जब ग्राम प्रधान रामसुमेर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी तो मैं रायबरेली आया हूँ, बैठकर बात की जाएगी।ग्राम प्रधान ने कहा कि बिना टेंडर के ऐसे ही राज्य वित्त वगैरा से रोड बनवाई जा रही थी।
एक जानने वाले लड़के को कह दिया है वही सप्लाई कर रहा है, आगे देखते हैं क्या किया जा सकता है।
यह हैं इंटर लाकिंग के मानक
नौ इंच के नए ईंट से बॉक्स बनेगा
बॉक्स बनाने के बाद जीएसबी गिट्टी डालकर कुटाई के बाद, अच्छी क्वालिटी की सीमेंटेड ईंट से इंटरलाकिंग लगाई जाएगी
प्रधान को पता नही है अनुमानित लागत
प्रधान रामसुमेर ने बताया की पक्की सड़क से महेश के दरवाजे लगे खड़ंजे में जोड़ने के लिए लगभग 65 से 70 मीटर नाली व इंटर लॉकिंग बनानी थी।राज्य वित्त से है निर्माण के बाद एम बी कराकर लागत पता चलेगी।
क्या बोले खंड विकास अधिकारी
इस मामले के संबंध में डलमऊ खण्ड विकास अधिकारी सत्यदेव यादव ने कहा कि किसी भी व्यक्ति द्वारा लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप गलत हैं।मानक विहीन कार्य बर्दाश्त नही किये जाएंगे। तत्काल एडीओ को मौके पर भेजा जा रहा है। जो भी दोषी होगा उसपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Feb 01 2024, 19:56