वित्त मंत्री सीतारमण ने बजट भाषण के दौरान गिनाईं सरकार की उपलब्धियां, बोली-लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगी आर्थिक नीति
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में अंतरिम बजट पेश कर रही हैं।सीतारमण ने अपने अंतरिम बजट भाषण में कहा, 'हमारी सरकार ने नागरिक प्रथम और न्यूनतम सरकार अधिकतम शासन दृष्टिकोण के साथ जवाबदेह, जन केंद्रित और विश्वास आधारित प्रशासन प्रदान किया है। अमृतकाल के लिए सरकार ऐसी आर्थिक नीतियों को अपनाएं जो टिकाऊ विकास, सभी के लिए अवसरों, क्षमता विकास पर केंद्रित रहेंगी। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ऐसी आर्थिक नीति अपनाएगी जो लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेगी और जिससे समावेशी विकास होगा। आर्थिक नीतियों को प्रभावकारी रूप से लागू करने के लिए राज्यों के साथ मिलकर काम किया जायेगा।
जनधन खातों में पैसा डालने से 2.7 लाख करोड़ रुपये की बचत- वित्त मंत्री
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि जनधन खातों में पैसा डालने से 2.7 लाख करोड़ रुपये की बचत हुई है और सरकार का आर्थिक प्रबंधन इस उच्च स्तर का है जिससे देश को नई दिशा और नई उम्मीद मिली है। देश की आर्थिक प्रगति में देश के सभी राज्य और वर्ग सामूहिक रूप से लाभ उठा सकें, इसका प्रबंध मोदी सरकार ने किया है। फाइनेंशियल सेक्टर को ज्यादा मजबूत, ज्यादा आसानी से संचालन में सक्षम बनाया जा रह है। देश की महंगाई को लेकर जो कठिन चुनौतियां थीं, उनको दूर किया जा रहा है और महंगाई के आंकड़े नीचे आए हैं।
लखपति दीदी का लक्ष्य कितना बढ़ा
निर्मला सीतारमण ने कहा कि करीब एक करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बनी हैं। अभी मौजूदा 2 करोड़ लखपति दीदी का लक्ष्य बढ़ाकर 3 करोड़ किया जा रहा है। वित्त मंत्री ने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं के विकास पर खास ध्यान दे रही है। लखपति दीदी इसी का हिस्सा हैं।
सोलर एनर्जी और गरीबों के घर पर सरकार का ध्यान
कोविड के चुनौती के बावजूद केंद्र सरकार ने गरीबों को घर मुहैया कराया। हम 3 करोड़ घर के लक्ष्य को बनाने के करीब हैं। 2 करोड़ और घर अगले 5 साल में बनेंगे। छत के ऊपर सोलर एनर्जी के लिए 1 करोड़ घरों पर सोलर पैनल लेगेंगे। इसकी घोषणा पीएम मोदी ने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर घोषणा की थी।
38 लाख किसानों को पीएम किसान संपदा योजना से फायदा मिल
प्रधानमंत्री किसान संपदा योजना से 38 लाख किसानों को फायदा मिला है और 10 लाख रोजगार के अवसर उत्पन्न हुए हैं। उपज के बाद होने वाले नुकसान को रोकने के लिए भी योजनाओं पर काम हो रहा है। हम कृषि उपज होने के बाद की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की भागीदारी मजबूत करेंगे। आत्मनिर्भर तेल बीज अभियान को मजबूत किया जाएगा। इसके तहत कृषि की नई प्रौद्योगिकी और कृषि बीमा को बढ़ावा दिया जाएगा। डेयरी से जुड़े किसानों की भी मदद की जा रही है। राष्ट्रीय गोकुल मिशन जैसी योजनाएं चलाई जा रही हैं। मत्स्य संपदा को भी मजबूत किया जा रहा है। सी-फूड का उत्पादन दोगुना है। मत्स्य संपदा योजना के जरिए उत्पादकता को तीन से बढ़ाकर पांच टन प्रति हेक्टेयर किया जाएगा। रोजगार के 55 लाख नए अवसरों को उत्पन्न किया जाएगा। पांच समेकित एक्वा पार्क बनाए जाएंगे।
Feb 01 2024, 12:09