बिहार पहुंचे राहुल गांधी ने उठाई देश में जातीय गणना की मांग, बोले सामाजिक-आर्थिक न्याय के बिना देश का विकास संभव नहीं
बिहार, : राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा सोमवार सुबह 10 बजे पश्चिम बंगाल से बिहार के किशनगंज पहुंची. बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह को यात्रा की जिम्मेवारी सौंपी गई. किशनगंज मैदान में रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, " मैं भारत जोड़ो न्याय यात्रा के लिए यहां बिहार आया हूं. जब मैंने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा शुरू की तो कई लोगों ने कहा कि हमारी यात्रा उस भूमि पर नहीं गई, जो सामाजिक न्याय के लिए जानी जाती हैं.
राहुल गांधी ने कहा, " अब हम बिहार आए हैं जो सामाजिक न्याय की भूमि हैं. रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश तभी विकसित होगा, जब लोगों को सामाजिक और वित्तीय न्याय मिलेगा. जब भी सामाजिक न्याय की चर्चा शुरू होती हैं, तो लोग बिहार की ओर देखते हैं. इसलिए यह बिहार के लोगों की जिम्मेदारी हैं कि सामाजिक न्याय के बारें में जागरूकता पैदा करें और इसके लिए लड़े.
कांग्रेस नेता ने कहा, मैं मणिपुर से आया हूं और बीजेपी की विचारधारा को करीब से देखा हूं. मणिपुर राज्य सात महीने से बीजेपी की विभाजनकारी विचारधारा के कारण जल रहा हैं. उन्होंने मणिपुर में लोगों को दो समुदायों में बांट दिया हैं. दोनों पक्ष एक- दूसरे के दुश्मन बने हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि दो भाइयों के बीच झगड़ा कराना बीजेपी और आरएसएस की विचारधारा हैं. राहुल गांधी ने कहा, वर्तमान में, नरेंद्र मोदी ने देश के दो- तीन उद्दोगपतियों को सारा पैसा दे दिया हैं. उन्होंने सभी हवाई अड्डों, बंदरगाहों, रेलवे, औद्दोगिक इकाईयों और अन्य का अधिग्रहण कर लिया हैं. इनके लिए सभी बैंक, पीएमओ और अन्य सरकारी कार्यालय खुले हैं, लेकिन आम लोगों के लिए उनके पास नोटबंदी, जीएसटी, बैंक बंदी हैं.
उन्होंने कहा कि देश में ओबीसी समुदाय 50 प्रतिशत हैं, लेकिन जब भागीदारी की बात आती हैं, तो उनके हाथ में कुछ भी नहीं हैं. इससे साबित किया जा सकता हैं कि केंद्र सरकार को 90 आइएस अधिकारी चला रहे हैं. वे रक्षा, कृषि, सिंचाई, उद्दोग, सड़क आदि कई बजट बनाते हैं और धन का वितरण करते हैं, लेकिन केवल तीन आईएएस अधिकारी ओबीसी समुदाय से हैं वे देश के कुल बजट का केवल 5 प्रतिशत वितरित करते हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा, " देश में एसा इसलिए हो रहा हैं क्योंकि लोगों को अपनी ताकत का पता नहीं हैं. यही वजह हैं कि देश में जाति आधारित जनगणना जरूरी है. एक बार लोगों को अपनी वास्तविक आबादी का पता चल जाए तों उन्हें सामाजिक और वित्तीय न्याय मिलने से कोई रोक सकता और देश प्रगति करेगा.
Feb 01 2024, 07:38