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बार बार पाला बदलने वाले नीतीश 9वीं बार बने सीएम, जानें कब कब मारी पलटी?

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बिहार में पिछले एक दशक की सियासत पर गौर करें तो देखेंगे कि राज्य में हर साल डेढ़ साल में सरकार बदल जाती है, लेकिन मुख्यमंत्री नहीं बदलता। सत्ता के केन्द्र में नीतीशे कुमार का ही नाम होता हैं। इसकी वजह है कि नीतीश एक दशक से कम वक्त में अबतक पांच बार पाला बदल चुके हैं। रविवार को नीतीश कुमार ने ‘महागठबंधन’ के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और दोबारा एनडीए के मुख्यमंत्री के रूप में पद की शपथ ली।अब तक पांच पर गठबंधन बदल चुके नीतीश नौवीं बार सीएम बने हैं।

1985 में पहली बार विधायक बने

नीतीश ने 1974 के छात्र आंदोलन के जरिये राजनीति में कदम रखा, 1985 में पहली बार विधायक बने। इसके बाद नीतीश कुमार ने पलटकर नहीं देखा और सियासत में आगे बढ़ते चले गए। लालू प्रसाद यादव 1990 में बिहार के मुख्यमंत्री बने, लेकिन 1994 में नीतीश ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। नीतीश और लालू एक साथ जनता दल में थे, लेकिन राजनीतिक महत्वकांक्षा में दोनों के रिश्ते एक दूसरे से अलग हो गए।साल 1994 में नीतीश ने जनता दल छोड़कर जार्ज फर्नांडीस के साथ मिलकर समता पार्टी का गठन किया। इसके बाद साल 1995 में वामदलों के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़े, लेकिन नतीजे पक्ष में नहीं आए। नीतीश ने लेफ्ट से गठबंधन तोड़ लिया और 1996 में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का हिस्सा बन गए। नीतीश कुमार की राजनीतिक प्रसिद्धि तब बढ़ी जब उन्हें एनडीए सरकार में रेल मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया।

यहां से नीतीश का 'पलटी' फार्मूला गूंजा

इसके बाद नीतीश कुमार बिहार में बीजेपी के साथ 2013 तक साथ मिलकर चुनाव लड़ते रहे और बिहार में सरकार बनाते रहे। इस दौरान राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से बदल रहा था। यह बात साल 2012 की जब बीजेपी में नरेंद्र मोदी का कद बढ़ने लगा था। मोदी के बढ़ते हुए कद को देखकर नीतीश कुमार एनडीए के अंदर असहज महसूस करने लगे। यही वजह रही कि 2014 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया। इस लोकसभा चुनाव का यह परिणाम हुआ कि नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। क्योंकि जेडीयू को केवल दो सीट ही हासिल हुई थी। इसके बाद नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया और 2015 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री बने। विधानसभा चुनाव में इस गठबंधन को बड़ी जीत हासिल हुई।

करीब ढाई साल बाद 2017 में नीतीश कुमार ने फिर से चौंकाया। डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का आईआरसीटीसी घोटाले में नाम आया। इस घटना के बाद नीतीश कुमार ने महागठबंधन समाप्त कर दिया और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। सीएम पद छोड़ने के तुरंत बाद वो भाजपा में शामिल हो गए। साथ ही गठबंधन करके सरकार बना ली। इसके बाद 2020 में बिहार में विधानसभा चुनाव हुए। नीतीश कुमार ने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की। इस चुनाव में नीतीश की पार्टी जेडीयू को सिर्फ 43 सीटें हासिल हुईं। भाजपा को 74 और आरजेडी को 75 सीटें हासिल हुईं, लेकिन इन सबके बावजूद मुख्यमंत्री के सिंहासन पर नीतीश कुमार ही विराजमान हुए।

एक बार फिर एनडीए के साथ

इसके दो साल बाद 2022 में नीतीश कुमार ने एक बार फिर पलटी मारी। नीतीश को अब बीजेपी से दिक्कत होने लगी थी। नीतीश कुमार ने कई कारण बताते हुए मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया साथ ही भाजपा से अपना रिश्ता खत्म कर लिया। इसके साथ नीतीश कुमार ने आरजेडी, कांग्रेस और लेफ्ट के साथ मिलकर सरकार बना ली और राज्य का डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को बनाया। डेढ़ साल के बाद नीतीश कुमार का मन फिर से बदल गया है और अब फिर से बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली।

कल सत्ता से हुए बाहर, आज ईडी ने घेरा, नीतीश के पलटते ही बढ़ी लालू-तेजस्वी की मुश्किलें

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बिहार में एक बार फिर बड़ा उलटफेर हुआ है। नीतीश कुमार पलटी मारते हुए एनडीए खेमे में वापस हो गए हैं। इस बीच लालू यादव और उनके बेटे तेजस्वी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। लैंड फॉर जॉब्स केस में आज ईडी लालू यादव से पूछताछ कर सकती है। इसके लिए दिल्ली से भी ईडी के अफसर आए हैं। लालू समर्थकों का ईडी ऑफिस और राबड़ी आवास के बाहर जुटना शुरू हो गया है। पटना ईडी ऑफिस में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इसके पहले ये खबर थी कि अधिकारी राबड़ी आवास जाकर लालू से पूछताछ करेंगे। हालांकि अभी स्थिति साफ नहीं है कि लालू ईडी ऑफिस आएंगे या अफसर राबड़ी आवास जाएंगे।

जांच एजेंसी के सूत्र के मुताबिक जमीन के बदले नौकरी देने वाले घोटाला मामले में ये पूछताछ की कार्रवाई करेगी। पूछताछ की प्रक्रिया को अंजाम देने से पहले शनिवार 27 जनवरी की देर शाम तक जांच एजेंसी के दिल्ली स्थित मुख्यालय में तैयारी की जा रही थी। इस केस के तफ्तीशकर्ताओं के द्वारा सवालों की फेहरिस्त तैयार की गई है। सवालों की फेहरिस्त के साथ ही अगर एक अन्य महत्वपूर्ण बात करें तो इस मामले में एक चार्जशीट भी दायर हो चुका है और दायर चार्जशीट पर दिल्ली स्थित राउज एवेन्यू कोर्ट ने 27 जनवरी को संज्ञान ले लिया गया है। हालांकि इस मामले में 9 फरवरी को अगली सुनवाई होगी। 9 फरवरी को उन तमाम आरोपियों को कोर्ट में पेश होना है जिनके खिलाफ जांच एजेंसी ईडी के द्वारा चार्जशीट दाखिल की गई थी।

बता दें कि रविवार को जब बिहार में सियासी उठापटक तेज था तभी दिल्ली हाईकोर्ट ने भी जमीन के बदले नौकरी घोटाले में लालू परिवार के कुछ सदस्यों को समन जारी कर दिया। दिल्ली उच्च न्यायालय ने लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी यादव और बेटी हेमा यादव के अलावा कुछ दूसरे लोगों को भी समन जारी किया है। समन में कहा गया है कि वे कोर्ट के सामन अगले महीने की 9 तारीख को मौजूद रहें।

यूपीए की पहली सरकार में हुआ था घोटाला

गौरतलब है कि यह घोटाला तक का है जब लालू प्रसाद यूपीए की पहली सरकार में रेल मंत्री थे। इस दौरान ईडी ने रेलवे में नौकरी के लिए जमीन से जुड़े धन शोधन मामले में आरोपपत्र दाखिल करते हुए लालू यादव की पत्‍नी राबड़ी देवी, उनकी बेटियों राजद सांसद मीसा भारती और हेमा यादव सहित लालू प्रसाद के परिवार के अन्य लोगों को नामजद किया था।

बिहार की नई नीतीश सरकार की पहली कैबिनेट की बैठक आज, महाधिवक्ता के मनोनयन के साथ विधानमंडल के बजट सत्र की संभावित तिथि पर होगी चर्चा

डेस्क : बिहार के लिए बीता रविवार अहम दिन रहा। जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सुबह जाकर राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा। फिर शाम में एनडीए के साथ गठबंधन कर नई सरकार का गठन करते हुए एकबार फिर सीएम पद की शपथ ली। 

नई सरकार गठन के बाद उसी दिन मंत्रिमंडल की पहली बैठक होती रही है पर अपरिहार्य कारणों से बीते रविवार को बैठक नहीं हो सकी। वहीं आज सोमवार को नीतीश सरकार की पहली कैबिनेट बैठक 11.30 बजे से प्रस्तावित है। 

नई एनडीए सरकार की कैबिनेट की इस पहली बैठक में महाधिवक्ता के मनोनयन के साथ विधानमंडल के बजट सत्र की संभावित तिथि व अन्य प्रस्ताव पर चर्चा होगी और निर्णय लिए जाएंगे। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। नई सरकार बनने से 5 फरवरी से होने वाले बजट सत्र का मामला खत्म हो गया है। इसके लिए अब नयी तिथि घोषित होगी।

नीतीश कुमार के पाला बदलकर एनडीए के साथ जाने पर बोलें पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, 2024 में खत्म हो जायेगा जदयू

डेस्क : बीता रविवार बिहार के लिए बड़ा दिन रहा। पिछले कई दिनों से चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच महागठबंधन की सरकार का पतन हुआ और एकबार नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार में एनडीए की सरकार भी बन गई। नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 9 वीं बार मुख्यमंत्री पद का शपथ लिया।

इधर नीतीश कुमार के एकबार फिर पाला बदलने पर राजद नेता व पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी प्रसाद यादव ने बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि हम अभी पूरे पत्ते नहीं खोलेंगे। हम जो कहते हैं, वह करके दिखाएंगे। 

तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता दल यूनाइटेड 2024 में खत्म हो जाएगा। जनता हमारा साथ देगी। भाजपा को मेरी शुभकामनाएं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि हम अलग नहीं हुए, वो यहां से गए हैं। जो गठबंधन बनाया है उसकी हत्या नहीं कर सकते। अब हम जनता के बीच जाएंगे।

उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य नौकरी, रोजगार, आर्थिक न्याय, बेहतर चिकित्सा व शिक्षा रहा है। बिहार का विकास हो, ज्यादा से ज्यादा निवेशक यहां आएं ये लक्ष्य लेकर चले। उन्होंने भाजपा से अपनी तुलना करते हुए कहा कि आप भाजपा के 17 साल और 17 महीने का हमारा काम देखिए। हमने ऐतिहासिक काम करके दिखाया है। बिहार में जाति आधारित गणना हुई, आरक्षण बढ़ाया गया, शिक्षा विभाग ने दो लाख से ज्यादा नियुक्ति पत्र बांटा, साढ़े चार लाख नियोजित शिक्षकों को राजकीय दर्जा दिलाया गया, उनका मानदेय दोगुना किया गया, आईटी नीति, पर्यटन व खेल नीति लाने काम किया। इतना काम किसी सरकार ने अबतक नहीं किया था। 

वहीं तेजस्वी ने सवाल किया कि क्रेडिट लेने की बात कही जा रही है तो इसका मतलब यही है कि वे भाजपा को चेता रहे हैं, भाजपा सरकार में आयी है, काम करेगी तो क्रेडिट नहीं लेगी क्या? पीड़ा हो रही है तो हम जिम्मेवार नहीं हैं। जनता ने बड़ी पार्टी बनायी थी। हमने ईमानदारी से काम किया। पिछले दो कैबिनेट की बैठक से पब्लिक हेल्थ कैडर की फाइल रोककर रखी गई है। 

उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि कर्पूरी जी के सिद्धांतों की बात करते हैं। आरक्षण बढ़ाये जाने पर कर्पूरी जी की सरकार जनसंघ व भाजपा ने ही गिरायी थी और आज वे उन्हीं के साथ जाकर बैठ गए हैं।

नौवीं बार बिहार का मुख्यमंत्री बनने पर बीजेपी जिला प्रवक्ता दिलीप कुमार दीपक ने सीएम नीतीश कुमार को दी बधाई

पूर्णिया : भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रवक्ता एवं अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक ने बिहार में नौवीं बार मुख्यमंत्री बनने पर नीतीश कुमार को बधाई दी है। उन्होंने कहा है कि रजदके साथ सरकार बनाने के बाद उन्हें इस बात का एहसास हो गया कि उनसे भयंकर भूल हुई है। 

अपनी भूल को सुधार करते हुए उन्होंने आखिर भाजपा के नरेंद्र मोदी की बढ़ती हुई लोकप्रियता को देखते हुए उन्होंने भाजपा के साथ जाना पसंद किया। 

वहीं श्री दीपक ने उपमुख्यमंत्री के रूप में सम्राट चौधरी एवं विजय  सिंहा के शपथ लिए जाने पर उन्हें भी बहुत-बहुत बधाई दी है 

साथ ही श्री दीपक ने प्रेम कुमार श्रवण कुमार संतोष सुमन विजय चौधरी विजेंद्र यादव सुमित सिंह के मंत्री बनने पर खुशी का इजहार किया है। उन्होंने आशा व्यक्त किया है पिछली सरकार में कानून व्यवस्था में जो गिरावट आई थी भ्रष्टाचार मैं वृद्धि हुई थी उस पर निश्चित रूप से अंकुश लगेगा। 

इंडिया गठबंधन को इस मिलन से बहुत बड़ा झटका लगा है। इंडिया गठबंधन बिखर कर रह गया है। प्रधानमंत्री का कांग्रेस मुक्त भारत का सपना साकार होगा।

पूर्णिया से जेपी मिश्र

कुलपति प्रोफेसर राजनाथ यादव की अध्यक्षता में पूर्णिया विश्वविद्यालय की पंद्रहवीं सिंडिकेट की हुई बैठक


पूर्णिया : पूर्णिया विश्वविद्यालय, पूर्णिया की पंद्रहवीं सिंडिकेट की बैठक आज रविवार को कुलपति प्रोफेसर राजनाथ यादव की अध्यक्षता में आयोजित की गई। कुलसचिव सह सदस्य सचिव डॉ.घनश्याम राय ने सभी सदस्यों का स्वागत किया। 

कुलपति ने उपस्थित सभी सदस्यों को एक एक गुलाब का फूल देकर सम्मानित किया। कुलसचिव ने सभी एजेंडे को पटल पर रखा। कुलपति ने सभी एजेंडे को विस्तार से बताया। बैठक में सर्वसम्मति से चौदहवीं सिंडिकेट की बैठक में लिये गये निर्णयों पर मुहर लगायी गयी। सत्रहवीं एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिये गये निर्णयों का अनुमोदन किया गया। वित्तीय वर्ष 2024-2025 के वार्षिक बजट को मंजूरी दी गई।‌

बैठक में प्रतिकुलपति प्रोफेसर पवन कुमार झा, के के सिंह, एम पी सिंह, अशोक कुमार बादल, कौशल्या जयसवाल, प्रॉक्टर प्रोफेसर अंजनी कुमार मिश्रा, डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर मरगूब आलम, प्राचार्य प्रोफेसर संजीवा कुमार, डॉ. पी के मल्लिक, डॉ. अरविंद वर्मा, डॉ. तुनिया विजय उपस्थित थे। कुलसचिव डॉ.घनश्याम राय ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

पूर्णिया से जेपी मिश्र

पूर्णिया मे बोले छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम और बिहार कांग्रेस के विशेष पर्यवेक्षक भूपेश बघेल, नीतीश कुमार को माफ नहीं करेगी बिहार की जनता

पूर्णिया : छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और बिहार कांग्रेस के विशेष पर्यवेक्षक भूपेश बघेल आज पूर्णिया पहुंचे। जहां उन्होंने सभी विधायकों के साथ बैठक की। जिसमें 18 विधायक मौजूद रहे जबकि एक विधायक निजी स्वास्थ्य कारणों से उपस्थित नहीं हुए । 

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन छोड़ कर गए हैं तो उन्हें बहाना चाहिए और सबसे आसान बहाना कांग्रेस पर आरोप लगाना है। जबकि सच्चाई है कि कांग्रेस ने उन्हें कई बार ऑफर भी किया, लेकिन वह पिछले दो महीने से भाजपा के खिलाफ बोलना बंद कर दिया था।

बघेल ने कहा कि नीतीश कुमार ने जो किया है उसके लिए बिहार की जनता माफ नहीं करेगी।

पूर्णिया से जेपी मिश्र

बिहार में बनी एनडीए की सरकार, सीएम के रुप में नीतीश कुमार के साथ इनलोगों ने मंत्री पद का लिया शपथ

डेस्क : बिहार मे एकबार फिर एनडीए की सरकार बन गई है। नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 9 वीं बार मुख्यमंत्री पद का शपथ लिया है। इन्हें राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने शपथ ग्रहण करवाया है। 

इसके साथ ही भाजपा के तरफ से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा उपमुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण किया है। इसके साथ ही साथ कुल 8 मंत्री को आज शपथ ग्रहण करवाया गया है। जिनमे जदयू के वरिष्ठ नेता विजय कुमार चौधरी, श्रवण कुमार, विजेन्द्र यादव शामिल है। 

वहीं बीजेपी से सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा के साथ-साथ डॉ. प्रेम कुमार और हम के संतोष कुमार सुमन, जबकि निर्दलिये विधायक , सुमीत कुमार सिंह शामिल है।

बता दें आज सीएम नीतीश कुमार ने सुबह राज्यपाल भवन पहुंच अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप कर महागठबंधन से अलग होने का फैसला लिया था। वहीं एनडीए के साथ एकबार सरकार बनाने का दावा पेश किया था।

बड़ी खबर : रिकॉर्ड नौंवी बार बिहार के सीएम बने नीतीश कुमार, राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने शपथ ग्रहण करवाया

डेस्क : अभी-अभी बिहार की राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां नीतीश कुमार ने रिकॉर्ड 9 वीं बार मुख्यमंत्री पद का शपथ लिया। इन्हें राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने शपथ ग्रहण करवाया है। 

इसके साथ ही भाजपा के तरफ से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा उपमुख्यमंत्री पद का शपथ ग्रहण किया है। इसके साथ ही साथ कुल 8 मंत्री को आज शपथ ग्रहण करवाया गया।

बता दें आज सीएम नीतीश कुमार ने सुबह राज्यपाल भवन पहुंच अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप कर महागठबंधन से अलग होने का फैसला लिया था। वहीं एनडीए के साथ एकबार सरकार बनाने का दावा पेश किया था।

*बिहार में घमासान के बीच लालू यादव की बेटी ने किसे बताया कूड़ा? जानें बाकी भाई-बहनों ने क्या कहा*


डेस्क: बिहार में आरजेडी के साथ चल रही सरकार से अपना दामन छुड़ाते हुए नीतीश कुमार ने अब अपना पाला बदल लिया है। एक बार फिर से नीतीश कुमार एनडीए गठबंधन के साथ आ गए हैं। एक तरफ जहां नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा, उसके साथ ही दूसरी तरफ उनके शपथ ग्रहण की तैयारियां भी तेज हो गई हैं। नीतीश कुमार अब भाजपा और अन्य सहयोगी दलों के साथ एक बार फिर से बिहार के सीएम पद की शपथ लेने जा रहे हैं। वहीं नीतीश कुमार के पाला बदलने पर पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के बच्चों की प्रतिक्रिया भी सामने आ रही है।

तेजस्वी यादव ने कहा- 'खेला बाकी'

सबसे पहले तो इस पूरे घटनाक्रम पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार आदरणीय थे और हैं। कई चीजें उनके (नीतीश कुमार) नियंत्रण में नहीं हैं। उन्होंने कहा कि 'महागठबंधन' में राजद के सहयोगी दलों ने हमेशा मुख्यमंत्री का सम्मान किया। वह मुख्यमंत्री के तौर पर मेरे साथ मंच पर बैठते थे और पूछते थे, "2005 से पहले बिहार में क्या था?" मैंने कभी प्रतिक्रिया नहीं दी... अब, अधिक लोग हमारे साथ हैं। जो काम दो दशकों में नहीं हुआ, वह हमने बहुत कम समय में कर दिखाया है, चाहे वह नौकरी हो, जातिगत जनगणना हो, आरक्षण बढ़ाना हो आदि। साथ ही तेजस्वी ने कहा कि ''बिहार में अभी खेला होना बाकी है।

तेज प्रताप यादव ने लिखी कविता

वहीं लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने भी एक्स पर पोस्ट करके अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने एक्स पर एक कविता लिखी है, इसमें उन्होंने 'भाव' शब्द के जरिए नीतीश कुमार के 'मूल्यों' और उनके 'विचारों' के बात की है। तेज प्रताप यादव ने एक्स पर लिखा है-

जब भाव न जागा भावों में, 

उस भावों का कोई भाव नहीं,

ऐसी भावों का कोई स्थान नहीं,

जिनका भाव नहीं अपनों की भावों में,

कहाँ रखी है भाव तेरी, जिनका ख़्याल तेरी भावों में,

बस सत्ता का ख़्याल है तेरी भावों में,

अपनों के भावों का क्या हुआ। 

तेरा अंत होगा और अंत होगा तेरी भावों का, कोई स्थान नहीं होगा तेरा, जब बात होगी तेरी भावों का॥

रोहिणी आचार्य ने कूड़े से की तुलना

इनके अलावा लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है। रोहिणी आचार्य ने कचरे वाली गाड़ी की एक तस्वीर के साथ लिखा है कि 'कूड़ा गया फिर से कूड़ेदानी में, कूड़ा-मंडली को बदबूदार कूड़ा मुबारक'। रोहिणी आचार्य के इस पोस्ट का भी सीधा संबंध नीतीश कुमार के इस्तीफे से एनडीए में शामिल होने के साथ लगाया जा रहा है।