सिमरिया गंगा तट पर जलाए गए 1 लाख दीप:गिरिराज सिंह बोले- अब जाएंगे काशी और मथुरा, 500 वर्षों के तप और संघर्ष का परिणाम है
अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हो गई। जिसका उत्सव पूरे देश में मनाया जा रहा है। इसकी धूम बेगूसराय में भी देखने को मिल रही है। राम भक्तों ने सिमरिया गंगा तट पर एक लाख दीए जलाए। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में भगवान श्री रामलला प्राण प्रतिष्ठापन यज्ञ से पूरे दुनिया में सनातन धर्म के पुनर्जागरण का काम हुआ है। आज राजनीतिक बात नहीं कर रहा हूं। कुछ लोग कह रहे थे कि पीएम नरेंद्र मोदी को प्रतिष्ठापन के कार्य में भाग नहीं लेना चाहिए। इस संबंध में सिर्फ सोचने के लिए कह रहा हूं कि पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रतिष्ठापन के लिए स्वयं कितना कठोर तप और अनुष्ठान किया है।
गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि जरा इस पर भी विचार कीजिए। कांग्रेस चाहती तो आजादी के तुरंत बाद मंदिर बन जाती। आज अयोध्या में श्रीराम मंदिर बना है तो लाखों हिंदुओं के सैकड़ों वर्षों के संघर्ष का परिणाम है। भगवान श्रीराम से प्रार्थना है कि वे काशी और मथुरा तक यह लीला दिखाएं। जिससे फिर कोई बाबर विध्वंस के लिए यहां नहीं पहुंच सके। अब हम काशी और मथुरा जाएंगे।
वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गंगा समग्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार सिंह उर्फ लल्लू बाबू ने कहा कि अयोध्या में रामलला का मंदिर 500 वर्षों के तप और संघर्ष का परिणाम है। हिन्दू जागरण देखकर वे रोमांचित हैं। उनका रोम-रोम पुलकित है।
गंगा समग्र के उत्तर बिहार प्रांत संयोजक सह एमएलसी सर्वेश कुमार ने कहा कि मां जानकी की कृपा से आज एक लाख दीप प्रज्ज्वलित करने का काम संपन्न हुआ है। उन्होंने मां गंगा, मां जानकी व प्रभु श्रीराम से सबके कल्याण के लिए प्रार्थना की।
बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
Jan 22 2024, 21:26