/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs1/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs4/1496033543160754.png/home/streetbuzz1/public_html/ajaydev/system/../storage/avatars/thumbs5/1496033543160754.png StreetBuzz जदयू को लगा बड़ा झटका, वरिष्ठ नेता डॉ. सुनील कुमार ने पार्टी छोड़ने का किया एलान Patna
जदयू को लगा बड़ा झटका, वरिष्ठ नेता डॉ. सुनील कुमार ने पार्टी छोड़ने का किया एलान

डेस्क : जदयू को आज बड़ा झटका लगा है। जदयू के वरिष्ठ नेता डॉ सुनील कुमार ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर जदयू से इस्तीफा देने सम्बंधी पोस्ट में लिखा है, ‘ॐ, श्री गणेशाय नमः।।आज पूरा भारतवर्ष राममय है। जय श्री राम के उद्घोष से, गीत-संगीत से सर्वत्र हर्षोल्लास है। जिनके नाम के जयकारे मात्र से हम भारतवासी स्वयं को धन्य अनुभव कर रहे है। मैं अकिंचन भी उन प्रभु श्री राम के समक्ष नतमस्तक हूँ। 

आज के पावन दिन प्रभु श्री राम जी के आदर्शों का अनुसरण करते हुए प्रभु श्री राम जी के आदेश से मैं अपनी जदयू की प्राथमिक सदस्यता एवं प्रवक्ता पद से त्यागपत्र को सार्वजनिक करता हूँ। आगे कर्तव्य पथ का दिशा निर्देश प्रभु श्री राम करेंगे। जय श्री राम !’ 

वहीं जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा को भेजे इस्तीफा में डॉ सुनील ने लिखा है। ‘मैं डॉ. सुनील कुमार सिंह व्यक्तिगत कारण से पार्टी की प्राथमिक सदस्यता के साथ प्रदेश प्रवक्ता के पद से इस्तीफा देता हूं। पार्टी के सर्वमान्य नेता मुख्यमंत्री बिहार, श्री नीतीश कुमार जी, बिहार प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा जी, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री आरसीपी सिंह जी, पूर्व बिहार प्रदेश अध्यक्ष श्री बशिष्ठ नारायण सिंह जी (दादा) के मार्गदर्शन में काम करने का और बहुत कुछ सीखने का मौका मिला। 

कोविड 19 जैसे विषम काल के समय चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते पार्टी के बैनर तले समाज सेवा करने का मौका मिला। टीकाकरण शिविर, जागरूकता अभियान, निःशुल्क टेली कंसल्टेशन, वेबिनार, जागरूकता रथ सहित अनको काम किया जिस से राज्य की जनता को लाभ मिला। पार्टी के बैनर तले इस पुनीत कार्य को हम कभी भूल नहीं सकते। पार्टी के सभी प्रवक्ता गण, नेता और कार्यकर्ता का प्यार और साथ देने के लिय शुक्रिया। पार्टी के विभिन्न पदों पर रह कर काम किया, मेरे लिए सुखद अनुभव रहा।‘

आरा गार्डन रेजीडेंसेज सोसायटी, पटना में श्री राम मंदिर का हुआ उद्घाटन

पटना : आज, जैसे आकाश में तारे जगमगाते हैं, वैसे ही भारतीय इतिहास में यह दिन चमक रहा है। अयोध्या में श्री राम मंदिर के भव्य उद्घाटन की धूम पटना के आरा गार्डन रेजीडेंसेज सोसायटी तक पहुँची है, जहाँ हर दिल इस ऐतिहासिक घटना के साथ धड़क रहा है।

सुबह की पहली किरण के साथ, सोसायटी में अखंड हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ आरंभ हुआ, जिसमें छोटे-बड़े, सभी ने अपनी आस्था और भक्ति की गहराई को प्रदर्शित किया। इस्कॉन पटना की टीम द्वारा प्रस्तुत कीर्तन ने वातावरण को भक्ति और शांति से भर दिया।

जैसे ही सूरज ढला, सोसायटी ने 5100 दीपकों के साथ एक भव्य दीपोत्सव का आयोजन किया, जिसने पूरे आसमान को उम्मीद और उत्साह से रोशन कर दिया। हर दीपक एक संदेश लेकर आया - उम्मीद की किरण और अंधेरे में प्रकाश का वादा।

सोसायटी के सचिव, डॉ. दयानिधि ने उम्मीद और एकता के संदेश के साथ सभी का अभिवादन किया, "आज का दिन इतिहासिक और आनंदमय है क्योंकि हम अयोध्या में श्री राम मंदिर के भव्य उद्घाटन के साक्षी बन रहे हैं। यह मंदिर केवल हमारे आस्था का प्रतीक ही नहीं, बल्कि एकता, सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक गौरव का प्रकाश स्तंभ भी है। आइए, इस महत्वपूर्ण अवसर को मनाएं, और प्रेम, शांति और भक्ति के मूल्यों को साझा करें जो भगवान राम द्वारा प्रतिपादित हैं। महात्मा गांधी के ‘राम राज्य’ के सपने की ओर एक कदम और बढ़ते हुए, हम एक ऐसे भारत की आशा करते हैं जहां हर कोई शांति और सद्भावना के साथ रहे।

यह उत्सव न केवल एक सांस्कृतिक जश्न है, बल्कि एक नई आशा, एक नई दिशा की ओर एक कदम है। आरा गार्डन रेजीडेंसेज सोसायटी में मनाया गया यह उत्सव हम सभी को एकजुट करता है, और हमें एक बेहतर कल की ओर ले जाता है।

इस पूरे उत्सव के आयोजन में सोसायटी के सदस्यों जैसे श्रीमती अरुणा सिंह, श्री ओमप्रकाश ब्याहुत, श्रीमती पद्मिनी, श्रीमती प्रभा, श्री बसु तेहलानी, श्री अरविंद सिंह, श्रीमती निताशा गर्ग, श्रीमती पूनम खंडेलवाल, अध्यक्ष श्री कामेश्वर सिंह और सोसायटी के सुपरवाईजर दुष्यंत कुमार का महत्वपूर्ण योगदान रहा, जिन्होंने सक्रिय रूप से पूरे आयोजन को संभाला।

पटना से मनीष प्रसाद

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने तोड़ा 11 दिन का उपवास,

#pm_modi_broke_his_11_day_fast

अयोध्या राम मंदिर का उदघाटन हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी समेत संत समाज की उपस्थिति में रामलला के श्रीविग्रह की प्राण प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक अनुष्ठान संपन्न हो चुका है। इस दौरान गर्भ गृह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत की उपस्थिति में यह अनुष्ठान पुरा हुआ है। जैसे ही अनुष्ठान पूरा हुआ पीएम मोदी ने अपना उपवास तोड़ा। महंत गोविन्द देव गिरि ने उनका उपवास तोड़ा है।

आपको बता दें कि राम लला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पीएम मोदी यम नियमों का पालन कर रहे थे। जिसके तहत वो 11 दिनों के विशेष अनुष्ठान पर थे। अपने विशेष अनुष्ठान के तहत पीएम मोदी यम-नियम का कठोरता से पालन कर रहे थे। पीएम प्राण प्रतिष्ठा के यजमान के अति आवश्यक नियमों का विशेष ध्यान रख रहे थे। फर्श पर सोते थे, आहार सिर्फ नारियल पानी 12 जनवरी से शुरू हुए उनके यम-नियम अनुष्ठान अब पूरा हो चुका है। ऐसे में इन 11 दिनों तक पीएम मोदी ने अन्न नहीं खाया। यह नियम कठोर तपस्या के समान होते हैं, जिसके तहत पीएम मोदी उपवास पर थे और वो सिर्फ दिन में 2 बार नारियल पानी ही पीते थे। साथ ही जमीन पर फर्श पर सोते थे।

राम मंदिर के गर्भगृह में रामलला विराजमान हो गए हैं। प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान में पीएम नरेंद्र मोदी, संघ प्रमुख भागवत, और सीएम योगी आदित्यनाथ यजमान बने हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की। इस भव्य और दिव्य समारोह का साक्षी पूरा देश बना। इस दौरान अयोध्या में समारोह स्थल पर बॉलीवुड, क्रिकेट और उद्योग जगत के साथ तमाम सेक्टर्स से जुड़े दिग्गज मौजूद रहे. इस पल को देश दुनिया भर से लोगों ने लाइव देखा है।

सदियों की प्रतिक्षा के बाद हमारे राम आ गए, प्राण प्रतिष्ठा के बाद बोले पीएम मोदी

#ayodhyarammandiropeningpran_pratishat

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पूरी हो गई है। इसी के साथ रामभक्तों का 500 साल का लंबा इंतजार खत्म हो गया है।रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने समारोह में मौजूद लोगों को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि सदियों के इंतजार के बाद हमारे प्रभु राम आ गए हैं। वो अब टेंट में नहीं रहेंगे। वो भव्य मंदिर में रहेंगे।पीएम मोदी ने कहा कि गर्भगृह में साक्षी बनकर आपके सामने खड़ा हूं। ये क्षण आलौकिक है। उन्होंने कहा कि ये क्षण पवित्र है। प्रभु राम का हम सबपर आर्शीवाद है।

पीएम मोदी ने कहा कि यह सामान्य समय नहीं है। यह काल के चक्र पर सर्वकालिक स्याही से अंकित हो रही अमिट स्मृति रेखाएं हैं। साथियों हम सब जानते हैं कि जहां राम का काम होता है, वहां पवनपुत्र हनुमान अवश्य विराजमान होते हैं। मैं रामभक्त हनुमान को प्रणाम करता हूं। मैं माता जानकी, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न को प्रणाम करता हूं। मैं सबको प्रणाम करता हूं। मैं इस पल दैवीय अनुभव कर रहा हूं। वे दिव्य आत्माएं, वे दैवीय विभूतियां भी हमारे आसपास उपस्थित हैं। मैं इन सबको नमन करता हूं। मैं प्रभु श्रीराम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, हमारे त्याग और तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य नहीं कर पाए।

हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की चर्चा करेंगे-पीएम मोदी

अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से हजार साल बाद भी लोग आज की इस तारीख की, आज के इस पल की चर्चा करेंगे। ये कितनी बड़ी राम कृपा है कि हम सब इस पल को जी रहे हैं और इसे साक्षात घटित होते देख रहे हैं। मैं आज प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं। हमारे पुरुषार्थ, त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य कर नहीं पाए। आज वह कमी पूरी हुई है। मुझे विश्वास है कि प्रभु श्री राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे।

अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा-पीएम मोदी

लंबे वियोग से आई आपत्ति का अंत हो गया। त्रेता युग में तो वह वियोग केवल 14 वर्षों का था, तब भी इतना असह्य था। इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ों वर्षों का वियोग सहा है। हमारी कई-कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है। भारत के तो संविधान की पहली प्रति में भगवान राम विराजमान है। संविधान के अस्तित्व में आने के बाद भी दशकों तक प्रभु राम के अस्तित्व को लेकर कानूनी लड़ाई चली। मैं भारत की न्यायपालिका का आभार व्यक्त करूंगा, जिसने न्याय की लाज रख ली। न्याय के पर्याय प्रभु राम का मंदिर भी न्यायबद्ध तरीके से ही बना।

अयोध्या में आज रामलाल विराजमान, पूरे देश मे उत्सव


पटना : अयोध्या में आज रामलाल विराजमान हुए प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम हुआ देश भर में आस्था का सैलाब उमर पड़ा है। 

राजधानी पटना में भी कई मंदिरों में इस अवसर पर पूजा पाठ किया गया। 

राजधानी के गर्दनीबाग ठाकुरबाड़ी में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी पहुंचे। भाजपा नेता रणवीर नंदन पूजा में और प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल हुए।

 वहीं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि 500 सालों का इंतजार खत्म हुआ और भगवान राम अपने घर में विराजमान हुए। लोगों को उत्सव के रूप में से मनाना चाहिए।

पटना से मनीष प्रसाद

*राम मंदिर आंदोलन की वो दो नायिकाएं, प्राण प्रतिष्ठा समारोह में मिलीं तो गले लगकर रो पड़ी, जानें आंसू के पीछे की कहानी

#sadhvi_ritambhara_get_emotional_after_she_hugged_uma_bharti

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई है। रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं। आज के दिन का सपना देश के लाखों लोगों ने देखा था। इसके लिए एक लंबी लड़ाई लड़ी गई। राम मंदिर आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाने वाले लोग इस दौरान श्रीरामलला की धरती पर मौजूद हैं। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती भी पहुंची हैं। साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती ने अपने सपने को भव्य राम मंदिर के रूप में साकार होता देख अपने आंसू नहीं रोक पाई और दोनों एक दूसरे को गले लगकर खूब रोईं। दोनों की तस्वीरें सामने आईं हैं। 

आज अयोध्या में राम मंदिर परिसर के भीतर जब उमा भारती और साध्‍वी ऋतंभरा ने एक दूसरे से मुलाकात की तो यह पल भावुक कर देने वाला था। साध्‍वी ऋतंभरा और उमा भारती ने एक दूसरे को गले लगाया। इस दौरान साध्‍वी ऋतंभरा रोने लगीं।90 के दशक में दोनों ने राम मंदिर आंदोलन को एक अलग स्वरूप दिया था। राम के मुद्दे को घर-घर तक पहुंचने में दोनों की बड़ी भूमिका थी।  

राम मंदिर के लिए जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तारी देने की बात हो या फिर कारसेवा करने का काम रहा हो, दोनों साध्‍वी पीछे नहीं रहीं।6 दिसंबर 1992 को जब अयोध्या में लाखों कारसेवक पहुंचे थे तो उनके बीच साध्वी ऋतंभरा और उमा भारती के भाषणों का प्रभाव था। लोग बार- बार उग्र हो गए। लाखों कारसेवक जब उग्र हो गए। लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, अशोक सिंघल जब कारसेवकों को नियंत्रित करने में विफल हो गए। उस समय उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा और आचार्य धर्मेंद्र ने मंच से कारसेवकों को कंट्रोल किया। 

राम मंदिर आंदोलन के दौरान उमा भारती और साध्वी ऋतंभरा के भाषणों ने अलग माहौल बनाया। दोनों नेताओं के भाषण के ऑडियो कैसेट उस समय बनाए जाते थे। हिंदू वर्ग के बीच इन कैसेटों को बांटा जाता था। विश्व हिंदू परिषद, आरएसएस और भाजपा के कार्यकर्ता गुपचुप तरीके से इन कैसेटों को लोगों को पहुंचाते थे। उनके भाषणों का ऐसा प्रभाव था, जिसने हिंदुओं को राम के प्रति आकर्षित किया। लोगों में राम मंदिर निर्माण को लेकर एक अलग भावना पैदा हुई।

खत्म हुआ 500 सालों का इंतजार, गर्भगृह में विराजे राम, पीएम मोदी ने की प्राण प्रतिष्ठा

#ram_mandir_pran_pratishtha

आज अयोध्या में करीब 500 सालों का लंबा इंतजार खत्म हो गया। भगवान रामलला अपने भव्य मंदिर में विराज चुके हैं। अभिजीत मुहूर्त में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई है। 84 सेकंड के मुहूर्त में पीएम मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की।

प्राण प्रतिष्ठा के दौरान गर्भगृह में पीएम मोदी, आरएसएस भागवत, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पाटिल मौजूद रहे।

रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में नहीं जाएंगे आडवाणी, खराब मौसम बनी वजह

#lkadvaniwillnotgotoayodhyainramlallapran_pratishtha

बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेने के लिए अयोध्या नहीं जाएंगे।उन्हें रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता दिया गया था लेकिन मौसम खराब होने की वजह से आडवाणी इस समारोह में भाग नहीं लेंगे। 96 साल के लालकृष्ण आडवाणी की सेहत को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक के पदाधिकारी कृष्ण गोपाल, रामलाल और आलोक कुमार ने लालकृष्ण आडवाणी को उनके घर जाकर रामलला की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता दिया था। तब आयोजकों ने कहा था कि आडवाणी को हर जरूरी मेडिकल सुविधा मुहैया कराई जाएगी। हालांकि, उत्तर प्रदेश में मौसम खराब है और कम तापमान को देखते हुए उनका अयोध्या दौरा कैंसिल कर दिया गया है।

चंपत राय ने किया था अनुरोध

राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने एल.के. आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से पहले महीने मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह में शामिल नहीं होने का अनुरोध किया गया था। उन्होंने कहा था, दोनों परिवार के बुजुर्ग हैं और उनकी उम्र और स्वास्थ्य को देखते हुए उनसे न आने का अनुरोध किया गया है, जिसे दोनों ने स्वीकार कर लिया। चंपत राय ने कहा था कि स्वास्थ्य और उम्र संबंधी कारणों से आडवाणी और जोशी अभिषेक समारोह में शामिल नहीं हो सकते हैं।. आडवाणी अब 96 साल के हैं और जोशी अगले महीने 90 साल के हो जाएंगे।

राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी नेताओं में हैं आडवाणी

बता दें कि लालकृष्ण आडवाणी राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी नेताओं में शामिल रहे हैं। उन्होंने राम जन्मभूमि पर मंदिर निर्माण को लेकर बहुचर्चित रथयात्रा निकाली थी। उनकी मौजूजगी में ही अयोध्या में 6 दिसंबर 1992 को कारसेवकों ने विवादित ढांचा गिरा दिया था।

आज राजधानी पटना की बदली रहेगी यातायात व्यवस्था, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : आज देश के लिए बड़ा दिन है। अयोध्या में एकबार फिर भगवान श्रीराम का आगमन होने जा रहा है। अयोध्या के नवनिर्मित मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा देश राममय हो गया है। अयोध्या में बड़ी संख्या में लोग श्री राम की प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने के लिए पहुंच गए है।

इसी कड़ी में राजधानी पटना में भी कई कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जिसे देखते हुए पटना के यातायात व्यवस्था में बदलाव किया गया है। पटना के डागबंगला चौराहा व खाजपुरा स्थित शिव मंदिर में दीपोत्सव कार्यक्रम को देखते हुए सोमवार को कई जगहों पर यातायात डायवर्ट रहेगा। सुबह 10 बजे से ही कोतवाली टी से डाकबंगला चौराहा की ओर गाड़ियां नहीं जाएंगी। जीपीओ से इस्कॉन मंदिर जाने वाले ई-रिक्शा व ऑटो को अदालतगंज ईस्ट से वेस्ट भेज दिए जाएंगे। कार्यक्रम समाप्ति के बाद यातायात शुरू होगा।

खाजपुरा में दबाव बढ़ने पर डुमरा टीओपी से हवाई अड्डा डायवर्ट किया जाएगा। ट्रैफिक एसपी पूरन कुमार झा ने बताया कि कार्यक्रम में कोई व्यवधान ना हो इसको लेकर यातायात परिवर्तन किया गया है। कोतवाली टी से जंक्शन जाने वाले वाहन जीपीओ गोलंबर व भोल्टास मोड़ से डाकबंगला जाने वाले वाहन विद्यापति मार्ग-बुद्धमार्ग होते हुए गांधी मैदान की ओर भेजे जाएंगे।

पटना जंक्शन से डाकबंगला जाने वाले वाहन पूरब गोरियाटोली एवं पश्चिम जीपीओ गोलम्बर की ओर वाहनों का परिचालन कराया जायेगा। भट्टाचार्या चौराहा से गोरियाटोली की ओर, जमाल रोड उत्तर से जमाल रोड, एसपी वर्मा रोड से डाकबंगला वाले वाहनों को जमाल रोड व स्वामीनन्दन तिराहा से जाने वाले वाहनों को एसपी वर्मा रोड भेजा जाएगा। जीपीओ गोलम्बर से कोतवाली और आर ब्लॉक से आयकर गोलम्बर की ओर व्यासायिक वाहन नहीं चलेंगे। यहां से हार्डिंग रोड या जीपीओ की ओर डायवर्ट कर दिया जायेगा।

पटना में ठंड का कहर जारी, नर्सरी से लेकर 8वीं तक सभी स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र और कोचिंग संस्थान बंद

डेस्क : पिछले कई दिनों से राजधानी पटना सहित पूरा प्रदेश भीषण ठंड की चपेट में है। कड़कड़ाती ठंड ने पूरा जन-जीवन अस्तवयस्त कर डाला है। पछुआ के कारण लोगों को कनकनी का एहसास हो रहा है। मौसम विभाग की ओर से राजधानी पटना सहित दक्षिण बिहार में आज सोमवार को शीतलहर का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। 

इधर भीषण ठंड को देखते हुए पटना के जिला दंडाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने नर्सरी से आठवीं तक की कक्षाएं 23 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया है। यह प्रतिबंध आंगनबाड़ी केंद्र और कोचिंग संस्थानों पर भी लागू रहेगा।

डीएम ने कहा कि ठंड से बच्चों के स्वास्थ्य पर असर पड़ने की आशंका है। इसीलिए दंड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा-144 के तहत सभी निजी और सरकारी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया जाता है। नौवीं से ऊपर की कक्षाएं सुबह नौ बजे से 3.30 बजे तक चलेंगी। 

डीएम ने एसएसपी, सभी एसडीएम, डीईओ, बीडीओ और थानाध्यक्षों को निगरानी का आदेश दिया है। इससे पहले कड़ाके की ठंड को देखते हुए डीएम ने आठवीं तक के स्कूल 20 जनवरी तक बंद रखने का आदेश जारी किया था।