*आजमगढ़ : संयुक्त किसान मोर्चा की हुई बैठक, विभिन्न समस्याओं पर हुआ विचार*
कृष्ण मोहन उपाध्याय
निजामाबाद (आजमगढ़)। संयुक्त किसान मोर्चा, आजमगढ़ के तत्वावधान में विभिन्न किसान संगठनों क्रांतिकारी किसान यूनियन,अखिल भारतीय किसान सभा, अखिल भारतीय किसान महासभा, किसान संग्राम समिति, संयुक्त किसान मजदूर संघ,किसान मंच आदि के किसान नेताओं की आवश्यक बैठक अमर शहीद कुंवर सिंह उद्यान में हुई।
वक्ताओं ने केंद्र में सत्तारूढ़ मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों को निशाना बनाते हुए कहा कि मोदी सरकार किसानों की आय दुगना करने के नाम पर सालों से किसानों को जुमला दे रहे हैं। आय बढ़ना तो दूर की बात खेती करना भी मुश्किल होता जा रहा है। मोदी सरकार ने खाद (यूरिया, डीएपी आदि) में सब्सिडी लगातार कम किया है जिसके कारण ये महंगे हो गए हैं,इधर खाद का वजन भी घटाकर कम कीमत का झांसा देकर लूट जायज बना रही है।
आज तक सरकार ने अधिकांश फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य तय नहीं किया। किसान-विरोधी कानून पारित करके किसानों का पेट काटके कॉपरिट घरानों व कंपनियों को फायेदा पहुंचाने की पूरी तैयारी में है। मोदी की नीति से किसानों की जमीन को ठेका पर कंपनियों को देना आसान हो जाएगा।
ऐतिहासिक किसान आंदोलन से लिखित वादा पूरा करने के बजाय वादाखिलाफी करने की निंदा करते हुए कहा कि इसीलिए संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा देश भर में किसान जन जागरूकता अभियान चलाने का आह्वान किया है।
सरकार किसान-मजदूर, महिला उत्पीड़न, बढ़ती बेरोजगारी, बेलगाम महंगाई सभी एजेंडे पर फेल हो चुकी है,इन सभी मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने के लिए साम्प्रदायिक एजेंडे को पूरा करने में अपनी व्यस्तता दिखा रही है।
विभिन्न नाम से भूमि अधिग्रहण के द्वारा किसानों की जमीन हड़पकर निजी कंपनियों, कार्पोरेट घरानों को सौंपने की ताक में है।
बैठक में रामनयन यादव, दुखहरन राम, रामराज, रामकुमार यादव, विनोद सिंह, वेदप्रकाश उपाध्याय, दानबहादुर मौर्य, सूरज पाल, आदि मौजूद रहे।बैठक की अध्यक्षता का. रामराज और संचालन राजेश आज़ाद ने की।
Jan 09 2024, 17:03