क्रिया योग की ज्ञान देने वाले परमहंस योगानन्द की 131वी जयंती, लोगो में हर्षोल्लास
आज 5 जनवरी को पूरी दुनिया परमहंस योगानंद को उनकी जयंती पर याद कर रही है। आज के ही दिन 1893 को उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर में उनका जन्म बालमुकुंद पुरुष के रूप में हुआ था। एक रेल अधिकारी के घर जन्मे परमहंस योगानंद अपनी कार्यों से भारत ही नहीं पूरी दुनिया में क्रिया योग की पद्धति को फैलाया। जिससे पूरी दुनिया में पूजित हो गए। योगानंद जी को पश्चिम के देशों में क्रिया योग का पितामह भी कहा जाता है।
परमहंस योगानन्द के 131वें जयंती के पावन अवसर पर उनकी संस्था, योगदा सत्संग सोसाइटी ऑफ़ इण्डिया (वाईएसएस), द्वारा योगदा सत्संग आत्म-साक्षात्कार पाठमाला के नए संस्करण के हिन्दी अनुवाद का विमोचन किया जाएगा। उनके जन्मोत्सव पर यह विमोचन नोएडा के आश्रम से किया जा रहा है।
रांची में भी परमहंस योगानन्द कि जन्मोत्सव पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। हवन अनुष्ठान किया गया उसके बाद भक्तो के बीच प्रसाद वितरण किया गया। हमने जब यहां आए भक्त से बात की उन्होंने अपनी व्यथा बताई। कि किस तरह आज शिक्षा तो हर कोई पा सकता है। लेकिन उन्होंने आधुनिक युग के लोगों के सामने योग का वैज्ञानिक स्वरूप व्यक्त किया। क्रिया योग के ज्ञान से क्रियात्मक ज्ञान के साथ-साथ आध्यात्मिक ज्ञान भी प्राप्त कर सकते हैं। परमहंस योगानन्द आध्यात्मिक गुरू, योगी और संत थे।
Jan 05 2024, 21:47