जीवन हरियाली अभियान के नाम पर हो रही हज़ारों करोड़ की लूट, योजना बना खजाना खाली करने का जरिया : नेता प्रतिपक्ष
डेस्क : बिहार विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने सीएम के ड्रीम अभियान जल-जीवन-हरियाली में बड़ा लूट होने का आरोप का लगाया है। उन्होंने जल-जीवन-हरियाली दिवस के अवसर पर कार्यक्रम में जारी आंकड़ों को फर्जी बताते हुए दावा किया है कि ये आंकड़े कागज़ में ही सीमित है। धरातल पर जाँच करने पर फर्जीवाड़ा उजागर हो जायेगा।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि 2 अक्टूबर 2019 को शुरू जल-जीवन-हरियाली योजना में 31 मार्च 2022 तक 24524 करोड़ रूपया व्यय हो चुका है। पुन: 2022 से 2025 तक के लिए 12568.97 करोड़ का आवंटन हुआ, जिसमें से खर्च जारी है। इस 37 हज़ार करोड़ की विशाल राशि का अपव्यय और लूट के बजाय यदि सभी जिलों में 100-100 करोड़ दे दिया जाता तो विद्यालय के भवन और कमरे बन जाते। मात्र 3800 करोड़ लगता जो इस योजना में लग रही राशि का मात्र 10 प्रतिशत है। इसी तरह सरकारी अस्पताल का भी विकास किया जा सकता था।
उन्होंने कहा कि 1.15 लाख तालाब व आहर का जीर्णोधार का दावा असत्य है। इसी प्रकार 13647 सरकारी भवनों में छत पर वर्षा जल संचयन का कार्य की सूचना दी गई है। हमारा सुझाव है कि श्रवण बाबु सभी भवनों को गिनवा ले। सच-झूठ का पता चल जाएगा। महात्मा गांधी के जन्म दिन 2 अक्टूबर को यह योजना शुरू की गई और ये लोग गांधी जी का नाम भी बदनाम कर रहे हैं।
विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि इस योजना में 15 विभाग लगे हुए हैं। सभी प्रभारी पदाधिकारी अकूत संपति अर्जित कर लिए हैं। खुद डकारने के बाद उपर मंत्री तक ये राशि वितरण करते हैं। मंत्री एवं प्रभारी अधिकारियों की संपति की जाँच करने पर इसका खुलासा हो जायेगा। सिन्हा ने कहा कि 17 माह पूर्व महागठबंधन सरकार के अस्तित्व में आने पर लूट की छूट मिल गयी है। अब इन्हें न तो पकड़े जाने का डर है न ही ये वरीय पदाधिकारियों के वश में है। भाजपा की सरकार बनने पर इसकी जाँच करायी जायेगी।
Jan 03 2024, 20:34