बिरसा मुंडा के विचारधारा पर आदिवासियों को एक मंच पर लाने का बंधु तिर्की का प्रयास
झारखंड में गोडसे और सावरकर का विचारधारा नही चलेगा, चलेगा - बंधु तिर्की
रांची : झारखंड के पूर्व शिक्षा मंत्री बंधु तुर्की एक बार फिर आदिवासियों को एक मंच पर लाने की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने आगामी 4 फरवरी 2024 को आदिवासी एकता महारैली का ऐलान किया है। रांची में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड में विखंडित हो रहे आदिवासियों को एकजुट करना बेहद जरूरी है।
बता दे कि पिछले दिनों जनजाति रक्षा मंच के बैनर तले उलगुलान डिलिस्टिंग रैली का आयोजन किया गया था। जिसे बंधु तिर्की ने सिरे से नकारते हुए कहा कि यह सीधे तौर पर यहां के आदिवासियों मूलवासियों को भ्रमित करने का रैली था। इस रैली में सिर्फ जातिवाद ही मुख्य उद्देश्य रहा। उन्होंने आयोजकों से सवाल करते हुए कहा कि क्या धर्म और जाति के नाम पर ही आरक्षण मिलेगा, यह उन्हें जवाब देना चाहिए। बन्धु तिर्की ने कहा कि सरकार किसी एक जाति धर्म का नहीं, राज्य का मुखिया होता है और सभी उसके लिए बराबर । इसलिए ऐसे लोग जाति धर्म विशेष के नाम पर झारखंड के आदिवासी मूलवासियों को दिगभ्रमित करने का काम ना करें।
Dec 27 2023, 20:53