*सेंट थॉमस स्कूल खलीलाबाद में 'पैरेंट्स डे' का हुआ भव्य आयोजन*
दिलीप उपाध्याय
खलीलाबाद- संत कबीर नगर मुख्यालय स्थित प्रतिष्ठित विद्यालय सेंट थॉमस स्कूल खलीलाबाद में पैरेंट्स डे' का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्क्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री शैलेश कुमार दूबे जी उपजिलाधिकारी, खलीलाबाद, संत कबीर नगर, कार्यक्रम के अध्यक्ष कैथोलिक डायसिस गोरखपुर के श्रद्धेय बिशप डा. मैथ्यू निलीकुन्नेल जी, विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री जगत जायसवाल जी चेयरमैन नगरपालिका परिषद संत कबीर नगर, श्री संदीप चौधरी जी जिला विद्यालय निरीक्षक संत कबीर नगर, श्रद्धेय फादर जेरोम सेक्रेटरी कैथोलिक डायसिस गोरखपुर एजुकेशन सोसाइटी, श्रद्धेय फ़ादर जोशी वेट्टिकल प्रबंधक सेंट थॉमस स्कूल, डा. रामानुज कन्नौजिया मुख्य चिकित्साधिकारी संत कबीर नगर, श्रद्धेय प्राचार्य फादर सिबी जोसेफ जी, श्रद्धेय उपप्रधानाचार्य फादर जार्ज केरिवेप्पिल जी तथा कैथोलिक डायसिस गोरखपुर से संबंधित विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य, सिस्टर्स सम्मिलित हुईं तथा छात्रों का उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम में शिरकत करने वाले मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि गणों तथा अन्य महत्वपूर्ण अतिथियों का विद्यालय के मुख्य प्रवेश द्वार से ही स्कूल बैंड के साथ स्वागत करते हुए पांडाल तक लाया गया।
मंच का संचालन कर रही शिक्षिका शिंता आगस्टीन, नीलम पाल व गरिमा शुक्ला ने अपने मधुर वचनों से मुख्य अतिथि, कार्यक्रम के अध्यक्ष, विशिष्ट अतिथि गणों एवं उपस्थित समस्त गणमान्य लोगों का आभार व्यक्त किया तथा 'पैरेंट्स डे' कार्यक्रम की संक्षिप्त रूपरेखा प्रस्तुत की। इसके बाद मंच संचालिकाओं ने कार्यक्रम के सम्मानित मुख्य अतिथि, कार्यक्रम के अध्यक्ष, विशिष्ट अतिथिगणों, श्रद्धेय प्राचार्य जी, श्रद्धेय उपप्रधानाचार्य जी को दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ करने का आग्रह किया, जिसके बाद मुख्य अतिथि, कार्यक्रम के अध्यक्ष, विशिष्ट अतिथि गण एवं विद्यालय के श्रद्धेय प्राचार्य ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत की। इसके बाद छात्रों ने प्रार्थना नृत्य प्रस्तुत किया, जिसके बाद उपस्थित लोगों ने जोरदार तालियों से छात्रों का उत्साहवर्धन किया।
कार्यक्रम के अगले चरण में श्रद्धेय प्राचार्य फ़ादर सिबी जोसेफ जी ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री शैलेश कुमार दूबे जी उपजिलाधिकारी, खलीलाबाद, संत कबीर नगर, विशिष्ट अतिथि गणों, श्रद्धेय बिशप डा. मैथ्यू निलीकुन्नेल जी तथा अन्य समानित गणमान्य अतिथियों को पुष्पगुच्छ तथा बैज देकर का स्वागत व अभिनंदन किया तथा अपना बहुमूल्य समय निकालकर कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज कराने के लिए आभार व्यक्त किया।
श्रद्धेय प्राचार्य ने अपने स्वागत संबोधन में आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, विशिष्ट अतिथि गणों, कार्यक्रम के अध्यक्ष श्रद्धेय बिशप जी तथा अन्य सम्मानित गणमान्य अतिथियों का उनकी गरिमामयी उपस्थिति के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सेंट थॉमस स्कूल खलीलाबाद की स्थापना वर्ष 1987 में हुई थी। यह विद्यालय सी.आई.एस.सी.ई बोर्ड से सम्बद्ध है। विद्यालय की शुरुआत मात्र 20 छात्रों व दो शिक्षकोंके साथ की गई थी। इस जनपद की जनता व अभिभावकों की अपेक्षाओं पर खरा उत्तरते हुए विद्यालय ने उत्तरोत्तर प्रगति की है। आज इस विद्यालय में लगभग 2700 छात्र/छात्राएँ, 120 शिक्षक तथा 50 से ज्यादा सहायक कर्मचारियों की संख्या पहुँच गई है। विद्यालय में अत्याधुनिक विज्ञान व कंप्यूटर प्रयोगशालाएँ हैं। अत्याधुनिक तकनीक की सहायता से शिक्षा प्रदान करते हुए विद्यालय ने शिक्षा के क्षेत्र में एक उदाहरण स्थापित किया है। इस विद्यालय से शिक्षा प्राप्त छात्र/छात्राएँ विभिन्न क्षेत्रों में जाकर विद्यालय, परिवार व जनपद का नाम रोशन कर रहे हैं। उन्होंने उपस्थित अभिभावकों को आश्वस्त किया कि आगे भी विद्यालय गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के साथ ही साथ छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए कटिबद्ध है। आज के बच्चे कल के भारत का निर्माण करेंगे इसलिए ये जरूरी है की उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य तथा कल्याण पर विशेष ध्यान दिया जाए। हम जितने बेहतर तरीके से बच्चों की देखभाल करेंगे राष्ट्र निर्माण भी उतना ही बेहतर होगा। बच्चे राष्ट्र की बहुमूल्य संपत्ति होने के साथ ही भविष्य और कल की उम्मीद हैं, उन्हें उचित देखरेख और प्यार मिलना चाहिए। राष्ट्र के भविष्य के कर्णधारों में सद्गुणों के बीज बोने चाहिए। हम जितने बेहतर तरीके से बच्चों की देखभाल करेंगे राष्ट्र निर्माण भी उतना ही बेहतर होगा। सेंट थॉमस स्कूल हमेशा से बच्चों के अधिकारों तथा उनके समुचित विकास के प्रति समर्पित रहा है।
आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय ने अपने संबोधन में कहा कि मैं इस जनपद के प्रतिष्ठित विद्यालय के पैरेंट्स डे कार्यक्रम में उपस्थित होकर स्वयं को गौरवान्वित अनुभव कर रहा हूँ। बच्चे इस देश के कर्णधार हैं इसलिए बच्चों की शिक्षा, नैतिक मूल्यों के विकास व उनके स्वास्थ्य पर ध्यान देना परम आवश्यक है। यह जानकर अत्यंत प्रसन्नता हुई कि आदरणीय प्रधानाचार्य जी के मार्गदर्शन व शिक्षकों, कर्मचारियों के कठोर परिश्रम के द्वारा विद्यालय देश के कर्णधारों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के साथ-साथ उनके नैतिक मूल्यों का भी विकास कर रहा है। उन्होंने विद्यालय के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएँ दी।
इसके बाद कार्यक्रम के अध्यक्ष व कैथोलिक डायसिस गोरखपुर के श्रद्धेय बिशप जी ने संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें सेंट थॉमस स्कूल खलीलाबाद में आकर आनंद की अनुभूति हो रही है। विद्यालय परिवार के द्वारा जिस प्रकार उनका अभिनंदन व सम्मान किया गया इसके लिए उन्होंने श्रद्धेय प्राचार्य व व सभी शिक्षकों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि बच्चे ईश्वर का रूप होते हैं इसलिए बचपन से ही उनके लिए उत्तम शिक्षा तथा सर्वांगीण विकास के लिए संसाधन उपलब्ध कराना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है। कैथोलिक डायसिस हमेशा से बच्चों की स्तरीय शिक्षा के लिए समर्पित रहा है। इस पुनीत कार्य के लिए हम सभी प्रतिबद्ध हैं। हमारा मानना है कि देश में ज्ञान की लौ जलाने का आशय है कि देश को सुख-समृद्धि के मार्ग पर अग्रसर करना। बच्चों के लिए शिक्षा बहुत महत्वपूर्ण है। विशेष रूप से बच्चे जब बहुत छोटे होते हैं, तब उनके विशेष देखभाल की जरुरत होती है। बचपन में जिस प्रकार का परिवेश बच्चों को प्राप्त होगा उसी प्रकार का उनका व्यक्तित्व निर्मित होगा। इस आयु में माता-पिता को विशेष सतर्कता की आवश्यकता होती है। उन्होंने बच्चों को सर्वांगीण शिक्षा देने की वकालत की जो भविष्य में एक बेहतर समाज का निर्माण करेगी।
इसके बाद विशिष्ट अतिथि महोदय नें अपने संबोधन में कहा कि आज के बच्चे कल के भारत का निर्माण करेंगे। बच्चे ही इस देश का भविष्य हैं इसलिए ये जरूरी है कि उनकी शिक्षा एवं कल्याण पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्हें उचित देखरेख और प्यार मिलना चाहिए। आर्थिक कारणों से कोई भी बच्चा शिक्षा पाने से वंचित नहीं रहना चाहिए। आज हम सबको मिलकर बाल अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलानी चाहिए।
इसके बाद आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, विशिष्ट अतिथि गणों को विद्यालय के श्रद्धेय प्राचार्य फादर सीबी जोसेफ तथा अन्य शिक्षकों द्वारा एक स्मृति चिह्न भेंट किया गया।
अगले चरण में सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत हुई जिसका शीर्षक "भारत एक खोज" था। "भारत एक खोज" कार्यक्रम को एक फिल्म के रूप में वैदिक कालीन भारत से लेकर आधुनिक भारत की विकास-यात्रा को प्रदर्शित किया गया। इस प्रस्तुति को देखकर उपस्थित दर्शक अपने अतीत से लेकर वर्तमान की यात्रा में गोते
इस कार्यक्रम की संपूर्ण रूपरेखा एवं क्रियान्वयन दूरदर्शी सोच रखने वाले श्रद्धेय प्राचार्य फादर सिवी जोसेफ जी के मार्गदर्शन में तैयार की गई थी। इस सफल कार्यक्रम समस्त क्रियान्वयन श्रद्धेय उपप्रधानाचार्य फादर जार्ज केरिवेप्पिल जी के देखरेख में हुआ।
सांस्कृतिक समिति के प्रमुख पी.जे. जोसफ जी, सदस्यगण (सिस्टर कैथरीन, सतीश एम.वी., प्रवीन, डी.पी. शुक्ला, अनिल मिश्रा, तनुश्री भट्टाचार्या, विजय लक्ष्मी राय), कार्यक्रम प्रभारी गण तथा सदस्य गण (विनीत कुमार, हिमांशी, मनीषा, निवेदिता, सोनिया, निथिला, प्रतिभा, अनू, मांडवी, पूनम, कल्याणी, अलीशा, अनू प्रतीश, सुजाता, नेहा, प्रियल, रेनू, माया, रागिनी, अनीता जोसफ, त्रेसा, प्रीती, अल्का, निहारिका, संजीत, रजनी, विजय लक्ष्मी, पद्मिनी, सुनीता, गरिमा, पल्लवी, राबिया, राबर्ट, विपिन, अभिषेक, लक्ष्मी, दिव्या, अनिल मिश्रा, अक्षिता, पियूष, चित्रा, मोबिन, पारस नाथ, थॉमस, कविता, नीलम पाल तथा अन्य शिक्षक-शिक्षिकाओं) के अथक परिश्रम द्वारा कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
Dec 23 2023, 21:07