अंतरराष्ट्रीय धरोहर महाबोधि मंदिर में विश्व शांति की हुई प्रार्थना, बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा के साथ 35 देशों के बौद्ध धर्म के विद्वान और श्रद्धालु हुए शामिल
गया। बिहार के बोधगया में महाबोधि मंदिर स्थित स्तूपा के समीप बोधि वृक्ष के नीचे विश्व शांति को लेकर विशेष प्रार्थना की गई. बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के साथ 33 देशों के बौद्ध धर्म के विद्वान और बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए. शनिवार की सुबह में विश्व की शांति को लेकर विशेष प्रार्थना शुरु हुई. बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा सुबह के करीब 8:00 बजे अपने प्रवास स्थल बोधगया के तिब्बती मंदिर से निकले और महाबोधि मंदिर को रवाना हुए. इसके बाद वहां विश्व शांति की प्रार्थना शुरु हुई.
महाबोधी मंदिर में शनिवार को विश्व में शांति की कामना को लेकर विशेष प्रार्थना की गई. बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा ने दीप प्रज्वलित कर इसका शुभारंभ किया. इसके बाद विश्व शांति की कामना को लेकर प्रार्थना शुरू हुई. तकरीबन एक घंटे से अधिक समय तक विश्व शांति की कामना को लेकर प्रार्थना की गई. बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा के सान्निध्य में विश्व शांति की कामना को लेकर प्रार्थना की गई. इसमें अंतर्राष्ट्रीय संघ फोरम के कार्यक्रम में शामिल होने आए 35 देशों के बौद्ध धर्म के विद्वान और बौद्ध श्रद्धालु शामिल हुए।
महाबोधि मंदिर में विश्व शांति की कामना को लेकर हुए विशेष प्रार्थना में बुद्धं शरणम गच्छामि से मंदिर परिसर गुंंजायमान हुआ. विश्व शांति की प्रार्थना 14 वें बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा के सान्निध्य में बौद्ध विद्वानों एवं श्रद्धालुओं द्वारा अपने-अपने देश की भाषाओं में की गई. भारतीय भाषा के साथ विश्व शांति की कामना की प्रार्थना शुरू हुई. इसके बाद श्रीलंका, म्यांमार, थाईलैंड, बांग्लादेश, कंबोडिया, ताइवान, कोरिया, वियतनाम, तिब्बत जापान आदि देशों की भाषाओं में विश्व शांति की प्रार्थना की गई. तकरीबन 5 मिनट अलग-अलग देश की भाषाओं में विश्व शांति की कामना को लेकर विशेष प्रार्थना हुई.
रिपोर्ट: मनीष कुमार।
Dec 23 2023, 15:24