इन्वेस्टर्स मीट को पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने बताया फेल, कहा-अडानी को छोड़ नहीं आया कोई बड़ा समूह
डेस्क : राजधानी पटना में बीते बुधवार से दो दिवसीय निवेशक सम्मेलन की शुरुआत हुई थी। इस सम्मेलन के पहले दिन वस्त्रत्त्, चमड़ा, खाद्य प्रसंस्करण समेत अन्य क्षेत्रों में निवेश के 44 प्रस्ताव से संबंधित एमओयू पर हस्ताक्षर हुए।
इधर इस निवेशक सम्मेलन पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम व भाजपा के राज्य सभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि इन्वेस्टर्स मीट में आए हुए निवेशकों से जान-बूझकर हस्ताक्षर करवाया गया ताकि किसी तरह 50 हजार करोड़ का आंकड़ा पहुंच जा सके। एसआईपीबी से जिनका प्रस्ताव पहले ही स्वीकृत हो चुका है, पहले से जो विस्तारीकरण में लगे हैं, उन सबको एमओयी में शामिल कर लिया गया है।
सुशील मोदी कहा कि लोगों पर दबाव बनाया गया कि निवेश करना हो या न करना हो परंतु कुछ भी भर दीजिए। पांच हजार करोड़ के भी गंभीर प्रस्ताव नहीं है। अडानी समूह को छोड़कर टाटा, बिरला, अंबानी, मित्तल जैसा कोई बड़ा समूह नहीं आया। बिहार के ही वेदांता समूह के अनिल अग्रवाल भी नहीं आए। बिहार के स्थानीय उद्योग संगठन की घोर उपेक्षा की गई।
उन्होंने कहा कि 2011 और 2016 की औद्योगिक नीति के तहत निवेशकों का करीब 800 करोड़ बकाया है। इसकी वसूली के लिए निवेशकों को अवमानना का मुकदमा करना पड़ रहा है, तब भी भुगतान नहीं मिल रहा है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा की सरकार बनेगी तभी गंभीर निवेशक बिहार आएंगे।
Dec 16 2023, 09:46