धुआं-धुआं सदन और इधर-उधर भागते सांसद, 22 साल पहले की याद हुई ताजा
#parliament_security_breach
आज ही के दिन 2001 में संसद पर हमला हुआ था। आज संसद पर हुए हमले की बरसी पर देश अपने उन वीरों को याद कर रहा है जिन्होंने लोकतंत्र के मंदिर को बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी। हां, उस खौफनाक मंजर की यादों जरूर धुंधलाने लगी हैं, लेकिन आद दोपहर बाद लोकसभा के अंदर से जो LIVE तस्वीरें देश ने देखीं, उसने 22 साल पहले की डरावनी याद को ताजा कर दिया।
संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा था। तभी अचानक दो शख्स गैलरी से कूद पड़े। पहले वे आगे वाली गैलरी से लटकते रहे फिर एक के पीछे दूसरा कूद पड़ा। इसके बाद उन्होंने बेंच के ऊपर दौड़ना शुरू कर दिया।इतना ही नहीं, स्पीकर की ओर बेंच पर चढ़कर दौड़ने लगे। इसके चलते सदन में अफरा-तफरी मच गई।इसी दौरान एक युवक ने जूते के अंदर से कुछ पदार्थ निकाला। इसके बाद वहां पीले रंग का धुआं उठने लगा।
यह घटना बुधवार दोपहर एक बजकर एक मिनट पर हुई। लोकसभा में पीठासीन अधिकारी राजेंद्र अग्रवाल शून्य काल की कार्यवाही को संचालित कर रहे थे। मालदा उत्तर से भाजपा सांसद खगेन मुर्मू अपनी बात रख रहे थे। तभी दो शख्स दर्शक दीर्घा से नीचे कूद गए। नीले रंग की जैकेट पहना एक युवक शख्स सांसदों की सीट पर कूदने लगा। वह लगभग तीन कतार लांघकर आसन की तरफ जाने लगा। अफरा-तफरी के माहौल के बीच कुछ सांसदों ने हिम्मत दिखाकर उसे घेर लिया। मार्शल भी दौड़कर आ गए। तभी उस युवक ने जूते के अंदर से कुछ पदार्थ निकाला। इसके बाद वहां पीले रंग का धुआं उठने लगा। बाद में सांसदों और मार्शलों ने मिलकर दोनों को पकड़ लिया। इसके बाद पीठासीन अधिकारी ने कार्यवाही स्थगित कर दी।
इस घटना ने एक बार फिर से 22 साल पुराने उस आतंकी घटना की याद ताजा कर दी। 13 दिसंबर 2001 को आतंकियों ने पुराने संसद भवन पर आतंकी हमला किया था। देश की सबसे सुरक्षित जगहों में से एक माने जाने वाले संसद पर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने हमला बोला था। इस आतंकी हमले में दिल्ली पुलिस के कई जवान समेत 9 लोग शहीद हुए थे।
Dec 13 2023, 15:47